योग हर घर तक पहुँचे-अपर्णा यादव

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योग हर घर तक पहुँचे-अपर्णा यादव
योग हर घर तक पहुँचे-अपर्णा यादव

11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के पावन अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर एवं कल्याण मंडप में आयोजित योग शिविर में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्षा अपर्णा यादव ने सहभागिता करते हुए सभी उपस्थितजनों के साथ सामूहिक योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दूरदर्शी संकल्प की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें उन्होंने “स्वस्थ नागरिक-समर्थ राष्ट्र” की भावना को प्रतिपादित किया है। योग हर घर तक पहुँचे-अपर्णा यादव

आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुभ अवसर पर WPY एवं BAWARE द्वारा आयोजित योग शिविर में सहभागिता कर सभी योग साधकों के साथ सामूहिक योगाभ्यास किया।
इस अवसर पर ‘योग हर घर तक पहुँचे’ इस संकल्प को जन-जन तक पहुँचाने का विनम्र आग्रह किया, जिससे योग जनजीवन का अभिन्न अंग बन सके। योग मात्र शारीरिक व्यायाम नहीं, यह शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करने वाला एक दिव्य विज्ञान है। यह अनुशासन, शांति और स्वास्थ्य की ओर ले जाने वाला मार्ग है — जो न केवल व्यक्ति, बल्कि सम्पूर्ण समाज को स्वस्थ और सशक्त बना सकता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्षा अपर्णा यादव ने एक अनोखी पहल करते हुए सभी को पौधे भेंट किए। उन्होंने यह प्रेरणा दी कि “जिस प्रकार हम एक बीज बोकर धरती पर हरियाली लाते हैं, उसी प्रकार यदि हम योग रूपी बीज को अपने जीवन में बोएं, तो वह हमें शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से स्वस्थ, संतुलित एवं समृद्ध जीवन की ओर ले जाता है।” यह संदेश दिया कि योग केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य का नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण का भी माध्यम बन सकता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री, परम आदरणीय धर्मपाल भाई साहब को सप्रेम पौधा भेंट कर योग, प्रकृति एवं जीवन-संतुलन के प्रतीक इस विशेष दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ अर्पित की गईं। यह भेंट न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी चेतना का प्रतीक है, अपितु यह स्वस्थ जीवनशैली और सामूहिक उत्तरदायित्व की दिशा में एक विनम्र संकल्प भी है।योग और प्रकृति-दोनों का तादात्म्य ही संतुलित जीवन का आधार है। इस अवसर पर योग को जन-जन तक पहुँचाने और हर घर में स्वास्थ्य और सौहार्द का वातावरण स्थापित करने की सामूहिक प्रतिबद्धता दोहराई गई।