सनातन धर्म को खत्म करने की सोच रखने वाले लोग प्रेस का ऐसे ही गला दबाएंगे। फिर भी कांग्रेस को राजस्थान, छत्तीसगढ़, और मध्यप्रदेश में सनातनियों के वोट चाहिए। आखिर विपक्षी गठबंधन को इतना बुरा क्यों लगते हैं..?
एस.पी.मित्तल
26 दलों के विपक्षी गठबंधन इंडिया ने 14 सितंबर को देश के प्रमुख न्यूज चैनलों के एंकरों की एक सूची जारी की है और घोषणा की है कि गठबंधन का कोई भी प्रतिनिधि इन एंकरों के शो में नहीं जएगा। यानी विपक्ष का गठबंधन इन एंकरों का बहिष्कार करेगा। विपक्ष का आरोप है कि ऐसे एंकर अपना एजेंडा चलाते हैं, जो लोग अदिति त्यागी, अभीष देवगन, आनंद नरसिम्हा, अशोक श्रीवास्तव, चित्रा त्रिपाठी, गौरव सावंत, नविका कुमार, प्राची पाराशर, शिव अरूर, सुशांत सिंहा, सुधीर चौधरी, अर्णब गोस्वामी, रुबिका लियाकत और अमन चोपड़ा के शो देखते हैं, उन्हें पता है कि इन एंकरों का मकसद देश और सनातन धर्म की रक्षा करना होता है। देश के खिलाफ जो साजिश रची जाती हैं, उन्हें ये एंकर एक्सपोज करते हैं। इसी सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगलने वालों को भी ऐसे एंकर एक्सपोज करते हैं, इन एंकरों के शो में देश और सनातन धर्म के खिलाफ कभी भी कोई टिप्पणी नहीं होती। क्या देश भक्ति और सनातन धर्म का बचाव करना अपराध है…?
आखिर जो लोग देश भक्ति और सनातन धर्म की बात करते हैं, वे विपक्ष के गठबंधन को इतना बुरा क्यों लगते हैं…? अच्छा होता कि इंडिया गठबंधन खास कर कांग्रेस अपने सहयोगी दल डीएमके को हिदायत देता। सब जानते हैं कि डीएमके के प्रमुख व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के पुत्र व सरकार में खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को खत्म करने वाला बयान दिया था। टीवी एंकरों के शो के बहिष्कार की घोषणा से जाहिर है कि इंडिया गठबंधन भी सनातन धर्म से नफरत करता है। संभवत: देश के इतिहास में यह पहला अवसर होगा, जब विपक्ष के गठबंधन ने सूची जारी कर एंकरों के शो का बहिष्कार किया है। असल में इंडिया गठबंधन में शामिल दह सनातन धर्म का सम्मान करना ही नहीं चाहते। जब भी सनातन धर्म के सम्मान की बात होती है तो विपक्षी दलों को चिढ़ हो जाती है।
यह सब सर्वविदित है कि सनातन ही सभी समुदायों और धर्मों को साथ लेकर चलने की क्षमता रखता है। सनातन धर्म को खत्म करने की बात कहने के बाद भी उदयनिधि स्टालिन बड़े आराम से मंत्री पद की भूमिका निभा रहे हैं। यही सनातन धर्म की विशेषता है। यदि किसी अन्य धर्म को समाप्त करने वाला बयान देते तो उयद निधि का क्या हश्र होता यह सब जानते हैं। इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका है। सनातन धर्म के इतने अपान के बाद भी कांग्रेस चाहती है कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में सनातनियों के वोट मिल जाएं। एक तरफ सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही जा रही है तो दूसरी तरफ सनातनियों के वोट से ही सत्ता हासिल करने का प्रयास हो रहा है। आखिर विपक्षी गठबंधन को इतना बुरा क्यों लगते हैं..?