महाकुम्भ में संस्कृति का भी संगम कराएगी योगी सरकार। देश के नामचीन कवियों के काव्यपाठ का भी श्रवण करेंगे कल्पवासी। 10 जनवरी से 24 फरवरी तक निरंतर चलेगा कवि सम्मेलन। वीर रस,श्रृंगार रस,हास्य,करुण,भक्ति रस आदि में कविता का रसास्वादन करेंगे श्रोता। देश के नामचीन कवि विष्णु सक्सेना,बुद्धिनाथ मिश्र,अशोक चक्रधर, हरिओम पंवार,कुमार विश्वास,शैलेष लोढ़ा,मनोज मुंतशिर,विनीत चौहान,अनामिका अंबर,गजेंद्र सोलंकी, दिनेश रघुवंशी, सुनील जोगी आदि का होगा काव्य पाठ। महाकुम्भ में संस्कृति का भी संगम
महाकुम्भ-2025 में संस्कृति का भी संगम होगा। योगी सरकार द्वारा यहां गायन, वादन, नृत्य समेत हर विधा के कलाकारों को मंच मुहैया कराया जाएगा। 10 जनवरी से 24 फरवरी तक यहां अनेक सांस्कृतिक गतिविधियां होंगी, जिसमें कवि सम्मेलन भी शामिल है। श्रद्धालु, पर्यटक व कल्पवासी वीर रस, श्रृंगार रस, हास्य रस, करुण रस, भक्ति रस आदि में कविताओं का श्रवण करेंगे। कवि सम्मेलन में मेजबान उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य प्रदेशों के कवि भी शामिल होंगे। विष्णु सक्सेना, बुद्धिनाथ मिश्र, अशोक चक्रधर, हरिओम पंवार, कुमार विश्वास, शैलेष लोढ़ा, मनोज मुंतशिर, विनीत चौहान, अनामिका अंबर, गजेंद्र सोलंकी, दिनेश रघुवंशी सुनील जोगी सरीखे कवियों का काव्य पाठ भी प्रस्तावित है।
10 जनवरी से प्रारंभ होगा कवि सम्मेलन, स्थानीय कवियों को भी मिलेगा अंतरराष्ट्रीय मंच
उप्र संस्कृति निदेशालय ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर तैयारी कर ली है। 10 जनवरी से कवि सम्मेलन प्रारंभ होगा। इसमें स्थानीय कवियों को भी योगी सरकार अंतरराष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराएगी। पहले दिन वाराणसी के अनिल चौबे, प्रयागराज के श्लेष गौतम, रायबरेली के अभिजीत मिश्रा, आजमगढ़ के भालचंद्र त्रिपाठी, सोनभद्र की विभा सिंह श्रोताओं को कविताएं सुनाएंगी। 11 जनवरी को प्रयागराज के शैलेंद्र मधुर, रायबरेली के नीरज पांडेय, ललितपुर के पंकज पंडित, लखनऊ के शेखऱ त्रिपाठी, प्रयागराज की आभा माथुर कविता पाठ करेंगी। 16 जनवरी को देहरादून के नामचीन कवि बुद्धिनाथ मिश्र, देवास के शशिकांत यादव, इंदौर के अमन अक्षऱ, प्रयागराज के हास्य कवि अखिलेश द्विवेदी, बालाघाटा के राजेंद्र शुक्ल का कविता पाठ होगा। 17 जनवरी को विनीत चौहान, दिल्ली के प्रवीण शुक्ल, मथुरा की पूनम वर्मा, इटावा के डॉ. कमलेश शऱ्मा, राजसमंद के सुनील व्यास महाकुंभ में कविता पाठ करेंगे।
हरिओम पवार वीर रस, विष्णु सक्सेना श्रृंगार रस की कविताओं से कल्पवासियों का करेंगे मनोरंजन
महाकुम्भ में होने वाले सांस्कृतिक संगम में कई नामचीन कवि रहेंगे। इसमें अशोक चंक्रधर व विष्णु सक्सेना का भी काव्य पाठ होगा। दोनों कवियों का 18 जनवरी को कार्यक्रम प्रस्तावित है। 19 को कवयित्री अनामिका अंबर, सुरेंद्र दुबे, गजेंद्र सोलंकी काव्य पाठ करेंगे। वीर रस के सशक्त हस्ताक्षर डॉ. हरिओम पवार का काव्य पाठ 21 जनवरी को संभावित है। हास्य कविताओं से युवाओं के चहेते बने सुदीप भोला भी इसी दिन अपना काव्य पाठ करेंगे। नेताजी सुभाष चंद बोस की जयंती 23 जनवरी को गौरव चौहान का काव्य पाठ होगा। युवाओं के जेहन में छाए स्वयं श्रीवास्तव व मणिका दुबे का काव्यपाठ 24 जनवरी को प्रस्तावित है।
कुमार विश्वास, सुनील जोगी, दिनेश रघुवंशी, शैलेष लोढ़ा भी महाकुम्भ में करेंगे काव्य पाठ
27 जनवरी को सुनील जोगी और अपनी कविता से अलग पहचान बनाने वाली कविता तिवारी 31 जनवरी को महाकुम्भ के मंच पर रहेंगी। मां पर कविताओं के जरिए दिल-दिल में जगह बनाने वाले फऱीदाबाद के दिनेश रघुवंशी का काव्य पाठ 8 फरवरी और 22 फरवरी को कुमार विश्वास का काव्य पाठ होना प्रस्तावित है। ‘तारक मेहता’ के किरदार के रूप में घर-घर में पसंद किए जाने वाले शैलेष लोढ़ा भी महाकुम्भ में अपनी कविताओं की छाप छोड़ेंगे। मनोज मुंतशिर, दिनेश दिग्गज आदि कलाकारों की कविताओं का भी काव्य पाठ श्रोताओं को अभिभूत करेगा। महाकुम्भ में संस्कृति का भी संगम