मुख्य सचिव ने मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों दिये दिशा-निर्देश

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मुख्य सचिव ने मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों दिये दिशा-निर्देश
मुख्य सचिव ने मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों दिये दिशा-निर्देश

मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर दिये आवश्यक दिशा-निर्देश।

लखनऊ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। एयर क्वालिटी के विषय पर मुख्य सचिव ने विशेष तौर पर एनसीआर के आठ मेरठ, गाजियाबाद, शामली, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, हापुड़, बागपत, गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारियों को निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) में दिए गए निर्देशों का अनुपालन किया जाए। यदि किसी जनपद में एक्यूआई 449 है, तो वहां ग्रेप 4 को लागू किया जाए। 450 या 451 एक्यूआई होने का इंतजार न किया जाए।

उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी गाइडलाइंस के बारे में सेंस्टाइज किया जाए। प्रतिदिन रोड की सफाई हो और सॉलिड वेस्ट प्रतिदिन उठान हो। पानी का छिड़काव किया जाए। इसके लिए फॉग मशीन का उपयोग किया जाए। सभी तरह के निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया जाए। गाइडलाइन में कौन सा एक्शन कब लिया जाएगा है, उसी के अनुरूप एक्शन लिया जाए। उन्होंने कहा कि एयर क्वालिटी बायो मास के जलने, व्हीकल पॉल्यूशन और वेस्ट से प्रभावित होती है। उसमें नंबर एक बायोमास को जलाना है। उन्होंने कहा वायु प्रदूषण कम करने के लिए जो एक्शन लिए जाए वह रिफ्लेक्ट होने चाहिए।

उन्होंने कहा कि आलू उत्पादन करने वाले क्षेत्रों में डीएपी की मांग तेजी से बढ़ रही है। मांग के सापेक्ष डीएपी प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कृषि एवं सहकारिता विभाग के द्वारा इसे ध्यान में रखते हुए डीएपी का अलॉटमेंट किया जाये। फर्टिलाइजर को लेकर संवेदनशील जनपदों पर विशेष निगरानी रखी जाये। कहीं से भी तस्करी एवं कालाबाजारी की शिकायत नहीं प्राप्त होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में रैन बसेरा की तैयारी अभी से शुरु कर दिया जाए। कोहरे के कारण सड़क पर ट्रैफिक की अव्यवस्था न हो। ट्रैफिक जाम करने वालों पर कठोर कार्रवाई किया जाए।

पराली जलने की घटनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को सतर्क रहने की जरूरत है। जिन जनपदों में पराली जलने की घटनायें अधिक हो रही हैं, वहां लोगों को पराली न जलाने के लिये अधिक से अधिक जागरूक किया जाये। इसके बावजूद न मानने पर सम्बन्धित लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की जाये। बैठक में पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार,कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस0 गर्ग, अपर मुख्य सचिव गृह श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव कृषि रवीन्द्र,प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे। मुख्य सचिव ने मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों दिये दिशा-निर्देश