

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विधायक रामचंद्र यादव ने कहा कि योग हम सब के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। योग आरोग्य का द्वार है, जीवन में संतुलन के लिए योग अपनाएँ। यह कहना गलत नहीं होगा कि “योग आरोग्य का द्वार है”। यह केवल उपचार नहीं, बल्कि रोग से पहले की सुरक्षा है। जीवन को सकारात्मक दिशा देने, तनावमुक्त और संतुलित बनाए रखने के लिए हमें योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करना चाहिए। योग अपनाएँ – स्वस्थ, संतुलित और सार्थक जीवन की ओर कदम बढ़ाएँ। योग आरोग्य का द्वार है-रामचंद्र यादव
अयोध्या/रूदौली। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रूदौली विधानसभा के भाजपा विधायक रामचंद्र यादव ने अपनी विधानसभा रुदौली के डाक बंगला स्थित रुदौली परिसर में क्षेत्रीय जनता के साथ सामूहिक योगाभ्यास किया।विधायक ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है, जो तन, मन और आत्मा को संतुलित कर स्वस्थ जीवन की राह दिखाता है।आइए, हम सभी नियमित योग को अपने जीवन में अपनाकर स्वस्थ, सशक्त और समर्थ राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।समस्त क्षेत्र वासियों व प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी।
विधायक रामचंद्र यादव ने कहा कि वर्तमान समय में जब जीवन भागदौड़ और तनाव से भरा हुआ है, ऐसे में योग एक ऐसा साधन बनकर उभरा है जो न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मन और आत्मा को भी संतुलित करता है। योग आरोग्य का द्वार है, यह कथन केवल शब्द नहीं, बल्कि एक गहरी अनुभूति है, जो हमें अपने भीतर झाँकने और जीवन को सहेजने की प्रेरणा देता है। योग कोई नया आविष्कार नहीं, बल्कि हजारों वर्षों पुरानी भारतीय सभ्यता की ऐसी देन है, जो आज वैश्विक स्तर पर अपनाई जा रही है। महर्षि पतंजलि द्वारा प्रतिपादित योगसूत्रों से लेकर आज के आधुनिक योग गुरुओं तक, यह यात्रा स्वास्थ्य, अनुशासन और आत्मज्ञान की दिशा में निरंतर अग्रसर रही है।
योग के नियमित अभ्यास से शारीरिक रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। यह शरीर की लचीलापन, शक्ति और संतुलन को सुधारता है। प्राणायाम जैसे श्वास अभ्यास फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाते हैं और रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं। हृदय रोग, मधुमेह, मोटापा जैसे जीवनशैली जनित रोगों में भी योग अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ है।आज की व्यस्त जीवनशैली में मानसिक तनाव और चिंता आम समस्या बन गई है। योग और ध्यान के माध्यम से व्यक्ति अपने विचारों और भावनाओं पर नियंत्रण पाना सीखता है। यह आत्म-चिंतन की दिशा में एक कदम है जो व्यक्ति को भीतर से सशक्त बनाता है। योग आरोग्य का द्वार है-रामचंद्र यादव