बरसाना में हर्षोल्लास से राधा रानी का जन्मोत्सव

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बरसाना में हर्षोल्लास से राधा रानी का जन्मोत्सव
बरसाना में हर्षोल्लास से राधा रानी का जन्मोत्सव

बरसाना में कल हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा राधा रानी का जन्मोत्सव। दर्शन को लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे बरसाना। मथुरा के अन्य मंदिरों में भी जन्मोत्सव मनाने की पूरी तैयारी। -जयवीर सिंह बरसाना में हर्षोल्लास से राधा रानी का जन्मोत्सव

लखनऊ। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि राधारानी का जन्मोत्सव बरसाना में भव्य रूप से मनाया जाता है। पर्यटन विभाग का यह प्रयास है कि यहां दूर-दूर से आने वाले पर्यटक सुखद स्मृति लेकर लौटें। जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मंच लगवाए गए हैं, ताकि लोग मंदिरों में दर्शन-पूजन के बाद यहां भक्ति रस में गोते लगा सकें। पर्यटन मंत्री ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की प्रियतमा राधारानी कल शनिवार भोर में जन्म लेंगी। ब्रह्मांचल पर्वत पर स्थित लाड़ली मंदिर में श्री विग्रह का अभिषेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पल का साक्षी बनने के लिए देश-दुनिया से लाखों लोग बरसाना पहुंच रहे हैं।

बरसाना में हर्षोल्लास से राधा रानी का जन्मोत्सव

ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मंच लगाए गए हैं। कलाकारों द्वारा सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किये जा रहे हैं। परंपरा के अनुसार नंदगांव से काफी संख्या में गोस्वामी राधाष्टमी के एक दिन पहले यानी शुक्रवार को शाम बरसाना पहुंचे। यहां बधाई गायन हुआ। इसके बाद बरसाना के गोस्वामियों ने नंदगांव के गोस्वामियों को मिठाई खिलाई। इस बधाई गायन के एक दिन पहले 21 सितंबर को बरसाना के कुछ लोग चाव निकालकर राधारानी मंदिर पहुंचे। इसमें महिला-पुरुष और वृद्ध-बच्चे सभी शामिल थे।

राधा रानी का जन्मोत्सव भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को राधाष्टमी के नाम से जाना जाता है। राधाष्टमी का पर्व कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद आता है।इस वर्ष राधा अष्टमी का पर्व शनिवार 23 सितंबर 2023 को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 22 सितंबर 2023 को दोपहर 01 बजकर 35 मिनट पर हो रही है। अगले दिन 23 सितंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 17 मिनट पर इस तिथि का समापन होगा।


पर्यटन मंत्री ने बताया कि राधाष्टमी को लेकर पूरे बरसाना और नंदगांव में आकर्षक सजावट की गई है। देवालयों के अलावा लोगों ने अपने घरों और सार्वजनिक स्थलों को आकर्षक ढंग से सजाया है। इन दोनों स्थलों के अलावा मथुरा में अन्य जगह जहां-जहां योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर है उसे सजाया गया है। 23 सितंबर को भोर में ब्रह्मांचल पर्वत पर स्थित लाड़ली मंदिर में श्री विग्रह का पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद बाद पूरे दिन दर्शन-पूजन, बधाई गायन और मिठाई खाने-खिलाने का दौर चलेगा। इस दौरान यहां दर्शन पूजन के लिए लाखों लोग प्रदेश के अलावा देश-विदेश से पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की सहायता के लिए पर्यटन विभाग की ओर से सुविधा केन्द्र खोले गए हैं।