क्रांति की धरती मेरठ में आयोजित संयुक्त परिवर्तन रैली में उमड़े विशाल जन सैलाब के भारी जोश को देखकर यह भरोसा हो गया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा का सूरज हमेशा के लिए डूब जाएगा। विधान सभा चुनाव 2022 में किसान इंकलाब होगा और चुनाव में अवश्य बदलाव आएगा। इन शब्दों में आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपना सम्बोधन प्रारम्भ करने के पूर्व मेरठ की क्रांतिकारी धरती को नमन किया। उन्होंने चौधरी चरण सिंह और टिकैत को भी याद किया।समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के संयुक्त शक्ति प्रदर्शन में आज किसान, बुजुर्ग, नौजवानों का हर ओर रेला था। मेरठ के दबथुआ के मैदान में कहीं तिल रखने की भी जगह नहीं थी। रैली में ओ.पी. राजभर के कार्यकर्ता भी पहुंचे थे। मंच पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, विधायक रफीक अंसारी, शाहिद मंजूर, पंकज मलिक, जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी के अलावा शहर के विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, युवा नेता अतुल प्रधान,हरेन्द्र मलिक,सुधीर पंवार, त्रिलोक त्यागी, राष्ट्रीय सचिव रमेश प्रजापति सहित रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मो0 मसूद और दल के अन्य नेता भी मौजूद थे।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज प्रदेश में क्या स्थित है किसी से छुपी नही है।भाजपा सरकार की तानाशाही अब खत्म होगी।हम जनता के आशीर्वाद से 2022 में सरकार बनाएंगे। गरीब पिछड़ों और दलितों का सम्मान वापस दिलाएंगे, उन्होंने कहा कि किसानों के हक को छीनने का काम भाजपा की सरकारों ने किया है।प्रदेश में आज महंगाई इस कदर बढ़ गई है कि घर का बजट बिगड़ गया है। रसोई गैस 1000 रुपये की हो गई है, भाजपा के लोग जब 50 पैसे, 1 रुपये पेट्रोल और डीजल पर बढ़ जाते थे तो सड़कों पर उतर कर हंगामा करते थे, लेकिन आज महंगाई कहां पहुच गई आप लोग खुद जानते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि लाल, हरा, सफेद और पिला रंग दिख रहा है, एक रंगी कभी किसी के जीवन में खुशहाली नहीं ला सकता है। उन्होंने कहा कि ये सरकार जाने वाली है, परिवर्तन होकर रहेगा। एलान है कि भाजपा की ऐतिहासिक हार होगी। सभी लोग मदद करना।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में किसानों को क्या-क्या नहीं सहना पड़ा। कृषि कानूनों से उन्हें तमाम परेशानियां उठानी पड़ीं। किसान मजदूर बदहाली के शिकार हैं। खाद नहीं मिल पा रही है। गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रूपये बकाया है। किसानों की एक जुटता ने संदेश दिया है कि वे भाजपा के लिए अपने दरवाजे बंद कर देंगे। किसानों को एमएसपी के लिए ठोस फैसला हो। उन्होंने कहा कि किसानों को उनके हक दिलाए जाएंगे। भाजपा किसानों का अपमान करती रही है। भाजपा के मंत्री और समर्थकों ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया है। दवा, इलाज, खाद के लिए लोगों को लाइन में लगना पड़ा है।भाजपा ने महंगाई बढ़ाई है। डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस के दाम बहुत बढ़ गए हैं। भाजपा ने लोगों को बहुत दुःख और परेशानी दी है। नौकरी मांगने पर नौजवानों पर लाठियां बरसाती है। प्रदेश की जनता अब भाजपा को वापस सत्ता में नहीं आने देगी। भाजपा सरकार सरकारी संस्थानों को बेचकर लोगों का हक और अधिकार छीन रही है। हवाई जहाज बेच दिए, एयरपोर्ट बेच दिए, रेल स्टेशन बेच दिए। आज मोटर साइकिल चलाना भी भारी हो गया है। पलायन की बात करने वाले खुद पलायन करके आए हैं।
अखिलेश और जयंत की यह रैली ऐतिहासिक रही है। नेताओं ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली बार किसी गठबंधन की रैली में इतनी भीड़ पहुंची है। इस बार प्रदेश में बदलाव होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन ही किसानों, मजदूरों और गरीबों का भला कर सकते हैं। भाजपा सरकार में तो महंगाई से लोगों का बुरा हाल है। सपा नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार में पेट्रोल-डीजल, गैस सिलिंडर और सभी सामानों पर महंगाई बढ़ रही है। उन्होंने कहा जनता इस सरकार से परेशान हो चुकी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि रालोद-सपा कार्यकर्ता भाईचारे को मजबूत करने के लिए खड़े है। संयुक्त सरकार में गरीब, किसान, लोगों को बिजली के बिलों में राहत दी जाएगी। समाजवादी रालोद सरकार में किसान के भुगतान के लिए अलग से एक किसान फण्ड बनाएंगे जिससे कि गन्ना किसानों का समय से भुगतान हो सके। हम किसानों की विरासत को आगे बढ़ाएंगे।भाजपाई नफरत की राजनीति कर रहे है और हमारे बीच खाई पैदा कर रहे हैं। हमारे और आपके बीच में जो खाई पैदा करे वही है भाजपाई। भाजपा के ठोको राज ने लोगों को अपमानित किया हैं बुलडोजर वाले अपने बुल को नहीं सम्हाल पा रहे हैं। इनकी हर बात झूठी है। इनका प्रचार और विकास झूठा है।
उत्तर प्रदेश में फिर से सरकार बनाने का सपना देख रही भाजपा के लिए गठबंधन चुनौती बनता जा रहा है। अखिलेश यादव और चौधरी जयंत की रैली में पहुंची भीड़ ने बड़े सियासी बदलाव की ओर इशारा किया है। इस दौरान भीड़ से खचाखच भरे मैदान को देख सपा और रालोद कार्यकर्ता गदगद दिखे, वहीं भाजपा नेताओं की नजरें भी दिनभर अखिलेश-जयंत की रैली पर टिकी रहीं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंच से कहा कि मैंने किसी रैली में ऐसा जनसैलाब पहली बार देखा है। अब ऐसे में भाजपा के लिए चुनौती है कि अगर यह भीड़ वोट बैंक में बदल गई तो आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव मेंउत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल सकती है।मेरठ रैली को देख मोदी योगी सरकार के रातों की नींद उड़ रही है। यहां तक कि फेसबुक पर भी अखिलेश यादव की रैली देखने वालों की संख्या प्रधानमंत्री मोदी की रैली देखने वालों की अपेक्षा काफी अधिक रही है।प्रधानमंत्री मोदी पद की गरिमा को नजरअंदाज करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते नजर आए।
चौधरी जयंत सिंह ने माइक संभालते ही नए अंदाज में जनता को राम-राम करते हुए कहा कि क्रांति भूमि पवित्र धरती को नमन करता हूं। 1857 से पहले या उसके बाद, जब भी देश को जरूरत पड़ी यहां के बेटे-बेटियों ने हमेशा मुकबाला किया। उन्होंने कहा राजनीति में दिखावा बहुत हो चुका है। एक साल से किसानों का अपमान हो रहा है। भाजपा के किसी पद पर बैठे किसी नेता की हिम्मत नहीं इस पर बोले। लखनऊ में अदब है, मेरठ में गजब है। यह चौधरी चरण सिंह की कर्म भूमि है। युवा कह रहे हैं भाजपा को सरकार भी गंवानी पड़ेगी।रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा ने किसानों को कुचला है और 700 से ज्यादा शहीद हुए हैं। किसानों की कुर्बानी बहुत बड़ी है। यूपी में पेपर होते हैं लेकिन उससे पहले लीक हो जाते हैं। बिजनौर में सड़क उद्घाटन में ही टूट जाती है।जयंत चौधरी ने कहा कि रालोद शहीद किसानों की स्मृति में स्मारक बनाएगी। सरकार बनने पर चौधरी चरण सिंह जी का भी स्मारक बनेगा। 23 दिसम्बर को अलीगढ़ में दुबारा हम सब इकट्ठा होंगे और किसान दिवस मनाएंगे।