

भाजपा सरकार में अराजकता चरम पर है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। गुण्डों और उपद्रवियों को सरकार का संरक्षण है। अपराधियों में पुलिस-प्रशासन और कानून का कोई डर नहीं है। सड़कों पर खुलेआम तलवारें और असलहें लहराये जा रहे हैं। गोली मारने की धमकियां दी जा रही है। आखिर पूरी सरकार और पुलिस प्रशासन ने चुप्पी क्यों साध रखी है…? अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में पहली बार सड़कों पर ऐसी अराजकता देखी जा रही है। आगरा से लेकर बनारस तक सत्ता संरक्षण में अराजक तत्वों ने तांडव किया। सत्ता के दबाव में पुलिस बेबस है। पूरा पीडीए परिवार देख रहा हैं कि सामंतवादी ताकते सत्ता के संरक्षण में नंगा नाच कर रही है। भाजपा के इशारे पर पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों की आवाज दबाने के लिए डराना चाहती है। वाराणसी में समाजवादी पार्टी के जुझारू और प्रखर वक्ता बनारस वाले मिश्रा जी के नाम से लोकप्रिय हरीश मिश्रा पर चाकू से कातिलाना हमला निन्दनीय है। उनके रक्तरंजित वस्त्र ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था की निशानी है। भाजपा सरकार में चरम पर अराजकता-अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने बैसाखी के पावन पर्व पर सभी देशवासियों को खुशहाली और समृद्धि की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि वर्ष 1699 में गुरु गोविन्द सिंह ने खालसा की स्थापना के लिए इस त्योहार को चुना था। यह पर्व सिख नववर्ष के रूप में भी मनाया जाता है। बैसाखी पर्व का किसान और कृषि से भी घनिष्ठ सम्बंध है। उन्होंने कहा कि आज के दिन जलियांवाला बाग में ब्रिटिश बर्बरता से जान गंवाने वाले शहीदों का भी हम नमन करते है।
समाजवादी पार्टी का हर कार्यकर्ता ऐसे हमलों को झेलने की शक्ति रखता है। भाजपा सरकार कानून व्यवस्था संभालने और अपराध रोकने पर फेल हो चुकी है। प्रदेश में हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। कानून व्यवस्था और अपराध पर भाजपा सरकार का जीरो टॉलरेंस का दावा जीरो हो चुका है। प्रदेश में हो रही घटनाएं पुलिस की कार्यप्रणाली को देखकर सुप्रीमकोर्ट भी प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा चुका है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस-प्रशासन अराजक तत्वों को बढ़ावा दे रहा है वहीं गरीबो, शोषितों, वंचितों और पीडीए को हर तरह से प्रताड़ित और अपमानित कर रहा है।
अखिलेश यादव ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर बधाई देते हुए कहा है कि बाबा साहब ने ऐसे समाज का सपना देखा था जिसमें भेदभाव के लिए कोई स्थान न हो। आज डॉ. अम्बेडकर की प्रासंगिकता बढ़ी है और उनके बनाये संविधान से ही लोकतंत्र और भाईचारा सुरक्षित रह सकता है।
लखनऊ में बाबा साहब की मूर्ति को हटाने का प्रशासन जो दुस्साहस कर रहा है, उसके पीछे शासन-प्रशासन का दबाव है। इसे पीडीए समाज अच्छी तरह से समझ रहा है। किसी को जातीय वर्चस्व का अंहकार कभी गोरखपुर में मूर्ति-चबूतरा हटाने का काम करवाता है तो कभी लखनऊ में अपने प्रभुत्व के दंभ को साबित करने के लिए महापुरुषों की मूर्ति हटाने का कुकृत्य करवाता है। प्रदेश की जनता भाजपा की अराजकता और गुण्डई को अब और बर्दाश्त नहीं करेगी। 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता इस अराजक शासन का अंत करके प्रदेश में संविधान और कानून के साथ चलने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए संकल्पित है। भाजपा सरकार में चरम पर अराजकता-अखिलेश यादव