टनल में फंसे मजदूरों को निकालने में जुटी एनडीआरएफ टीम

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टनल में फंसे मजदूरों को निकालने में जुटी एनडीआरएफ टीम
टनल में फंसे मजदूरों को निकालने में जुटी एनडीआरएफ टीम

उत्तरकाशी के टनल में फंसे मजदूरों को निकालने में जुटी एनडीआरएफ की टीम, बारिश से भी हौसला कम नहीं.

अजय सिंह

उत्तराखंड। उत्तरकाशी में टनल के आसपास बारिश हो रही है. फंसे 41 मजदूरों को निकालने की कोशिशें जारी है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि 52 मीटर तक पाइप डाले जा चुके हैं. 57 मीटर दूरी तक पाइप डाले जाने हैं. उन्होंने बताया कि 10 मीटर तक मलबा खोदा जाना था. 4-5 मीटर खुदाई की जा चुकी है. पाइप भी डाले गए हैं. विशेषज्ञ मजदूरों की टीम रैट-होल खनन तकनीक का इस्तेमाल कर हाथ से मलबा हटा रही है. इसके बाद इसमें 800 मिमी व्यास वाले पाइप डाले जा रहे हैं.

मजदूर सुरंग में करीब 60 मीटर की दूरी पर फंसे हैं. ऑगर मशीन ने 48 मीटर तक ड्रिलिंग की थी. इसके बाद मशीन सुरंग में फंस गई थी. इसे काटकर बाहर निकाला गया. इसके बाद रैट माइनर्स ने मैन्युअल खुदाई शुरू की. सोमवार से अब तक चार-पांच मीटर तक खुदाई की जा चुकी है. ऐसे में अब 7-8 मीटर खुदाई ही बाकी मानी जा रही है.

उधर, मैन्युअल हॉरिजेंटल ड्रिलिंग के लिए दो प्राइवेट कंपनियों की दो टीमों को लगाया है. एक टीम में 5 एक्सपर्ट हैं, जबकि दूसरी में 7. इन 12 सदस्यों को कई टीमों में बांटा गया है. ये टीमें बचे हुए मलबे को बाहर निकालेंगी. इसके बाद 800 एमएम व्यास का पाइप डाला जाएगा. एनडीआरएफ की टीमें इसी के सहारे मजदूरों को बाहर निकालेंगी.

NDRFकी टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन 

सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदुरों को बाहर निकालने के लिए विभिन्न एजेंसियां अंतिम चरण में पहुंच गयी है. मजदूरों के बाहर निकलने के बाद उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले जाने के लिए एंबुलेंस को तैयार रखा गया है, और चिकित्सकों को भी घटना स्थल पर बुला लिया गया है. बता दें, लगातार टनल के अंदर पाइप डालाकर मजदुरों को खाना-पानी दिया जा रहा है. NDRF की टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है.  टनल में फंसे मजदूरों को निकालने में जुटी एनडीआरएफ टीम