कानपुर में एक व्यापारी हैं । नाम है पीयूष जैन । यह करते है इत्र का कारोबार । तो इन जैन साहब के घर, फैक्ट्री,ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज व पेट्रोल पंप पर 2 दिन पूर्व छापा मारा गया था । सही समझे यह छापे की कार्यवाही उसी दिन सुबह ही शुरू हो गयी थी जिस दिन दोपहर में जया बच्चन आंटी राज्यसभा में “श्राप” दे रही थी । अब जया आंटी की तिलमिलाहट क्यों थी ? उसका खुलासा आज हुआ है ।उस दिन कइयों ने कहा कि बेटे अभिषेक की पत्नी ऐश्वर्य राय को ईडी ने पूछताछ के लिये बुलाया है इसलिए जया आंटी नाराज हैं । लेकिन मेरे मन मे प्रश्न आया कि ऐश्वर्य राय से तो इनके इतने मतभेद हैं कि यह दोनों रहती भी अलग अलग घर मे हैं, तो ऐसी बदहवासी किसलिए ? उसका जवाब आज मिला है ।
प्रदेश में अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले आयकर विभाग और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड सक्रिय तौर पर छापेमारी कर रहा है।हाल ही में समाजवादी पार्टी से जुड़े कुछ लोगों के यहां केंद्रीय एजेंसियों ने छापेमारी की थी, जिसे लेकर काफी हंगामा भी हुआ।आरोप-प्रत्यारोप के दौर भी चले लेकिन कानपुर में गुरुवार को हुई छापेमारी ने राजनीतिक गलियारों में बयानबाज़ी के दौर को तो हवा दी ही है, आम लोगों को भी चौंका दिया है।केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने कानपुर में इत्र व्यापारी पीयूष जैन की फ़ैक्ट्री और आवास पर छापेमारी की. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड की अलग-अलग टीमों ने मुंबई, गुजरात में भी उनके घर, फैक्ट्री, उनके ऑफ़िस, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पंप पर छापेमारी की।केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि पीयूष जैन के पास से करोड़ों रुपये बरामद किये गए हैं।
CLANDESTINE REMOVAL CASE:
DGGI, Ahmedabad Zone
22/23.12.2021
Commodity: Pan Masala/Scented Tobacco
Brand: Shikhar of Trimurti Fragrance Pvt Ltd, Kanpur
Detection: Rs 10 crores (preliminary estimate)
Recovery: Rs 3.09 crores (cash)
Cash recovered: > Rs 150 crores (approx)
On specific intelligence, officers of DGGI, Ahmedabad initiated searches in Kanpur at the factory premises and the premises belonging to the transporter who was involved in transportation of goods under the cover of fake invoices, without generating Eway Bills.
The transporter used to generate multiple invoices in the name of non existent firms, all below Rs 50,000/- for one truck load, to avoid generation of Eway Bills.
The officers successfully intercepted and seized 4 such trucks outside the factory premises.
More than 200 fake invoices used in the past for transportation without payment of GST have been recovered from the warehouse of transporter. Further, physical stock taking in the factory has resulted in detection of shortage of raw materials/finished goods.
Most importantly, at the residence of one of the suppliers, also related to the transporter, huge cash amount, likely to be in excess of Rs. 150 crores has been recovered. The process of counting of currency notes is still going on with the help of SBI officials. It may get concluded by tomorrow morning, giving us the exact figures. It is proposed to seize it for further in-depth investigations.
Necessary follow up action is also being organised.
तो साहब जैन साहब पर यह कार्रवाई उनके कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई स्थित प्रतिष्ठानों पर एक साथ की गई। मीड़िया रिपोर्टस के मुताबिक छापों में करीब 160 करोड़ की अघोषित रकम का खुलासा हुआ है जबकि 100 करोड़ रुपये से अधिक “कैश यानी नगद” में मिले हैं ! हैं आश्चर्यजनक !! 100 करोड़ कैश वो भी एक व्यक्ति के पास !!! कहा जा रहा है कानपुर में इनकी गणना के लिए नोट गिनने वाली चार मशीनें मंगाई गईं।और हां यह कार्रवाई अभी तक जारी है ।अब जानिए पीयूष जैन को । यह पीयूष जैन उत्तर प्रदेश के एक पार्टी के सबसे बड़े फाइनेंसर है ।पीयूष जैन के भाई पम्मी जैन एमएलसी भी हैं । यंहा तक कि पीयूष जैन ने एक माह पहले “समाजवादी इत्र” नाम से एक नया प्रोडक्ट भी जारी किया था जिसे अखिलेश यादव ने स्वंय लखनऊ में लॉन्च किया था। उस समय बताया गया था कि 2022 के चुनावों को देखते हुए यह इत्र 22 फूलों से बनाया गया है। तब MLC पम्मी जैन ने कहा था कि जब लोग इसे इस्तेमाल करेंगे तो उन्हें इसमें समाजवाद की खुशबू आएगी, जो 2022 में नफरत को खत्म करेगी।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के इतिहास में कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से अब तक 150 करोड़ रुपये की नकदी की बरामदगी कीर्तिमान बन गई है। इससे पहले कभी इतनी नकदी किसी छापे में नहीं मिली। अभी नोटों की गिनती चल रही है। इससे बरामदगी करीब 170 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।अब लोगों को इसकी खुश्बू आएगी या नहीं यह तो वक्त बताएगा लेकिन फिलहाल तो इतने बड़े कैश की बरामदगी बताती है कि यह दोनों भाई यानी पीयूष-पम्मी जैन “अम्बानी-अडानी” के भी ‘बाप’ है !!