दुश्मन देश के सहयोगियों को होगा आर्थिक नुकसान-संजय गुप्ता

73
दुश्मन देश के सहयोगियों को होगा आर्थिक नुकसान-संजय गुप्ता
दुश्मन देश के सहयोगियों को होगा आर्थिक नुकसान-संजय गुप्ता
राजू यादव
राजू यादव

भारत के व्यापारी उन देशों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुँचाएंगे जो भारत के दुश्मन देश के समर्थक या सहयोगी हैं। यदि कोई देश भारत के दुश्मनों का समर्थन करता है, तो हमारे व्यापारी उन्हें आर्थिक मोर्चे पर जवाब देंगे।भारत के कारोबारी अब ऐसे देशों से व्यापार नहीं करेंगे जो भारत के दुश्मनों का साथ देते हैं, जिससे उन देशों को आर्थिक हानि होगी।दुश्मन देश के सहयोगी देशो को आर्थिक नुकसान पहुंचाएंगे भारत के व्यापारी। शुक्रवार को दिल्ली में देश के सभी राज्यों के शीर्ष व्यापारी नेता का होगा जमावड़ा। दुश्मन देश के सहयोगियों को होगा आर्थिक नुकसान-संजय गुप्ता

लखनऊ। कन्फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के बैनर तले 16 मई, शुक्रवार को दिल्ली स्थित द ललित होटल में एक नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से शीर्ष व्यापारी नेताओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष एवं CAIT के राष्ट्रीय संगठन मंत्री (उत्तर भारत) संजय गुप्ता ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य उन देशों के खिलाफ रणनीति बनाना है जो पाकिस्तान को खुलेआम समर्थन दे रहे हैं। खास तौर पर तुर्की और अजरबैजान द्वारा पाकिस्तान का साथ दिए जाने को लेकर इन देशों से व्यापारिक संबंध समाप्त करने पर विचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सम्मेलन में इन देशों के बायकॉट (बहिष्कार) का रोडमैप तैयार किया जाएगा, जिसके अंतर्गत आयात-निर्यात बंद करने, भारतीय बाज़ार में इन देशों की वस्तुओं की बिक्री रोकने, और भारतीय व्यापारियों द्वारा इनसे व्यापार न करने जैसे निर्णय लिए जा सकते हैं। संजय गुप्ता ने स्पष्ट किया कि “जो देश भारत के दुश्मनों का साथ देंगे, उन्हें भारतीय व्यापारी भी दुश्मन मानेंगे और उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह कदम एक स्पष्ट संदेश देने के लिए है कि भविष्य में कोई भी देश पाकिस्तान का समर्थन करने की हिम्मत न कर सके। कॉन्फ्रेंस में विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा भारतीय रिटेल व्यापार को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों पर भी चर्चा होगी, और इस संदर्भ में भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।

कैट के राष्ट्रीय संगठन मंत्री (उत्तर भारत) एवं उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि उपलब्ध जानकारी के मुताबिक अप्रैल 2024 से लेकर फरवरी 2025 के अप्रैल के बीच भारत का तुर्की को निर्यात 5.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि 2023-24 में यह आंकड़ा 6.65 अरब अमेरिकी डॉलर था जबकि इसी अवधि में भारत का तुर्की से आयात 2.84 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो 2023-24 में 3.78 अरब अमेरिकी डॉलर था। इसी प्रकार इसी अवधि में अज़रबैजान को भारत का निर्यात केवल 86.07 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि 2023-24 में यह 89.67 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।दूसरी तरफ़ अज़रबैजान से भारत का आयात इसी समय के दौरान केवल 1.93 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जो 2023-24 में 0.74 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।

व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने बताया कि भारत से तुर्की को रिफाइंड पेट्रोलियम, मोटर व्हीकल्स और पार्ट्स, स्टील, कैमिकल्स, दवाएं, कीमती पत्थर और वस्त्र सहित कई प्रमुख वस्तुएं निर्यात होती हैं जबकि तुर्की से भारत को कच्चा पेट्रोलियम,मशीनरी, मार्बल, गोल्ड, फल, प्लास्टिक और वस्त्र आयात होते हैं। भारत से अज़रबैजान को तंबाकू, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी, दवाएं, सिरेमिक उत्पाद, अनाज आदि निर्यात होते हैं जबकि अज़रबैजान से भारत को प्रमुख रूप से खनिज तेल, केमिकल्स, कच्ची खालें, एल्यूमिनियम और कॉटन आदि आयात होते हैं।

संजय गुप्ता ने कहा कि व्यापारिक बहिष्कार के परिणामस्वरूप तुर्की को निर्यात में अरबों डॉलर के नुकसान के साथ-साथ घरेलू उद्योगों, जैसे स्टोन और माइनिंग, फर्नीचर, वस्त्र, और खाद्य प्रसंस्करण पर बड़ा असर होगा।इन दोनों देशों का भारत के साथ व्यापार उनके लिए लाभकारी है और यदि भारतीय व्यापारी और उद्योगपति सामूहिक रूप से इन देशों का व्यापारिक बहिष्कार करते हैं, तो यह उन्हें आर्थिक रूप से झकझोर देगा और उन्हें भारत के खिलाफ खड़े होने की कीमत चुकानी पड़ेगी। दुश्मन देश के सहयोगियों को होगा आर्थिक नुकसान-संजय गुप्ता