
यूपी में कोविड (कोरोनावायरस) की एंट्री हो गई है। शुक्रवार को गाजियाबाद में चार पॉजिटिव पेशेंट मिले हैं। इसमें एक मरीज का प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है, जबकि तीन अन्य मरीजों को घर में आइसोलेट कर दिया गया है।उत्तर प्रदेश में कोविड (कोरोनावायरस) के JN1 वैरिएंट की वजह से संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं, जिनमें गाजियाबाद में चार पॉजिटिव केस की पुष्टि हुई है। यह स्थिति चिंताजनक हो सकती है, खासकर जब संक्रमण के लक्षण तेजी से सामने आ रहे हों और मरीजों की कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा की हिस्ट्री नहीं हो। यूपी में कोविड की एंट्री
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने कहा- कोरोना पॉजिटिव पेशेंट में 71 वर्षीय बुजुर्ग, उनकी 64 वर्षीय पत्नी, एक 18 वर्षीय युवती और एक 37 वर्षीय महिला शामिल हैं। कोरोना के JN1 वैरिएंट की वजह से संक्रमण सामने आने के बाद यूपी में पहली बार चार केस सामने आए हैं। पूरे भारत में कुल 261 पॉजिटिव केस मिले हैं। सभी पेशेंट में खांसी-जुकाम, बुखार के लक्षण गाजियाबाद के बृज विहार की 18 वर्षीय युवती को खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत थी। जांच में कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है।
वहीं, वसुंधरा में रहने वाले एक दंपती 13 मई को बेंगलुरु से लौटा था, दोनों को खांसी और बुखार की शिकायत थी। उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। जबकि वैशाली की 37 वर्षीय महिला को भी चार-पांच दिन से खांसी-जुकाम था। डॉक्टर की सलाह पर कराई गई जांच में वह भी कोविड पॉजिटिव पाई गई। वह भी होम आइसोलेशन में है। NCR में अब तक 9 मरीजों में कोरोना की पुष्टि शुक्रवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम और फरीदाबाद में दो नए कोरोना के मरीजों की पुष्टि हुई है। गुरुग्राम में अब तीन और फरीदाबाद में दो मरीज कोरोना की चपेट में आ गए हैं। इस तरह से गाजियाबाद को मिलाकर अब एनसीआर में कोरोना के नौ मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
मुख्य बातें संक्षेप में:
- चार मरीज गाजियाबाद से – एक अस्पताल में भर्ती, तीन होम आइसोलेशन में।
- मरीजों में एक बुजुर्ग दंपती (71 और 64 वर्ष), एक 18 वर्षीय युवती और एक 37 वर्षीय महिला शामिल हैं।
- JN1 वैरिएंट की पुष्टि – यूपी में इस वैरिएंट से पहली बार 4 केस मिले हैं।
- भारत में कुल 261 केस – JN1 वैरिएंट से।
- NCR में अब तक 9 केस – गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में पुष्टि हुई।
सुझाव और सावधानियां:
- भीड़भाड़ से बचें और मास्क का प्रयोग करें, खासकर सार्वजनिक स्थानों पर।
- हाथों की सफाई बार-बार करें और सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- अगर बुखार, खांसी, या सांस लेने में दिक्कत हो, तो तुरंत जांच करवाएं।
- होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करें यदि हल्के लक्षण हैं।
- सरकारी स्वास्थ्य निर्देशों और अपडेट्स पर ध्यान दें।
इम्यूनिटी को कमजोर करता है JN.1 वैरिएंट JN.1, ओमिक्रॉन के BA2.86 का एक स्ट्रेन है। इसे अगस्त 2023 में पहली बार देखा गया था। दिसंबर 2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया।
इसमें करीब 30 म्यूटेशन्स हैं, जो इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं। अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार JN.1 पहले के वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा आसानी से फैलता है, लेकिन यह बहुत गंभीर नहीं है। यह दुनिया के कई हिस्सों में सबसे आम वैरिएंट बना हुआ है।
JN.1 वैरिएंट के लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक कहीं भी रह सकते हैं। अगर आपके लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो हो सकता है कि आपको लंबे समय तक रहने वाला कोविड हो। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें COVID-19 के कुछ लक्षण ठीक होने के बाद भी बने रहते हैं। यूपी में कोविड की एंट्री