एचआईवी संक्रमितों की मदद को आगे आएं संगठन

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एचआईवी संक्रमितों की मदद को आगे आएं संगठन
एचआईवी संक्रमितों की मदद को आगे आएं संगठन

दान उत्सव अक्टूबर में, एचआईवी संक्रमितों की मदद को आगे आएं संगठन। एड्स कंट्रोल सोसायटी की बैठक में कई राज्यों के प्रतिनिधियों ने लिया भाग। दो से आठ अक्टूबर तक जिलों में आयोजित होंगे कार्यक्रम। एचआईवी संक्रमितों की मदद को आगे आएं संगठन

निष्पक्ष दस्तक ब्यूरो

लखनऊ। एचआईवी संक्रमितों के प्रति सकारात्मक और सहयोग की भावना रखने वालों के लिए ‘दान उत्सव’ कार्यक्रम बेहतरीन प्लेटफॉर्म है। इस बार यह उत्सव दो से आठ अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक स्टेक होल्डर जोड़ने तथा ज्यादा संख्या में समुदाय के लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है।

यूपीएनपी प्लस संस्था के सहयोग से शनिवार को यहाँ एक निजी होटल में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की बैठक में उत्तर प्रदेश स्टेट एड्स नियंत्रण सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक डॉ. हीरा लाल ने कहा कि अधिक से अधिक सामाजिक संस्थानों और स्वयंसेवियों को इस महाउत्सव को सफल बनाने के लिए आगे आना चाहिए। सरकार द्वारा एचआईवी संक्रमित समुदाय के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि उनका जीवन स्तर बेहतर बनाया जा सके और उन्हें मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।

उन्होंने सामाजिक संस्थानों से आह्वान किया कि वह आगामी दान उत्सव महाअभियान से जुड़ें और लोगों की मदद करें। सोसायटी के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. अरुण कुमार सिंहल ने एचआईवी संक्रमितों को सरकार द्वारा मुहैया करायी जा रहीं सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में कई प्रदेशों में एचआईवी/एड्स संक्रमितों की भलाई के लिए काम करने वाले स्वयंसेवी संगठनों और स्वयंसेवकों ने भाग लिया।

डॉ. हीरा लाल ने कहा कि पिछले साल आयोजित दान उत्सव कार्यक्रम की सफलता के पीछे सभी सहयोगी संस्थानों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। गत वर्ष कई उद्यमियों, स्कूल, कालेजों, सरकारी विभागों और विभिन्न सामाजिक समूहों ने दान उत्सव मे बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके फलस्वरूप यह उत्सव पिछले साल उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ के 68 जिलों में आयोजित हुआ था और एचआईवी संक्रमित समुदाय के 5500 से अधिक लोगों को लाभान्वित किया गया था। बैठक में ज्योत्सना कौर हबीबुल्लाह, विमलेश कुमार, सरिता कुमारी, दीक्षा सहित कई प्रदेशों से आये सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। एचआईवी संक्रमितों की मदद को आगे आएं संगठन