प्रसव के लिए सीएचसी पहुंची प्रसूता की मौत, भाई ने लगाया मौत के बाद रेफर करने का आरोप। शिकायत पर सीएमओ ने गठित की जांच टीम।
अनिल साहू
सुल्तानपुर/कूरेभार। कूरेभार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के लिए पहुंची एक प्रसूता की मौत हो गई। इस मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हालत गंभीर होने के कारण प्रसूता को मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया गया था।इसी दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई। जबकि मृतका के भाई का आरोप है कि सीएचसी के डॉक्टर ने उसकी बहन को मौत के बाद रेफर किया था। परिजनों की शिकायत के बाद सीएमओ ने इस पूरे मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी है।
कूरेभार थाना क्षेत्र के बभनगवां निवासी मेहीलाल की पत्नी आरती (22) शुक्रवार की सुबह प्रसव पीड़ा होने लगी। परिजन उसे लेकर आशा बहू शशी कनौजिया के साथ कूरेभार सीएचसी लेकर पहुंचे। जहां स्टाफ नर्स नीलम की देखरेख में आरती को भर्ती किया गया। शाम करीब साढ़े चार बजे अचानक आरती की हालत को गंभीर बताते हुए उसे मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर के लिए रेफर कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।उसके गर्भ में पल रहे शिशु की भी मौत हो गई।
तीन सदस्यीय टीम गठित– शिकायत के बाद सीएमओ ने इस मामले की जांच के लिए एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ और एओ की तीन सदस्यीय टीम गठित की है। जांच रिपोर्ट में यदि कोई दोषी मिलता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। -धर्मेंद्र कुमार त्रिपाठी, सीएमओ
इस घटना के बाद मृतका आरती के भाई कूरेभार के पटना गांव में मियांगंज के निवासी रंजीत ने सीएचसी स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि आरती को सुबह ही सीएचसी में भर्ती कराया था फिर शाम को करीब साढ़े चार बजे उसे तब रेफर किया गया, जब उसकी मौत हो चुकी थी। कहा कि वह इस मामले में सीएचसी स्टाफ के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराएंगे। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक पंकज कुमार का कहना है कि इस घटना के दौरान वह अस्पताल में मौजूद नहीं थे। स्टाफ के अनुसार बताया गया कि प्रसव टेबल पर गर्भवती को झटके आने लगे थे, इसलिए उसे शाम साढ़े चार बजे के करीब मेडिकल कालेज के लिए रेफर करना पड़ा था। प्रसव के लिए सीएचसी पहुंची प्रसूता की मौत