योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा-योगी

77
योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा-योगी
योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा-योगी
राजू यादव
राजू यादव

संपूर्ण मानवता के कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करता है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजभवन प्रांगण में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास में लिया हिस्सा। योग मानवता के अनुकूल है, यदि हम खुद को और पूरी मानवता को इससे जोड़ते हैं तो यह पूर्वजों और विरासत के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा होगी। पीएम मोदी के विजन और प्रयासों का परिणाम है कि आज पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से जुड़कर भारत की संस्कृति और परंपरा को गौरवान्वित कर रही है। योग एक संपूर्ण विद्या है जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करता है। मुख्यमंत्री योगी की प्रदेशवासियों से अपील, स्वस्थ और दीर्घ जीवन के लिए योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाएं। योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा-योगी

लखनऊ। 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को राजभवन प्रांगण, लखनऊ में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास में सम्मिलित हुए और योगाभ्यास किया। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी योगाभ्यास में हिस्सा लिया। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि योग मानवता के अनुकूल है, जो देश, समाज, काल परिस्थितियों से बाधित होकर के भी संपूर्ण मानवता के कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करता है। इस कार्य के साथ यदि हम जुड़ते हैं और संपूर्ण मानवता को जोड़ते हैं तो यह पूर्वजों और विरासत के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा कही जाती है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हम सभी के लिए भारत की इसी परंपरा के प्रति, इसी श्रद्धा को व्यक्त करने का एक माध्यम बना है। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने श्रीनगर में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगाभ्यास कार्यक्रम के दौरान उनकी बातों को भी सुना। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई और फिर राजभवन गीत का भी प्रस्तुतिकरण किया गया। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को तुलसी का पौधा देकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रांगण में बड़ी संख्या में उपस्थित योग साधकों व प्रशिक्षकगणों ने पूरे उत्साह से सामूहिक योगाभ्यास में किया।

पूर्वजों व विरासत के प्रति इससे बड़ा सम्मान और कोई नहीं

यह हम सबका सौभाग्य है कि योग दिवस के अवसर पर हम अपनी विरासत का स्मरण करते हुए भारत की ऋषि परंपरा के प्रति श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं। ये अवसर हमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रदान किया है, जिनके विजन और प्रयासों का परिणाम है कि आज दुनिया के लगभग पौने दो सौ देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के साथ जुड़कर भारत की इस विरासत के साथ खुद को जोड़कर के हमारी संस्कृति और परंपरा को गौरवान्वित करने का प्रयास करेंगे। अपनी परंपरा और पूर्वजों व विरासत के प्रति इससे बड़ा सम्मान और कोई नहीं हो सकता।

काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि योग एक संपूर्ण विद्या है जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करता है। भारत की ऋषि परंपरा को देखें तो उन लोगों के पास कितनी दूरदर्शिता थी, किस तरह उन्होंने समाज को जोड़ा, धर्म को योग के साथ जोड़ने का एक अभिनव प्रयास इस रूप में हुआ। जब हम धर्म की बात करते हैं तो धर्म के दो हित सामने दिखते हैं। एक है इस लोक में विकास के लिए, खुशी और खुशहाली के लिए, ईज ऑफ लिविंग के लिए कार्य करना। और दूसरा है कि जन्म के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो। यानी धर्म के दो हित भारत की ऋषि परंपरा ने हम सबको बताए हैं। योग भी हम सबको उसी परंपरा के साथ जोड़ने का काम करता है। भारतीय मनीषा भी इसी बात को कहती है कि शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम्, अर्थात सभी कार्य तभी पूर्ण हो सकते हैं जब आपका शरीर साथ हो। काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा। योग में हर किसी के लिए अलग-अलग योग विद्याएं हैं। बालक हों, युवा हों, अधेड़ हों या फिर बुजुर्ग हों, सभी योग का अभ्यास करके खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं।

योगाचार्य कृष्ण दत्त मिश्रा एवं उनकी शिष्या मधु पांडेय ने योगाभ्यास करते हुए

आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारतीय आदर्श योग संस्थान के तत्वाधान में संगीत नाटय अकादमी गोमती नगर में योगाभ्यास हुआ। योगाचार्य कृष्ण दत्त मिश्रा एवं उनकी शिष्या मधु पांडेय ने योगाभ्यास कर इसकी उपयोगिता से अवगत कराया। योगाचार्य कृष्ण दत्त मिश्रा ने कहा कि योगाभ्यास शरीर को स्वस्थ रखने की एक उत्तम क्रिया है। यह एक ऐसी क्रिया है जो प्राचीन काल मे केवल ध्यान साधना के लिए की जाती थी। लेकिन आज के समय आम जनमानस इसे उत्तम स्वास्थ्य के लिए करता है। स्वस्थ और निरोगी रहने के लिए नियमित रूप से योगासन जरूरी है। जीवन में योग के लाभ और महत्व को देखते हुए इसे दुनियाभर में अहमियत दी गई। सेहत के साथ ही योग मानसिक शांति और एकाग्रता के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए दुनियाभर के लोगों को योग के प्रति जागरुक करने के लिए 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है।

मधु पांडेय ने बताया कि नियमित योग करने से हमारी लाइफस्टाइल बदल गई है।उन्होंने कहा मेरी फिटनेस का मूल मंत्र योग है। सूर्य नमस्कार को सरकार भी बढ़ावा दे रही है क्योंकि इससे हम शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। भुजंगासन,चक्रासन, सर्प आसन एवं शवासन आदि घर पर भी किए जा सकते हैं। योग करने से शरीर निरोग रहता है और मन भी प्रसन्न रहता है। योग अपनाकर कई बीमारियों से स्थाई रूप से बचा जा सकता है। योग के माध्यम से मनुष्य प्रकृति से जुड़ता है। योग,ध्यान और प्राणायाम भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं। स्वस्थ रहने का यह सबसे सस्ता और सुलभ तरीका है, यही कारण है कि हम महिलायें भी अब योग का महत्व समझने लगी हैं। नियमित रूप से योगासन करना महिलाओं का रूटीन बनता जा रहा है।

योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा

योगी ने योग दिवस की थीम पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जिस थीम ‘योग सबके लिए’ के साथ पूरी दुनिया में आयोजित हो रहा है, इसका अर्थ है कि इसमें कोई भेद नहीं है। इसमें जाति का भेद नहीं है, क्षेत्र का, भाषा का, काल का, देश का भेद नहीं है। मेरी अपील है कि योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाएं। एक समय आपको स्वयं अहसास होगा कि जो भी समय आपने योग के लिए समर्पित किया है वो आपके स्वस्थ और दीर्घ जीवन के लिए, आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम रहा है। यदि नियमित दिनचर्या के साथ इसको आगे बढ़ाएंगे तो इसका हमें भरपूर लाभ प्राप्त होगा। इस अवसर पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल,मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र,प्रमुख सचिव आयुष लीना जौहरी और योग साधव व प्रशिक्षकगण उपस्थित रहे। योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा-योगी