2024 ही नहीं, 2027 और 2032 में भी रिपीट होगी हमारी सरकार। योगी ने विधानसभा के मॉनसून सत्र में विपक्ष पर किया करारा हमला। मुख्यमंत्री बोले- 2024 में जीत का फैसला तो गुरुवार को ही लोकसभा में हो गया। यूपी में भी 2027 और 2032 में यही सरकार आने वाली है। दुष्यंत कुमार का मशहूर शेर, तुलसीदास की चौपाई और रामकुमार वर्मा की पंक्तियों से मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश पर चुन-चुनकर छोड़े तीर। 2024 ही नहीं 2032 तक हमारी सरकार-योगी
निष्पक्ष दस्तक ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र में मुख्यमंत्री ने नेता विरोधी दल अखिलेश यादव पर चुन-चुनकर हमला बोला। सदन के आखिरी दिन शुक्रवार को सीएम योगी जैसे ही बोलने खड़े हुए उन्होंने मशहूर शायर दुष्यंत कुमार के शेर, तुलसीदास की चौपाई और साहित्यकार रामकुमार वर्मा की पंक्तियों के माध्यम से नेता विरोधी दल पर करारे प्रहार किए। सबसे करारा प्रहार उन्होंने यह कहकर किया की 2024 में जीत का फैसला तो गुरुवार को ही लोकसभा में हो गया। यूपी में भी अभी 2027 और 2032 में यही सरकार रिपीट होने वाली है। सीएम योगी विधान सभा में बाढ़ और सूखा पर हुई चर्चा पर विपक्षी दलों के नेताओं को जवाब दे रहे थे।
सांड़ हमारे लिए पशु धन
योगी ने आगे कहा कि महान किसान नेता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि देश की प्रगति का मार्ग इस देश के गांव, गलियों, खेत और खलिहानों से होकर जाता है। चौधरी चरण सिंह की बातों को वास्तव में समाजवादी पार्टी ने अपने कालखंड में थोड़ा भी ध्यान में रखा होता तो उत्तर प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक किसानों ने उनके कालखंड में आत्महत्या नहीं की होती। योगी ने कहा कि मुझे महान साहित्यकार राम कुमार वर्मा जी की पंक्तियां याद आती हैं जिन्हें ध्यान में रखकर डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। यह देश के अन्नदाता किसानों के लिए समर्पित पंक्तियां थीं, ‘हे ग्रामदेवता नमस्कार, सोने चांदी से नहीं किंतु तुमने मिट्टी से किया प्यार, हे ग्राम देवता नमस्कार।’ सोना-चांदी से प्यार करने वाले लोग अन्नदाता किसान के महत्व को नहीं समझेंगे। उसकी पीड़ा को भी नहीं समझ पाएंगे। उन्होंने अखिलेश यादव को सीख देते हुए कहा कि अगर भारत की खेती की बात होती है तो नेता विरोधी दल, उससे बाड़ी शब्द भी जुड़ता है। पशुपालन भी उसका पार्ट है। और जिस सांड़ की आप बात कर रहे हैं न वो भी उसी का हिस्सा है। आपके समय में वो बूचड़ खाने के हवाले होता था, हमारे समय में यही पशु धन का हिस्सा बना हुआ है।
बाढ़ और सूखे पर अखिलेश को सिर्फ गोरखपुर का जल जमाव याद आया
मुख्यमंत्री योगी ने अखिलेश यादव को बाढ़ और सूखे पर न बोलने के लिए भी लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि पिछले एक घंटे के अपने वक्तव्य में नेता विरोधी दल को बाढ़ और सूखा से संबंधित मुद्दों पर सिर्फ गोरखपुर का जल जमाव याद आया और बाकी कुछ भी नहीं। उन्होंने कहा कि नेता विरोधी दल के वक्तव्य को देखकर यही लगा कि 2014, 2017, 2019 और 2022 का जो जनादेश है वो जनता ने ऐसे ही नहीं दिया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि किसान कभी आपके एजेंडे में रहा ही नहीं। हमारे लिए किसान किसी जाति में नहीं बंटा है। किसान की जाति, मत मजहब नहीं है। किसान के सम्मान के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि है, फसल बीमा और स्वॉयल हेल्थ कार्ड है। एमएसपी जिसमें लागत का डेढ़ गुना दाम तय किया गया, उन्हीं किसानों के लिए है। 2024 ही नहीं 2032 तक हमारी सरकार-योगी