बेचारे पुलिस वाले चुनाव हार गये-अमिताभ वाजपेई

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बेचारे पुलिस वाले चुनाव हार गये-अमिताभ वाजपेई
बेचारे पुलिस वाले चुनाव हार गये-अमिताभ वाजपेई

उत्तर प्रदेश के कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी की जीत ने साबित कर दिया कि सोलंकी परिवार की पकड़ आज भी मजबूत है। नसीम सोलंकी की जीत से उत्साहित सपा विधायक अमिताभ वाजपेई जीत का जश्न मना रहे थे। शोर सुनकर पुलिस मंच की तरफ बढ़ी, तो सपाइयों ने हो हल्ला शुरू कर दिया। सपा विधायक अमिताभ वाजपेई ने कहा कि बेचारे पुलिस वाले चुनाव हार चुके हैं… क्यों इनको परेशान कर हो फिर क्या तालियां बजने लगीं और हुल्लड़ शुरू हो गया।आर्यनगर विधानसभा सीट सपा विधायक अमिताभ वाजपेई ने नसीम सोलंकी के चुनाव को लीड किया है। नसीम के चुनाव के पीछे अमिताभ वाजपेई और सुनील साजन थे। अमिताभ वाजपेई ने मतदान वाले दिन अपने समर्थकों के साथ किसी गोपनीय स्थान पर चले गए थे, ताकि पुलिस उन्हें अरेस्ट या हाउस अरेस्ट ना कर सके। इसके बाद अमिताभ वाजपेई ने सोशल मीडिया पर मतदान स्थल पर होने वाली गड़बड़ियों को वायरल करना शुरू कर दिया। बेचारे पुलिस वाले चुनाव हार गये-अमिताभ वाजपेई

कानपुर की सीसामऊ सीट का परिणाम समाजवादी पार्टी के पक्ष में आया है। जीत का जश्न मना रहे सपा विधायक अमिताभ वाजपेई पुलिस कर्मियों की चुटकी लेने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि पुलिस चुनाव हार चुकी है।

नसीम को जनता का आशीर्वाद मिला

जिसका नतीजा यह रहा कि कानपुर पुलिस कमिश्नर को दो दारोगाओं को निलंबित करना पड़ा। इसके साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर सफाई देनी पड़ी। अमिताभ वाजपेई ने कहा कि नसीम सोलंकी ने जनता का प्यार और आशीर्वाद जीता है। उन्होंने कहा कि कानपुर की जनता साबित कर दिया कि यह कानपुर है रामपुर नहीं है।

अहंकार चुनाव हारा है

सपा विधायक अमिताभ वाजपेई यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि कानपुर में किसी का अहंकार चलने वाला नहीं है। मुख्यमंत्री के तीन-तीन दौरे के बाद भी कानपुर ने वही किया, जो करता हुआ आ रहा है। फुटबॉल अहंकार का प्रतीक है। अहंकार हारा है, इसलिए फुटबॉल पंचर हुआ है। बेचारे पुलिस वाले चुनाव हार गये-अमिताभ वाजपेई