इनोवेशन,स्टार्टअप,एंटरप्रेन्योरशिप और टाइम मैनेजमेंट के नाम रहा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का तीसरा दिन। इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे दिन विभिन्न सेशंस में अलग-अलग सेक्टर्स के एक्सपर्ट्स ने दिए निवेशकों को सफलता के मंत्र दिए। उद्यमियों को योगी सरकार द्वारा प्रदेश में निवेश के लिए उपलब्ध कराए जा रहे अवसरों की भी दी गई जानकारी। एकेटीयू के एक्सपर्ट्स ने उत्तर प्रदेश में इनोवेशन के साथ उद्योगों के लिए बेहतर माहौल पर की विस्तार से चर्चा। विभिन्न यूनिवर्सिटी एक्सपर्ट्स ने एकेडमिया इंडस्ट्री पार्नरशिप की जरूरत पर दिया जोर, छात्रों को इंडस्ट्री के नेचर को समझने में मिलेगी मदद। मुंबई डब्बावाला के एमडी ने प्रतियोगी युग में सप्लाई चेन को मजबूत करने के लिए टाइम मैनेजमेंट की आवश्यकता पर दिया बल। ISETM के नाम रहा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उत्पादों को वैश्विक मंच दिलाने के उद्देश्य से ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित पहले इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे दिन विभिन्न सेशंस का आयोजन हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश में उद्योगों को स्थापित करने में इनोवेशन का महत्व, स्टार्टअप की संभावनाओं, युवाओं को एंटरप्रेन्योरशिप के मंत्र और इंडस्ट्री में टाइम मैनेजमेंट की जरूरत पर बल दिया गया। विभिन्न सेक्टर्स से आए एक्सपर्ट्स ने जहां एक ओर निवेशकों को सफलता के मंत्र दिए तो वहीं योगी सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे अवसरों की भी जानकारी दी गई। वहीं, मुंबई डब्बावाला के एमडी ने व्यवसाय में लॉजिस्टिक, सप्लाई चेन एंड टाइम मैनेजमेंट को सबसे आवश्यक बताया। इनोवेशन,स्टार्टअप,एंटरप्रेन्योरशिप और टाइम मैनेजमेंट {Innovation, Startup, Entrepreneurship and Time Management}के नाम रहा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का तीसरा दिन। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार इस इंटरनेशनल ट्रेड शो के माध्यम से न सिर्फ लोकल एग्जिबिटर्स को ग्लोबल प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा रही है, बल्कि ग्लोबल बायर्स को भी उत्तर प्रदेश से जुड़ने का अवसर दे रही है।
यूपी में इंडस्ट्री में इनोवेशन को दिया जा रहा विशेष महत्व
इंटरनेशनल ट्रेड शो में तीसरे दिन पहला सेशन इनोवेशंस पर आधारित था। सुबह 11.30 से 12:30 तक आयोजित इस सेशन में उत्तर प्रदेश में बिल्डिंग इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरियल इकोसिस्टम का माहौल कैसे तैयार किया जाए, इस पर चर्चा की गई। सेशन में अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) के एक्सपर्ट्स उपस्थित रहे, जिनमें इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह, इनोवेशन हब के प्रबंधक रितेश सक्सेना व वंदना शर्मा ने उत्तर प्रदेश में किस तरह से इनोवेशन के साथ उद्योगों के लिए बेहतर माहौल बनाया जा सकता है, इस पर विस्तार से चर्चा की। इसमें मुख्य विषयों में इनोवेशन हब के बारे में, उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप पॉलिसी-2020 और फंडिंग के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई। बिल्डिंग इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरियल इकोसिस्टम पर एकेटीयू के इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश बहुत बड़े इंडस्ट्री हब के रूप में नए आयाम गढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस अनोखे ट्रेड फेयर में जिस तरह निवेशक रुचि ले रहे हैं इसके पीछे यही मुख्य कारण है कि प्रदेश में इंडस्ट्री में इनोवेशन को विशेष महत्व दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निवेश को बढ़ाने के लिए इनोवेशन पर काम करना जरूरी है, जिसके लिए प्रदेश में पूरा माहौल बन रहा है।
आज के समय की मांग है एकेडमिया इंडस्ट्री पार्नरशिप
दूसरा सेशन 12:30 से 1:30 बजे तक रहा, जिसमें एकेडमिया इंडस्ट्री पार्नरशिप पर चर्चा हुई। इसमें पहला विषय यूथ-एंटरप्रेन्योरशिप और इंडस्ट्री कनेक्ट- नीड ऑफ द आवर रहा। दूसरा विषय एकेडमिया कोलैबोरेशन- स्ट्रेथिंग इनवेशन इकोसिस्टम और तीसरा विषय एकेडमिया इंडस्ट्री पार्नरशिप- अमृतकाल का महत्व रहा। इस सेशन में गौतमबुद्ध नगर स्थित शारदा, शिव नादर और एमिटी यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स ने परिचर्चा में भाग लिया। इस दौरान प्रदेश में उच्च शिक्षा के महत्व और संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। एकेडमिया इंडस्ट्री पार्नरशिप विषय पर बोलते हुए शारदा यूनिवर्सिटी के डॉ. अमित सहगल ने कहा कि आज के दौर में एकेडमिया इंडस्ट्री पार्नरशिप बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि एकेडमिया और इंडस्ट्री का नेचर अलग-अलग है, अगर एकेडमिया इंडस्ट्री पार्नरशिप की प्रवृति बढ़ेगी तो कॉलेज, यूनिवर्सिटी से निकलने के बाद छात्रों को इंडस्ट्री के नेचर को समझने में दिक्कत नहीं होती है।
व्यवसाय में आगे रहने के लिए जरूरी है लॉजिस्टिक, सप्लाई चेन और टाइम मैनेजमेंट
तीसरा सेशन 2:30 से 4 बजे तक चला, जिसमें लॉजिस्टिक, सप्लाई चेन एंड टाइम मैनेजमेंट को लेकर मोटिवेशनल कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान मुंबई डब्बावाला के एमडी डॉ. पवन अग्रवाल ने अपने सफर के बारे में विस्तार से बताते हुए व्यवसाय में लॉजिस्टिक, सप्लाई चेन एंड टाइम मैनेजमेंट कैसे किया जाता है, इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि व्यवसाय में लॉजिस्टिक, सप्लाई चेन एंड टाइम मैनेजमेंट बहुत जरुरी है, क्योंकि तभी ग्राहकों को उच्च क्वालिटी की सेवा दी जा सकती है। अगर कोई इंडस्ट्री सप्लाई चेन एंड टाइम मैनेजमेंट में पीछे है तो उसकी ग्रोथ भी उतनी ही पीछे होगी। डॉ. पवन अग्रवाल ने कहा कि आज के प्रतियोगी युग में सप्लाई चेन को सबसे जरूरी रूप से मजबूत करने और टाइम मैनेजमेंट को बहुत अधिक आवश्यकता है। यह इसीलिए क्योंकि हमारी पहुंच अधिक से अधिक लोगों तक एक निश्चित समयावधि तक हो सके। ISETM के नाम रहा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो