लखनऊ। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में रविवार को आयोजित 28वें दीक्षांत समारोह में लखनऊ निवासी आकाश यादव को “प्रिंट मीडिया पर पड़ने वाले नागरिक पत्रकारिता के प्रभाव” विषय पर किए गए शोध के लिए डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की उपाधि प्रदान की गई। यह गौरवपूर्ण अवसर आकाश और उनके परिवार के लिए न केवल एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान को भी दर्शाता है। आकाश यादव को मिली पीएचडी की उपाधि

आकाश यादव जो पत्रकारिता एवं जनसंचार में अपने गहन अध्ययन और अनुभव के लिए जाने जाते हैं ने अपने शोध कार्य में नागरिक पत्रकारिता के प्रिंट मीडिया पर प्रभाव का विस्तृत अध्ययन किया। इस शोध में उन्होंने हिंदी समाचार पत्रों का बारीकी से अध्ययन कर यह समझने की कोशिश की कि किस तरह नागरिक पत्रकारिता ने परंपरागत मीडिया की प्रक्रिया और उसकी विश्वसनीयता पर असर डाला है। आकाश के अनुसार, “नागरिक पत्रकारिता न केवल समाज के प्रति अपने दायित्व को निभाने का एक माध्यम है, बल्कि यह मीडिया में समाज की भागीदारी को बढ़ाने का सशक्त तरीका भी है।”

आकाश का मानना है कि उनके इस अध्ययन से भविष्य में नागरिक पत्रकारिता को और प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी। यह शोध न केवल पत्रकारिता के छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी होगा, बल्कि मीडिया संस्थानों को भी नागरिक पत्रकारिता के बढ़ते प्रभाव को समझने और उसे अधिक जिम्मेदारी से अपनाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा।

प्रारंभिक शिक्षा और करियर

लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त करने वाले आकाश यादव ने 2017 में यूजीसी द्वारा आयोजित नेट (राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा) परीक्षा भी उत्तीर्ण की। इसके बाद आकाश ने अपने करियर की शुरुआत प्रतिष्ठित समाचार पत्र अमर उजाला में ट्रेनी रिपोर्टर के रूप में की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का अनुभव प्राप्त किया और समाचारों की बारीकी को समझा।

अपने शुरुआती अनुभवों के बाद आकाश ने समृद्धि न्यूज़ के साथ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जहाँ उन्होंने एडिटोरियल टीम की जिम्मेदारियां संभालीं। इस भूमिका में वे संपादकीय निर्णय लेने, समाचार चयन और प्रस्तुतिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी पहचान मजबूत की और मीडिया उद्योग में गहरी समझ विकसित की।

शोध कार्य और योगदान

आकाश का शोध कार्य पत्रकारिता के छात्रों, शिक्षकों और मीडिया विशेषज्ञों के लिए एक नई दिशा प्रदान करता है। नागरिक पत्रकारिता, जिसे आम नागरिकों द्वारा समाचार रिपोर्टिंग के रूप में जाना जाता है, ने हाल के वर्षों में मीडिया जगत में एक प्रमुख स्थान हासिल किया है। आकाश ने इस प्रक्रिया का गहन अध्ययन किया और बताया कि किस तरह से यह पत्रकारिता के परंपरागत स्वरूप को चुनौती देती है और समाज में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देती है।

आकाश के अनुसार, “नागरिक पत्रकारिता एक ऐसा माध्यम है, जो लोगों को सशक्त बनाता है। यह उन्हें अपने आसपास की घटनाओं को रिपोर्ट करने और उन्हें सार्वजनिक मंच पर लाने का अवसर देता है। इससे न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया मजबूत होती है, बल्कि मीडिया की भूमिका भी अधिक प्रभावशाली हो जाती है।” उन्होंने अपने शोध में यह भी स्पष्ट किया कि किस प्रकार प्रिंट मीडिया ने नागरिक पत्रकारिता के बढ़ते प्रभाव का सामना किया है और किस तरह से उसे अपनी प्रक्रियाओं में समाहित करने की कोशिश की है।

परिवार और गुरुओं का आभार

पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने के बाद, आकाश ने अपने माता-पिता का सबसे पहले आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मेरे माता-पिता ने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया और मुझे अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया। उनका सहयोग मेरे लिए हर कदम पर अमूल्य रहा है।” इसके अलावा, आकाश ने अपने शोध मार्गदर्शक सहायक प्रोफेसर सुरेश प्रताप दीक्षित, प्रोफेसर मुकुल श्रीवास्तव, प्रोफेसर राजेश कुशवाहा, डॉक्टर सुरेंद्र यादव, डॉक्टर नितिन, आकांश पटेल का भी हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया।

आकाश ने आगे कहा, “शोध का यह सफर बहुत ही चुनौतीपूर्ण था, लेकिन मेरे गुरुओं के मार्गदर्शन और परिवार के सहयोग के बिना यह संभव नहीं था। जब भी मैं किसी कठिनाई में फंसा, मेरे गुरुओं ने मुझे सही दिशा दिखाई और परिवार ने हर परिस्थिति में मेरा साथ दिया।”

भविष्य की योजनाएं

पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने के बाद, आकाश यादव का लक्ष्य अपने शोध के निष्कर्षों को मीडिया संस्थानों और छात्रों के साथ साझा करना है, ताकि वे भी नागरिक पत्रकारिता की महत्ता और उसके प्रभाव को बेहतर तरीके से समझ सकें। इसके अलावा, वे पत्रकारिता के क्षेत्र में एक सशक्त भूमिका निभाते हुए, समाज में जागरूकता और परिवर्तन के लिए कार्य करना चाहते हैं।

आकाश का मानना है कि उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नया अध्याय खोलने का भी प्रयास है। उनकी यह यात्रा प्रेरणादायक है और उनके शोध से मीडिया उद्योग में नए दृष्टिकोण और संभावनाओं का विकास होगा। आकाश यादव को मिली यह उपाधि उनके अथक परिश्रम और समर्पण का परिणाम है। आकाश यादव को मिली पीएचडी की उपाधि