हर घर जल योजना का ब्योरा,नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के कार्यालय में अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रत्येक गांव में पानी की मौजूदा आवश्यकता और खपत का खाका नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग तैयार करेगा। इसके साथ ही 25 साल बाद गांवों में पानी की कितनी आवश्यकता होगी इसकी भी जानकारी जुटाएगा। भूगर्भ जल की स्थिति को लम्बे समय तक कैसे व्यवस्थित रखा जाएगा इसकी भी रिपोर्ट तैयार करेगा। ये निर्देश उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने आज अपने जन्मदिन पर अधिकारियों को दिये। वे गोमतीनगर स्थित नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के कार्यालय में योजनाओं की समीक्षा करने पहुंचे थे।
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केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2022-23 में देश भर में 3.8 करोड़ परिवारों तक स्वच्छ पानी पहुंचाने का उद्देश्य हर घर नल योजना के अंतर्गत निर्धारित किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी के द्वारा वर्ष 2022-23 के बजट में इस योजना के अंतर्गत 60 हजार करोड रुपए आवंटित किए गए हैं। जिसके माध्यम से प्रत्येक घर तक नल का साफ पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। पिछले 2 वर्षों में इस योजना के माध्यम से 5.5 करोड़ घरों तक नल का जल पहुंचाया गया है। इस योजना को 2019 में आरंभ किया गया था।
जल शक्ति मंत्री ने सोमवार को अधिकारियों के साथ चली लम्बी बैठक में हर घर जल योजना की वर्तमान स्थिति का ब्योरा जानने के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से गांव-गांव में चलाए जा रहे जनजागरण कार्यक्रम की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि 25 साल बाद यूपी के गांव-गांव में भूगर्भ जल की स्थिति को व्यवस्थित करने के लिए क्या नए प्रयोग किये जा सकते हैं, इसकी भी चिंता की जाये। कैसे गांव के लोगों को जल संचयन की योजनाओं से जोड़ें इसके लिये अधिकारी गंभीरता के साथ जमीनी स्तर पर काम करें।
हर घर नल योजना का उद्देश्य देश के प्रत्येक ग्रामीण इलाकों के हर घर में पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाना है। सरकार द्वारा वर्ष 2024 तक इस योजना के माध्यम से प्रत्येक घर तक पीने के पानी का कनेक्शन उपलब्ध करवाया जाएगा। अब देश के किसी भी नागरिक को पीने के पानी के लिए कहीं भी दूर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। क्योंकि सरकार द्वारा उनके घर में पीने का साफ पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे देश के नागरिकों के स्वास्थ्य में भी सुधार आएगा। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से समय की भी बचत होगी।
उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को पानी की उपयोगिता बताने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को गांवों में घर-घर तक जाकर लोगों को जल बचाने का संदेश देना होगा। प्रदेश में जल को बर्बाद न करने और जल का संरक्षण करने के लिये जागरूकता कार्यक्रम चलाने होंगे। स्कूली बच्चों को पानी बचाने के लिये प्रेरित करने पर भी जोर देना होगा। उन्होंने जन-जागरण महाभियान में सरकारी विभागों के साथ समाजसेवियों को भी जोड़ने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।
हर घर जल योजना का ब्योरा