रामराज्य की परिकल्पना हुई साकार…

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रामराज्य की परिकल्पना हुई साकार...
रामराज्य की परिकल्पना हुई साकार...

—– रामोत्सव-24 ——

राजू यादव

योगी सरकार की रामराज्य की परिकल्पना हुई साकार, हर कोई नजर आया राम में लीन। जय श्रीराम के नारे से गूंज रहा अयोध्या धाम, राम भक्तों की टोली में दिख रहा उत्साह। प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही अपने राम लला और योगी सरकार के दिव्य-भव्य-नव्य अयोध्या धाम को देखने उमड़े श्रद्धालु। लता चौक से श्रीराम मंदिर तक रंगोली की सज्जा कर रामराज्य के वैभव को उकेर रहे हैं 200 कलाकार। रामराज्य की परिकल्पना हुई साकार…

अयोध्या। अयोध्या में इन दिनों बस एक ही नाम, एक ही धुन और एक ही नारा गुंजायमान हो रहा है। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पूर्व मकर संक्राति पर शुरू हुए विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों में श्रीराम की महिमा के बखान से राम नाम की धुन और जय श्री राम के नारे से पूरा वातावरण गूंज रहा था। यहां कानों पर बस राम भक्ति के भजन के स्वर ही पड़ रहे थे। लाखों श्रद्धालुओं का हुजूम अपने अराध्य श्रीराम लला के दर्शन के लिए बढ़ते वक्त जगह-जगह अपने ही निराले अंदाज में भजन-कीर्तन कर रहे थो तो सैकड़ों कलाकार रामराज्य के वैभव को रंगोली से सड़क पर उकेर रहे थे। इस बीच, हर दस कदम पर सुरक्षा में तैनात यूपी पुलिस के जवान योगी सरकार द्वारा अयोध्या में की गई चाक-चौबंद सुरक्षा की मुस्तैदी को बयां कर रहे थे। अयोध्या धाम में लता चौक से लेकर श्रीराम मंदिर तक ये सभी नजारे देखने को मिले। स्पष्ट है, राममय वातावरण के जिस दृश्य की योगी सरकार ने परिकल्पना की थी वह राम राज्य के रूप में हकीकत में साकार होता दिख रहा है। ये रामराज्य की परिकल्पना की ही महिमा है जिसके कारण हर कोई राम में रमा नजर आ रहा है और इसी को साकार कर योगी सरकार ने सनातन धर्म के अधूरे सपने को पूरा करने की शुरुआत कर दी है।

रंगोली बना कलाकार बयां कर रहे अपना उत्साह

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को दोबारा उसके पौराणिक वैभव को स्थापित करने का जो सपना देखा था, वह पूरा और साकार होने लगा है। मकर संक्रांति के अवसर पर योगी सरकार द्वारा कलयुग में स्थापित त्रेतायुगीन अयोध्या धाम के पौराणिक वैभव को देखने के लिए लाखों श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा, जो राम धुन में रमे हुए थे। वहीं, उनके स्वागत में अयोध्यावासी भी बड़ी संख्या में जगह-जगह पलके बिछाए हुए थे। अवध यूनिवर्सिटी के फाइन आर्ट के 200 कलाकार लता चौक से श्रीराम मंदिर तक करीब 2 किलोमीटर रोड पर रामराज्य के वैभव को अपनी रंगोली से उकेर रहे थे। वह डबल डिवाइडर रोड के दोनों किनारे और बीच में रंगोली बना अपना उत्साह बयां कर रहे थे। इसके साथ ही अयोध्या धाम के भीतरी हिस्से में नवनिर्मित राम पथ, धर्म पथ, भक्त‍ि पथ और रामजन्मभूमि पथ पर फसाड लाइटिंग, म्यूरल पेंटिंग, विंटेज विक्टोरियन सोलर टेल लैंप, आर्टिस्टिकली डिजाइंड आर्क लैंप, प्रॉपर पेवमेंट, इनलैंड ड्रेनेज व कॉनक्रीट लेआउट कैरियज वे, ग्रीनरी इनेबल्ड डिवाइडर आनंद की अनुभूति करा रही थी। वहीं, सुरक्षा के मद्​देनजर हर दस कदम पर पुलिस और ट्रैफिक पुलिस मुस्तैदी से अपने कर्तव्य का बोध करा रही थी। इतना ही नहीं आर्मी की डोगरा रेजीमेंट ने भी च्प्पे-चप्पे पर मोर्चा संभाल रखा था, जो जनमानस को सुरक्षा का सुखद अहसास करा रही थी। रामराज्य की परिकल्पना हुई साकार…