IIT-BHU में छात्रा के साथ अशलील हरकत

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IIT-BHU में छात्रा के साथ अशलील हरकत कपडे़ उतार कर किया किस बनाया वीडियो। हजारों छात्र बैठें धरने पर विपक्ष ने उठाया मुद्दा कहां बैठे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ वाले लोग ।

विनोद यादव

वराणसी। वराणसी के IIT, BHU की एक छात्रा पर यौन आक्रमण हुआ है। विश्वविद्यालय-परिसर में छात्रा के साथ दिनदहाड़े ज़ोर-ज़बर्दस्ती और दिल दहला देने वाली हिंसा की गयी। निर्लज्ज हमलावरों ने घटना का वीडियो भी बना लिया और फिर मनमर्जी करके उसे सड़क किनारे आपत्तिजनक हालत में छोड़ जाते हैं !”बेटी पढ़ाओ..” के खोखले नारे देने वालों के डबल इंजन सरकार में, अब बेटियां अपने विद्यालय और विश्वविद्यालय के कैंपस में भी सुरक्षित नहीं हैं। आक्रोश से भरे आईआईटी-बीएचयू के सैकड़ो छात्र-छात्राएं इसके खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं, मगर कल हुई इस घटना के बाद से अब तक अपराधी विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस की पकड़ में नहीं आए !ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का हाल है।

प्रदेश में पुलिस गुंडों से पिट रही है और बेटियों की आबरू लूट रही है ! मगर राज्य के मुख्यमंत्री घूम घूमकर चुनाव प्रचार करने और ‘अपने मुंह मियां मिट्ठू’ बनने में व्यस्त हैं !घटना के विरुद्ध आईआईटी के छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।सवाल यह हैं कि क्या अब बीएचयू-परिसर और IIT जैसे शीर्ष संस्थान भी सुरक्षित नहीं हैं? प्रधानमंत्री के निर्वाचन-क्षेत्र में एक छात्रा का अपने ही शिक्षण-संस्थान के भीतर निर्भय होकर पैदल चलना क्या अब संभव नहीं रहा। काशी हिंदू विश्वविद्यालय आईआईटी में देर रात परिसर में अपने दोस्त के साथ घूम रही आईआईटी के छात्रा के साथ कुछ मनबढ़ बदमाशों ने मारपीट की और छेड़खानी करके उसका वीडियो बना लिया।

इस घटना की खबर जैसे ही परिसर में हुई, पूरे परिसर के छात्र इकट्ठा होकर धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे छात्रों ने बताया कि यह बीएचयू में 2017 में हुई छेड़खानी की घटना से ज्यादा बड़ी घटना है। धरनारत छात्रों की माने तो परिसर में ऐसी घटनाएं रोजाना होती हैं लेकिन सुरक्षा को लेकर यहां पर किसी तरह का कोई इंतजाम नहीं है। छेड़खानी की घटना की खबर सुनकर प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है। मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है। दर्ज शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने छात्रा के कपड़े उतारे और किस किया और योनशोषण की किया गया। आरोपियों ने इसका वीडियो भी बनाया हैं। छात्रा ने एफआईआर दर्ज तो कराया हैं लेकिन इस तरह से हर रोज घटनाएं हो रहीं हैं आखिर विश्वविद्यालय प्रशासन की क्या जिम्मेदारी हैं? सवाल उस पर भी उठ रहें हैं।

“सुरक्षा के नाम पर बीएचयू प्रशासन ने लड़कियों को पक्षियों की तरह पिंजरे में बंद कर दिया है। सुरक्षा के बहाने यह कहने का चलन आम है कि छेड़छाड़ की वारदातें उन्हीं लड़कियों के साथ होती हैं जो रात में घूमती है। सच यह है कि बीएचयू में छेड़छाड़ की ज़्यादातर घटनाएं दिन के समय होती हैं और सुरक्षा कर्मचारी लापता होते हैं। लड़कियों की सुरक्षा के मामले में बीएचयू प्रशासन का रवैया ढीला है।”

एफआईआर में छात्रा ने बताया, “मैं अपने हस्टल न्यू गर्ल्स IIT BHU से निकली थी। जैसे ही गांधी स्मृति छात्रावास चौराहे के पास पहुंची, वहीं पर मेरा दोस्त मुझे मिला। हम दोनों साथ में जा रहे थे कि रास्ते में कर्मन बाबा मन्दिर से करीब 300-400 मीटर के बीच एक बाइक आई, जिस पर तीन लोग बैठे थे। वे लोग अपनी बाइक वहीं खड़ी करके मुझे और मेरे दोस्त को अलग कर दिए। मेरा मुंह पूरी तरह से दबा लिए। फिर एक कोने में लेकर गए। पहले मुझे किस किया। उसके बाद मेरे सारे कपड़े निकालकर विडियो और फोटो बनाया। जब मैं बचाव के लिए चिल्लाई तो मुझे मारने की धमकी दी। मेरा फोन नंबर भी लिया और 10-15 मिनट तक मुझे बंधक बनाए रखा। उसके बाद छोड़ दिया।”

बीएचयू की घटना को लेकर प्रियंका गांधी कहां प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र हैं और इस तरह से घटनाएं हो तो बहन बेटियां अपने को कैसे सुरक्षित महसूस कर पायेगी। लगातार पूरे देश में इस तरह की घटनाएं हो रहीं हैं और सत्ता की निर्लज्जता इतनी गिर गयी हैं कि वह अपनी जबाबदेही नहीं समझ रहीं हैं आखिर कैसा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान हैं यह।मणिपुर में नग्नावस्था में महिला को घुमाया गया सत्ता में बैठे मठाधीशों ने उस पर चुप्पी नहीं तोड़ी। लखीमपुरखीरी में देररात बेटी जलाया गया,बीते चुनाव में महिलाओं के कपड़े फाडे़ गयें लेकिन उसके बाद भी राष्ट्रवाद की दुहाई देने वाली पार्टी बीजेपी कभी कोई कठोर कदम क्यूं नहीं उठा पा रहीं हैं। कार्पोरेट्स घराने की मीडिया भी सत्ता से सवाल पूछने की हिम्मत नहीं जुटा पाती हैं न ऐसे मुद्दे पर कभी सार्थक बहस ही कराए। बीएचयू परिसर में उक्त घटना को लेकर छात्र धरने पर बैठे हैं प्रोटेक्ट कर रहें हैं।

बुलडोजर से न्याय देने की नयी परिपाटी चालू हैं अपराधियों पर लगाम सिर्फ खानापूर्ति हैं।इसी तरह 2017 में बीएचयू की छात्रा के साथ अश्लील हरकत हुई थी। यदि उसी समय विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार चेत गयी होती तो इस तरह दोबारा घटना कारित न होती न इन कारिंदों के हौसले बुलंद होते। इस बार तो मानों की उससे कहीं ज्यादा बड़ी है। छात्रा को मारपीट करके उसके साथ बेहद आपत्तिजनक अश्लील व्यवहार किया गया और उसका वीडियो भी बनाया गया।’ पूरे परिसर में इस घटना को लेकर छात्रों में जबरदस्त आक्रोश है और पूरे परिसर में पेन डाउन की स्थिति है।

लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे

छात्र आरोप लगाते हैं कि विश्वविद्यालय परिसर में भी आए दिन मारपीट, छेड़खानी की घटनाएं होती रहती हैं। इस तरह की गतिविधियों को देखते हुए ही सुरक्षा व्यवस्था पर मंथन शुरू हुआ। सीसीटीवी कैमरा लगवाने और पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्णय लिया गया। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि परिसर में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती वाली जगह पर निगरानी बढ़ाई जाएगी। विशेषकर छात्राओं के हॉस्टल और संवेदनशील जगहों पर रात के समय में पेट्रोलिंग में ज़्यादा सतर्कता बरती जाएगी। सिगरा के कमांड सेंटर की तर्ज पर परिसर में सेंटर स्थापित करने के उद्देश्य से नए सिरे से योजना बनाई जाएगी। बीएचयू कैंपस में ग्रीन जोन बनाया जाएगा। इसमें कई तरह के बदलाव आगे होंगे। बदलाव क्या होंगे, यह अभी तय नहीं। स्थानीय प्रशासन के सहयोग से जल्द एक इंटीग्रेटेड मॉनिटरिंग सिस्टम बनाया जाएगा। संवेदनशील स्थानों पर रिटायर्ड मिलिट्री सुरक्षा गार्ड्स की अतिरिक्त तैनाती होगी। एग्रीकल्चर फॉर्म और हैदराबाद गेट जैसे कॉमन रास्तों पर आवागमन नियंत्रित करने पर विचार किया जाएगा। कैंपस के सभी सातों गेट पर जिला पुलिस और बीएचयू कर्मचारियों की चौबीस घंटे ड्यूटी रहेगी। संस्थान एक क्लोज़ कैंपस के निर्माण के लिए शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगा।