UP के मंत्री को आवंटित हुए 72 प्लाट-संजय सिंह

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UP के मंत्री को आवंटित हुए 72 प्लाट-संजय सिंह
UP के मंत्री को आवंटित हुए 72 प्लाट-संजय सिंह

UP के मंत्री को आवंटित हुए 72 प्लाट-संजय सिंह

यू पी के मंत्री राकेश सचान को आवंटित हुए 72 प्लाट, AAP सांसद संजय सिंह ने पूँछा कहाँ है बाबा जी का बुलडोज़र,कहाँ है मोदी जी की CBI. बाबा का बुलडोजर राकेश सचान के 72 प्लाट और कैबिनेट पद पर कब चलेगा ? प्रधानमंत्री मोदी की ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स मंत्री राकेश सचान पर कब कार्यवाही करेगी ?

भाजपा के लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग मंत्री राकेश सचान को भ्रष्टाचार के चलते 72 प्लाट आवंटित हो गए सरकार के भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुए आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की चाल, चरित्र और चेहरे से पहचानने वाली भाजपा सरकार अब अपने मंत्री द्वारा किए गए भ्रष्टाचार पर चुप क्यों है? उन्होंने कहा कि अब बाबा का बुलडोजर राकेश सचान के प्लाट और कैबिनेट पद पर कब चलेगा? राकेश सचान को मंत्रिमंडल से कम बाहर निकाला जाएगा ?

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राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कानपुर में बेसहारा और गरीब के घर पर बुलडोजर चला दिया गया और मां बेटी की प्रशासन द्वारा आग लगाकर हत्या कर दी गई जो कि एक झोपड़ी में रह रहे थे पर राकेश सचान के 72 प्लाट पर बाबा का बुलडोजर कब चलेगा. संजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के इशारे पर सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स वाले विपक्ष की गर्दन दबाने के लिए हर समय तैयार रहते हैं और निराधार ही विपक्ष के नेताओं और उनके परिवारों को साजिशों में फसाया जाता है लेकिन देश की जनता अब यह जानना चाहती है कि जिस राकेश सचान के भ्रष्टाचार का खुलासा हो चुका है उस पर प्रधानमंत्री जी एक्शन कब लेंगे. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या भाजपा केवल किसानों, गरीबों, बेरोजगारों का शोषण करेगी या अपने मंत्रिमंडल में भी झांक कर देखेगी.

15 फरवरी को, डीआईसी के महाप्रबंधक अंजनीश प्रताप सिंह ने मंत्री के संगठन, अभिनव सेवा संस्थान को पत्र लिखकर 15 दिनों में 10 प्रतिशत फीस का भुगतान करने या लीज डीड को पंजीकृत कराने और स्टैंप ड्यूटी देने के लिए कहा. मंत्री ने इस बात की पुष्टि की.उन्होंने कहा, “मेरे संगठन ने उसी दिन महाप्रबंधक (डीआईसी) को जवाब दिया कि चूंकि वहां पर दो शैक्षणिक संस्थान पास में आ गए हैं इसलिए उस जगह पर शैक्षणिक संस्थानों की कोई जरूरत नहीं है लिहाजा अब उसे जमीन की आवश्यकता नहीं हैं. उन्हें बता दिया गया है कि प्लॉट्स को विभाग को वापस कर दिया जाएगा.”यह पूछे जाने पर कि क्या औद्योगिक इकाइयों की स्थापना में रुचि रखने वाले व्यवसायियों को भूखंडों का पुनर्वितरण किया जाएगा, सचान ने कहा कि अगर उचित लेने वाले होंगे तो यह उन्हें जरूर दिया जाएगा.

कौन हैं राकेश सचान….?

राकेश सचान का जन्म 1964 में यूपी के कानपुर में हुआ. पढ़ाई भी वहीं हुई. स्कूली शिक्षा के बाद कानपुर यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया और देखते ही देखते छात्र नेता बन गए. वर्ष 1993 में सचान को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया. कानपुर की घाटमपुर सीट से वह पहली बार विधायक चुने गए. इसके बाद उन्हें 2002 में सपा ने फिर टिकट दिया. घाटमपुर से ही सचान दोबारा विधायक चुने गए. वर्ष 2009 में सपा ने उन्हें लोकसभा भेजा. पार्टी ने उन्हें 2014 में फिर लोकसभा का टिकट दिया, लेकिन वो इस बार चुनाव हार गए. उसके बाद साल 2019 में उन्होंने सपा छोड़ दी.

सपा छोड़ राकेश सचान कांग्रेस में शामिल हुए, और लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीट से चुनाव लड़ा पर हार गए. जिसके बाद वे बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी में शामिल हुए, और कानपुर की भोगनीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए. जिसके बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया.

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