11-17 अगस्त तक प्रदेश मनाएगा स्वतंत्रता सप्ताह

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‘स्वतंत्रता सप्ताह’ के अन्तर्गत ‘हर घर तिरंगा’ का विशेष आयोजन किया जाएगा, इसमें हर प्रदेशवासी को सहभाग करना चाहिए।‘हर घर तिरंगा’ राष्ट्रीय गौरव का आयोजन, प्रत्येक नागरिक को इससे जुड़ना चाहिए।11 से 17 अगस्त तक ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ के दौरान हर दिन अलग-अलग कार्यक्रम तैयार किए जाएं।कृषि विज्ञान केन्द्र पर न्यूनतम 75 किसान को पौधा और तिरंगा भेंट किया जाए।‘हर घर तिरंगा’ महा-आयोजन से आमजन को जोड़ने के लिए व्यापक जागरूकता बढ़ानी होगी।युवाओं के लिए ‘सेल्फी विद तिरंगा’ जैसे रुचिकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में गांव और शहर में स्वच्छता अभियान का संचालन कराया जाए तथा पार्कों को सजाया जाए।झण्डा गीत ‘झण्डा ऊँचा रहे हमारा‘ की प्रतियां आमजन को उपलब्ध कराई जाएं।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से आगामी 11 से 17 अगस्त की अवधि को ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ के रूप में आयोजित किया जा रहा है। ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ के अन्तर्गत ‘हर घर तिरंगा’ का विशेष आयोजन किया जाएगा। इसमें हर प्रदेशवासी को सहभाग करना चाहिए। अमीर-गरीब का भेद मिटाकर सभी लोग समरस भाव से इस आयोजन से जुड़ें। स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान कम से कम 02 करोड़ 68 लाख घरों और सभी 50 लाख सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों और वाणिज्यिक-औद्योगिक इकाइयों अन्य प्रतिष्ठानों कार्यालयों पर ध्वजारोहण किया जाए। सभी अमृत सरोवरों पर झण्डा फहराया जाए। ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के सम्बन्ध में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी ने आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत संस्कृति विभाग द्वारा तैयार सामुदायिक रेडियो ‘जयघोष’ के थीम सांग को लॉन्च किया। साथ ही, उन्होंने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ 11 से 17 अगस्त, 2022 तक आयोजित होने वाले ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन भी किया।


‘हर घर तिरंगा’ राष्ट्रीय गौरव का आयोजन है। प्रत्येक नागरिक को इससे जुड़ना चाहिए। लोग अपने फहराए तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सकते हैं। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रचार-प्रसार के लिए एन0सी0सी0/एन0एस0एस0 व अन्य स्वयंसेवी संगठनों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली जाए। स्कूलों में स्लोगन व निबन्ध प्रतियोगिता कराई जाए। स्कूली बच्चों की प्रभात फेरी निकालकर आयोजन के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए। प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि झण्डा गीत ‘झण्डा ऊँचा रहे हमारा‘ के रचयिता श्री श्यामलाल गुप्त ‘पार्षद’ कानपुर के ही निवासी थे। इस गीत की प्रतियां आमजन को उपलब्ध कराई जाएं। राष्ट्रभक्ति के गीतों को संकलित लोगों को उपलब्ध कराया जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 से 17 अगस्त तक ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ के दौरान हर दिन अलग-अलग कार्यक्रम तैयार किए जाएं। पहले दिन स्कूलों में झण्डा गीत का गायन हो। तिरंगा के सफर पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन हो। पेण्टिंग, निबन्ध लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित हों। इसी प्रकार, दूसरे दिन हर गांव में पौधारोपण हो। नुक्कड़ नाटक कराए जाएं। ग्राम सचिवालयों का शहीदों/स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर नामकरण किया जाना चाहिए। परिषदीय विद्यालयों में नन्हे-मुन्ने बच्चों की प्रभात फेरी आयोजित हो। राष्ट्रभक्ति के गीत/कविताओं की प्रतियोगिता कराई जाए। उनके बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम होने चाहिए। स्वतंत्रता दिवस के दिन हर बच्चे के हाथ में राष्ट्रध्वज होना चाहिए। हर बच्चे को मिष्ठान्न जरूर मिले। सप्ताह के हर दिन के लिए अलग-अलग कार्यक्रम तय करें।

मुख्यमंत्री ने समरस भाव से हर प्रदेशवासी से तिरंगा फहराने का आह्वान किया।‘हर घर लहराएगा तिरंगा, गूंजेगा ‘ झण्डा ऊंचा रहे हमारा‘,11-17 अगस्त तक प्रदेश मनाएगा स्वतंत्रता सप्ताह, राष्ट्रभक्ति के उत्साह में होगा हर प्रदेशवासी।तिरंगे की आभा से रोशन होंगे 2.68 करोड़ घर और 50 लाख सरकारी कार्यालय।पी0आर0डी0 जवानों की निकलेगी साइकिल रैली, मंगल दल लगाएंगे मैराथन दौड़, स्कूलों में होंगे विविध आयोजन।आजादी के अमृत महोत्सव के तहत खास होगा इस बार का स्वाधीनता दिवस।स्वतंत्रता सप्ताह में हर दिन शहीद स्मारकों पर पुलिस बैण्ड बजाएगी राष्ट्रीय गीतों की धुनआजादी के गुमनाम नायकों की तलाश के लिए लोककथाओं/लोकगीतों पर होगा अध्ययन।झण्डा निर्माण और वितरण के लिए मुख्यमंत्री ने तय की कार्ययोजना, विभागों ने शुरू की तैयार।


उन्होने कहा कि प्रत्येक विकास खण्ड में 75-75 पी0आर0डी0 जवान तिरंगा लिए साइकिल रैली निकालें। पी0आर0डी0 जवान अपनी यूनीफॉर्म में हों। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पूर्व, मंगल दलों द्वारा मैराथन का आयोजन होना चाहिए। हर कृषि विज्ञान केन्द्र पर न्यूनतम 75 किसान को पौधा और तिरंगा भेंट किया जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को अमृत महोत्सव से जोड़ें। स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ध्वजारोहण किया जाए। बच्चों को सस्वर राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान याद कराया जाए।स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में हर शहीद स्मारक पर प्रत्येक दिन कम से कम आधा घण्टा पुलिस बैण्ड द्वारा राष्ट्र भक्ति गीतों का वादन हो। स्वतंत्रता दिवस के दिन शहीदों/स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया जाए। आजादी के गुमनाम नायकों की पहचान कर नई पीढ़ी से परिचित कराया जाए। हमारी लोककथाओं/लोक गीतों में ऐसे अनेक नायकों की स्मृतियां अब भी जीवन्त हैं। शोधार्थियों के माध्यम से इनकी खोज/चिन्हीकरण/पहचान करायी जाए। जागरूकता प्रसार के लिए परिवहन विभाग द्वारा प्रत्येक बस स्टैण्ड पर झण्डा फहराने की उद्घोषणा की जाए। प्रिण्ट इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया, आकाशवाणी, दूरदर्शन के माध्यम से, स्वास्थ्य केन्द्रों, स्कूलों, उचित दर की दुकानों, पुलिस थानों, कम्युनिटी रेडियो आदि के माध्यम से लोगों को कार्यक्रम की जानकारी दी जाए। उचित दर की दुकानों पर पोस्टर डिस्प्ले भी हो। लोगों को बताया जाए कि राष्ट्रीय ध्वज कहाँ मिलेगा, कब फहराना है, कैसे फहराना है।

मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ‘स्वतंत्रता सप्ताह’ 11 से 17 अगस्त, 2022 तक आयोजित होने वाले ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवक मंगल दलों सहित स्वयंसेवा समूहों के माध्यम से तिरंगा स्वयंसेवक बनाए जाएं। प्रत्येक तिरंगा स्वयंसेवक कम से कम 05 घरों को तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करें। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी 75 जिलों में गरिमामयी रीति से भव्य आयोजन कराए जाएं। युवाओं के लिए ‘सेल्फी विद तिरंगा’ जैसे रुचिकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में हर सरकारी कार्यालय और शहीद स्मारक पर तिरंगे की आकर्षक लाइटिंग हो। स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में गांव और शहर में स्वच्छता अभियान का संचालन कराया जाए तथा पार्कों को सजाया जाए। सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा जनपद, ब्लॉक स्तर तक तत्काल तैयारियों की समीक्षा की जाए। सम्बन्धित विभाग अपनी कार्ययोजना को अगले 48 घण्टे के भीतर मुख्य सचिव कार्यालय को उपलब्ध करायी जाए। इसका प्रगति विवरण मुख्यमंत्री कार्यालय के डैशबोर्ड पर प्रदर्शित किया जाए।हमें बड़ी संख्या में ध्वज तैयार करने हैं, ऐसे में समय का ध्यान रखना होगा। समय से पर्याप्त राष्ट्रध्वज तैयार करने होंगे। इसके लिए स्वयं सहायता समूहों, एन0जी0ओ0, एम0एस0एम0ई0/खादी एवं ग्राम उद्योग, निजी सिलाई केन्द्रों का सहयोग लिया जाए।

एम0एस0एम0ई0 के माध्यम से 02 करोड़ झण्डे और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 1.18 करोड़ झण्डे तैयार कराने का लक्ष्य लेकर कार्य किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि राष्ट्रध्वज संशोधित झण्डा संहिता-2021 के अनुसार ही तैयार हों। राष्ट्रध्वज हमारी ‘अस्मिता’ तथा ‘आन, बान, शान’ का प्रतीक है। अतः राष्ट्रध्वज संहिता के अनुरूप ध्वजारोहण में नियमों का कड़ाई से अनुपालन किया जाए। सरकारी कार्यालयों पर यथासम्भव खादी निर्मित राष्ट्रध्वज फहराए जाने चाहिए। इनकी व्यवस्था सम्बन्धित विभाग द्वारा की जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हर घर तिरंगा’ महा-आयोजन से आमजन को जोड़ने के लिए व्यापक जागरूकता बढ़ानी होगी। लोगों को आसानी से झण्डा उपलब्ध कराने के लिए राशन की दुकानों, ग्राम पंचायत भवनों, जनसेवा केन्द्रों, तहसील/ब्लॉक मुख्यालयों, प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और पेट्रोल पम्प/एल0पी0जी0 सेण्टरों, जिलों के विकास भवन/नगर निगम/नगर पालिका, अर्बन लोकल बॉडी, डूडा, विकास प्राधिकरण, सिविल डिफेंस आदि से वितरण कराया जाए। रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी, निगम पार्षद, बीट कॉन्स्टेबल, शिक्षामित्र आदि के माध्यम से भी घरों में वितरण कराया जा सकता है। जिलाधिकारी इन कार्यक्रमों की निगरानी करेंगे।

देश की स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत वर्ष 12 मार्च, 2021 को ‘अमृत महोत्सव’ का शुभारम्भ हुआ, इस ‘राष्ट्रोत्सव’ के तहत अब तक प्रदेश में 3,500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित हो चुके, जिनमें 4.5 करोड़ से अधिक लोगों ने सहभाग किया।अक्टूबर, 2021 में उ0प्र0 की मेजबानी में आजादी@75 न्यू अर्बन इण्डिया कॉन्क्लेव का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ।आगामी 19 जुलाई को बलिया में शहीद मंगल पाण्डेय की जयंती पर, 23 जुलाई को उन्नाव में शहीद चंद्रशेखर आजाद जयंती समारोह, 20 जुलाई को कारगिल विजय दिवस, 09 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर विशेष आयोजन किए जाएं।मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के सम्बन्ध में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक सम्पन्न।मुख्यमंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत संस्कृति विभाग द्वारा तैयार सामुदायिक रेडियो ‘जयघोष’ के थीम सांग को लॉन्च किया।


देश की स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत वर्ष 12 मार्च, 2021 को ‘अमृत महोत्सव’ का शुभारम्भ हुआ था। इस ‘राष्ट्रोत्सव’ के तहत अब तक प्रदेश में 3,500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं, जिनमें 4.5 करोड़ से अधिक लोगों ने सहभाग किया है। अक्टूबर, 2021 में उत्तर प्रदेश की मेजबानी में आजादी@75 न्यू अर्बन इण्डिया कॉन्क्लेव का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ। इसी प्रकार, प्रधानमंत्री जी की गौरवमयी उपस्थिति में नवम्बर 2021 में राष्ट्र रक्षा पर्व ‘झांसी जलसा’ का आयोजन किया गया।दिसम्बर, 2021 में प्रयागराज में आजादी कला यात्रा, मेरठ क्रान्ति पर्व, काकोरी क्रान्तिवीरों पर आधारित कला शिविर, काकोरी बलिदान दिवस के मौके पर भारत के सबसे बड़े ड्रोन शो का आयोजन भी हुआ। जनवरी, 2022 में सम्पन्न आजादी का रंगोत्सव और शाहजहांपुर में शहीद संग्रहालय के उद्घाटन ने महोत्सव को अविस्मरणीय बनाया। इन कार्यक्रमों में व्यापक जनसहभागिता आयोजन को अपने उद्देश्यों में सफलता प्रदान की। वरिष्ठ साहित्यकारों/लेखकों/गीतकारों के सहयोग से आजादी की लड़ाई, तिरंगा की यात्रा के बारे में लेखन कराया जाना चाहिए। हिंदी संस्थान के प्रेक्षागृह को आकर्षक स्वरूप दिए जाने का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण करा लिया जाए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रान्ति भूमि मेरठ में प्रथम स्वाधीनता संग्राम वीथिका, शाहजहांपुर में शहीद संग्रहालय, बहराइच में महाराजा सुहेलदेव स्मारक, लखनऊ में भारतरत्न बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर सांस्कृतिक केन्द्र की स्थापना ने ‘अमृत महोत्सव’ वर्ष को अविस्मरणीय बनाया है। आगामी 19 जुलाई को बलिया में शहीद मंगल पाण्डेय की जयंती पर, 23 जुलाई को उन्नाव में शहीद चंद्रशेखर आजाद जयंती समारोह, 20 जुलाई को कारगिल विजय दिवस, 09 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर विशेष आयोजन किए जाएं। 19 अगस्त को बलिया में चित्तू पाण्डेय जी के नेतृत्व में स्वतंत्र सरकार के गठन की स्मृति में विशिष्ट आयोजन कराए जाएं। इन अवसरों पर राजकीय अभिलेखागार द्वारा अभिलेख प्रदर्शनी, विद्यालयों में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, राज्य ललित कला अकादमी द्वारा चित्रकला शिविर, नुक्कड़ नाटकों का आयोजन, विद्यालयों में स्वच्छता अभियान आधारित कवि सम्मेलन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वेश-भूषा में सुसज्जित बच्चों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना चाहिए।