आलू को रोग से बचाने के लिए टेबुकोनाजोल का छिड़काव करें किसान 

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आलू को रोग से बचाने के लिए टेबुकोनाजोल का छिड़काव करें किसान 
आलू को रोग से बचाने के लिए टेबुकोनाजोल का छिड़काव करें किसान 

 अयोध्या/कुमारगंज। आलू के परीक्षण के लिए केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के सब्जी विज्ञान विभाग केंद्र पर पहुंची। टीम ने किसानों को आलू को रोग से बचाने के लिए टेबुकोनाजोल दवा का छिड़काव करने की सलाह दिया।  डॉक्टर अश्वनी कुमार शर्मा प्रधान वैज्ञानिक केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला, डॉक्टर डी एल यादव और परियोजना के मुख्य अन्वेषक व विभागाध्यक्ष डॉक्टर सी.एन राम की संयुक्त टीम ने केंद्र का भ्रमण किया। इस दौरान टीम ने फसल उत्पादन, फसल सुधार एवं फसल सुरक्षा से संबंधित परीक्षण का अध्ययन किया। फसल सुधार में वैज्ञानिकों ने कुछ प्रजातियों को अगेती के लिए चिन्हित किया। आलू को रोग से बचाने के लिए टेबुकोनाजोल का छिड़काव करें किसान 

वहीं दूसरी तरफ़ टीम ने फसल सुरक्षा में झुलसा  एवं फोमा रोग का बारीकी से निरीक्षण किया और रोगों के प्रबंधन के विषय में कई जानकारियां दीं।भ्रमण के दौरान टीम के सदस्यों ने संस्तुत किया कि एज़ोक्सीस्तराबीन पल्स टेबुकोनाजोल 1 एम.एल प्रति लीटर पानी के दर से छिड़काव करें। किसानों को रोग प्रबंधन में मददगार साबित होगा। टीम के सभी सदस्यों ने केंद्र पर लगे परीक्षण की सराहना की। इस मौके पर परियोजना के मुख्य अन्वेषक डा. सीएनराम ने अपने समस्त स्टाफ के साथ वैज्ञानिकों की टीम को निरीक्षण कराया। भ्रमण के दौरान टीम के साथ डा. प्रदीप दलाल, डा.आस्तिक झा, डा.आशीष कुमार सिंह, डा.मनोज कुमार, डा.संजीव कुमार सिंह, डा.अनिल कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे। आलू को रोग से बचाने के लिए टेबुकोनाजोल का छिड़काव करें किसान