श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदय विदारक-अखिलेश यादव

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श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदय विदारक-अखिलेश यादव
श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदय विदारक-अखिलेश यादव
राजेन्द्र चौधरी
राजेन्द्र चौधरी

दिल्ली में महाकुंभ के श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदय विदारक है।अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकार में बैठे लोगों को राजनीतिज्ञ नहीं एक उस परिवार वालों की तरह सोचना होगा जिसने अपने मां-बाप, भाई-बहन, बच्चे और नाते-रिश्तेदार खोए है। मृतकों के शवों को ससम्मान उनके परिजनों तक पहुंचाने का ईमानदार इंतजाम किया जाए और घायलों को सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए। भाजपा सरकार मौत छुपाने का पाप न करें।   श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदय विदारक-अखिलेश यादव

महाकुंभ के श्रद्धालुओं से भरी बसों व अन्य वाहनों के एक्सीडेंट की ख़बरे प्रतिदिन बढ़ रही हैं जो बेहद दुखद है। इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि भारी जाम व अव्यवस्था के कारण ड्राइवरों की हालत बहुत ख़राब है। न उनकी थकान उतर रही है न नींद पूरी हो रही है। ऐसे में वे अर्द्धनिद्रा की अवस्था में वाहन चला रहे हैं जिससे दुर्घटनाएँ हो रही हैं। साथ ही सड़कों पर पैदल चलनेवालों को बचाने की भी चुनौती है। इसलिए ध्यान भटकते ही मौतें हो रही हैं। इसका समाधान सिर्फ़ अच्छी व्यवस्था है, जो सरकार ही कर सकती है पर कर नहीं पा रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ यात्रा पर निकले उन सभी मृतक श्रद्धालुओं को एक समान माना जाए जो भगदड़, एक्सीडेंट या घुटन आदि कारणों से अलग-अलग जगह पर मारे गये हैं और इसके लिए उनके परिजनों को मुआवज़ा दिया जाए। सभी घायलों को भी उपचार के साथ-साथ क्षतिपूर्ति राशि दी जाए। केंद्र और राज्य सरकार इसके लिए विभिन्न कोषों से पैसा उपलब्ध कराएं। जब अरबों रुपये प्रचार पर बहाए जा सकते हैं तो शोक संतप्त परिजनों के लिए सांत्वना के रूप में क्यों नहीं दिये जा सकते हैं।   श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदय विदारक-अखिलेश यादव