राजेन्द्र चौधरी
झाँसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मृत्यु एवं कई बच्चों के घायल होने को बेहद दुखद बताते हुए अखिलेश यादव ने गहरी चिंता जताई। सबके प्रति संवेदनात्मक श्रद्धांजलि व्यक्ति की। उन्होंने कहा कि आग का कारण ‘ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर’ में आग लगना बताया जा रहा है। ये सीधे-सीधे चिकित्सीय प्रबंधन, सरकार की लापरवाही और ख़राब क्वॉलिटी के आक्सीजन कॉन्संट्रेटर का मामला है। इस मामले में सभी ज़िम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई हो। मुख्यमंत्री जी को चुनावी प्रचार और ‘सब ठीक होने के झूठे दावे’ छोड़कर स्वास्थ्य, चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए। जिन्होंने अपने बच्चे गंवाएं हैं, वो परिवार वाले ही इसका दुख-दर्द समझ सकते हैं। ये सरकारी ही नहीं, नैतिक ज़िम्मेदारी भी है। आशा है चुनावी राजनीति करने वाले पारिवारिक विपदा की इस घड़ी में सच्ची जांच करवाएंगे और अपने तथाकथित स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्रालय में ऊपर-से-नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन करेंगे। UP में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था बदहाल
रही बात उत्तर प्रदेश के ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ की तो उनसे कुछ नहीं कहना है, क्योंकि उन्हीं के कारण आज उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की इतनी बदहाली हुई है। संकीर्ण-साम्प्रदायिक राजनीति की निम्न स्तरीय टिप्पणियां करने में उलझे मंत्री जी को तो शायद ये भी याद नहीं होगा कि वो ‘स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री’ हैं। न तो उनके पास कोई शक्ति है न ही इच्छा शक्ति, बस उनके नाम की तख्ती है।सबसे पहले भाजपा सरकार समस्त झुलसे बच्चों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराए व जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है, उन समस्त शोक संतप्त परिवारों को 1-1 करोड़ संवेदना राशि दे। गोरखपुर न दोहराया जाए।
अखिलेश यादव ने कहा कि झांसी में हुआ ये दर्दनाक हादसा भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण हुआ है। दंगा फसाद करवाकर चुनाव जीतने का काम करने पर ही सीएम योगी का सारा दिमाग लगता है। यूपी के सरकारी अस्पताल बदहाली, भ्रष्टाचार, लापरवाही का अड्डा बन गए हैं। भाजपा सरकार में ये दूसरी बड़ी घटना है, जिसमें मांओं ने अपने बच्चों को खोया है। वो पहली गोरखपुर की ऑक्सीजन कांड वाली घटना भी भाजपा के भ्रष्टाचार के कारण हुई थी और ये घटना भी भाजपा के महाभ्रष्टाचार के कारण ही हुई है। UP में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था बदहाल