भाजपा सरकार में अन्याय, अत्याचार चरम पर है। अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन निर्दोष लोगों को झूठे मामलों में फंसाती है और दोषियों को बचाने का काम किया जा रहा है। मामला हाथरस में दलित बेटी को जबरन दाह संस्कार का रहा हो या बीएचयू में गैंगरेप का मामला हो, इस सरकार में न्याय नहीं मिला। सरकार ने आरोपियों को संरक्षण दिया जबकि पीड़िता के पक्ष में न्याय के लिए आवाज उठाने वालों पर कार्रवाई हो रही है। भाजपा सरकार वाराणसी आईआईटी, बीएचयू गैंगरेप का विरोध करने वाले 13 छात्र-छात्राओं का निलम्बन कर रही है। यह बेहद निंदनीय है। सरकार की शह पर विश्वविद्यालय की तानाशाही बेहद शर्मनाक है। भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने और न्याय के लिए आवाज उठाने वालों को प्रताड़ित कर क्या संदेष देना चाहती है। दरअसल सभी आरोपी भाजपा के कार्यकर्ता हैं, इसीलिए यह सरकार उन्हें बचाने के लिए हर हथकंडे अपनाती है।
प्रदेश में महिलाओं के साथ अपराध की घटनायें लगातार बढ़ती जा रही है। बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है। इसके लिए पूरी तरह से भाजपा जिम्मेदार है। इसकी कथनी-करनी में जमीन आसमान का अन्तर है। इस सरकार में महिलाएं अन्याय की शिकार हो रही है। उनकी कहीं सुनवाई नहीं होती है। कई महिलाएं न्याय न मिलने के कारण लखनऊ में विधान भवन और मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना और आत्मदाह का प्रयास तक कर चुकी है। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार के दौरान महिला सुरक्षा के लिए कई काम हुए थे। 1090 सेवा शुरू की गई थी। जिससे कोई भी बहन-बेटी अपने साथ होने वाली किसी भी घटना की सूचना दे सकती थी, जिस पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती थी। भाजपा सरकार ने पूरा सिस्टम बर्बाद कर दिया। भाजपा सरकार में चरम पर अन्याय और अत्याचार