बांदा के 80 फीसदी ग्रामीण घरों तक पहुंचा नल से जल

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बांदा के 80 फीसदी ग्रामीण घरों तक पहुंचा नल से जल
बांदा के 80 फीसदी ग्रामीण घरों तक पहुंचा नल से जल

बांदा के 80 फीसदी ग्रामीण घरों तक पहुंचा नल से जल। जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नमामि गंगे विभाग ने फील्ड में उतारी अधिकारियों की टीम। एक-एक गांव का हो रहा निरीक्षण। टीम ने दो दर्जन से अधिक गांवों में जाकर जानी जलापूर्ति की हकीकत, ग्रामीणों से लिया फीडबैक। प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव के निर्देश पर तैनात किए नोडल अधिकारी। हर नोडल अधिकारी स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर सुनिश्चित करा रहे जलापूर्ति। अलग-अलग टीमों ने गांवों के साथ-साथ खटान औरअमलीकौर परियोजना का भी किया निरीक्षण। बांदा के 80 फीसदी ग्रामीण घरों तक पहुंचा नल से जल

बांदा। गर्मियों के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नल से होने वाली जलापूर्ति में किसी तरह की दिक्कत न आए, इसके लिए नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने स्थानीय अधिकारियों के साथ-साथ राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के लखनऊ स्थित मुख्यालय की टीम को भी जिले में उतार दिया है। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव के निर्देश पर बांदा सहित बुंदेलखंड के जिलों में बिना किसी बाधा के जलापूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। बुधवार को लखनऊ से आई नोडल अधिकारियों की टीम ने अमलीकौर और खटान ग्राम समूह योजना के दो दर्जन से अधिक गांवों का निरीक्षण कर ग्रामीण इलाकों में जलापूर्ति की जमीनी हकीकत को परखा। साथ ही ग्रामीणों से जलापूर्ति का फीडबैक भी लिया। ये टीम पूरी गर्मियों के दौरान गांव-गांव जाकर जलापूर्ति की रैंडम चेकिंग करेगी।

इन अधिकारियों ने किया निरीक्षण

बांदा की अमलीकौर और 28 ट्यूबबेल ग्राम समूह पेयजल योजना का निरीक्षण एडीएम नमामि गंगे बांदा मदन मोहन वर्मा के साथ मुख्यालय से आई एसडब्ल्यूएसएम की अधिशासी अभियंता रीतिका राय, अभियंता टेक्निकल सेल अभिषेक कुशवाहा ने निरीक्षण किया। वहीं खटान ग्राम समूह पेयजल योजना का निरीक्षण एडीएम नमामि गंगे मो. मोईन इस्लाम के साथ एसडब्ल्यूएसएम की अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता ने किया।

स्थलीय निरीक्षण की रिपोर्ट मुख्यालय को देंगे नोडल अधिकारी

जिले की विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण करने के लिए आई नोडल अधिकारियों की टीम जिले में जलापूर्ति की पूरी रिपोर्ट मुख्यालय को देगी। सभी नोडल ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि गांवों में नियमित रूप से प्रेशर के साथ क्लोरिन युक्त जलापूर्ति हो रही है या नहीं। साथ ही नोडल अधिकारी रोड रेस्टोरेशन, लीकेज, एफटीके टेस्टिंग, आईएसए, आईईसी, ग्रीवांस पोर्टल और ग्राम प्रधानों द्वारा की गई शिकायतों के निस्तारण की प्रगति की जानकारी भी राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की टेक्निकल सेल को उपलब्ध करा रहे हैं।

बांदा के 80 प्रतिशत गांवों तक पहुंची नल से जल योजना

बांदा जिले के 80 प्रतिशत गांवों में नल से जलापूर्ति की जा रही है। बांदा के 647 गांवों में से 525 से अधिक गांवों को हर घर जल सर्टिफाइड घोषित कर दिया गया है। जिले के कई गांवों में वॉटर सप्लाई किए जाने का काम अंतिम चरण में है। इसके पूरा होते ही बचे गांवों में भी जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी।


पहले हमारे गांव में पानी की बहुत समस्या थी। दूर-दूर से पानी लाना पड़ता था। गर्मियों में तो दिक्कत और भी बढ़ जाती थी। मगर अब जल जीवन मिशन के आने के बाद गांव के हर घर तक नल से जल पहुंच रहा है। इस योजना ने ग्रामीणों के जीवन को आसान बनाया है। —कौशल किशोर, ग्राम प्रधान, थरथुवा

सुबह और शाम दोनों टाइम जलापूर्ति हो रही है। क्लोरीन युक्त साफ पानी की सप्लाई से हमारी दुश्वारियां तो कम हुई ही हैं। साथ ही सेहत में भी सुधार आया है।- दीपा सिंह, ग्राम प्रधान, सांतर