कर्नाटक कैबिनेट में अहिंदा फ़ार्मूला का किया गया पालन। सामाजिक न्याय से ही भाजपा को पटखनी देना सम्भव। सामाजिक न्याय ने जीता कर्नाटक
लखनऊ। भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता लौटन राम निषाद ने कर्नाटक में ओबीसी सिद्धारमैया के नेतृत्व में अहिंदा(अल्पसंख्यक,ओबीसी,दलित) फ़ार्मूला पर कैबिनेट गठन करने पर पार्टी नेतृत्व के प्रति आभार जताया है।उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं सामाजिक समीकरण को मजबूती से साधकर ही भाजपा को पटखनी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने साफ्ट हिन्दुत्व की पालिटिक्स से हटकर सामाजिक न्याय व मण्डलवाद पर मुखरता से आवाज उठाते रहे। काँग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जी ने बेबाकी से 50 प्रतिशत आरक्षण कोटा की सीलिंग को हटाकर 70 प्रतिशत तक विस्तारित करने, “जिसकी जितनी संख्या भारी,उनकी उतनी हिस्सेदारी”,जातिगत जनगणना,उच्च न्यायपालिका में ओबीसी,एससी,एसटी का प्रतिनिधित्व किए जाने जैसे सामाजिक न्याय के मुद्दे पर बेबाकी से चुनावी सभाओं में पक्ष रखते रहे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी के प्रयास से नयी काँग्रेस का उदय हो चुका है।
निषाद ने बताया कि 50 वर्ष पूर्व देवराज अर्श जी ने अहिंदा फ़ार्मूला तैयार किए थे। सिद्धा रमैया व कर्नाटक काँग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने अहिंदा फ़ार्मूला पर ही कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़कर ऐतिहासिक व अप्रत्याशित जीत हासिल कराया है।कर्नाटक के जातिगत समीकरण में 18 प्रतिशत लिंगायत, 16 प्रतिशत वोक्कालिगा,7 प्रतिशत कुरूबा(चरवाहा) सहित 35 प्रतिशत अतिपिछड़ी जातियाँ, 24 प्रतिशत एससी, एसटी व 12 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम एवं 3-4 प्रतिशत ईसाई व अन्य अल्पसंख्यक हैं। कर्नाटक में सिद्धारमैया(कुरुबा ओबीसी) को मुख्यमंत्री, ( वोक्कालिगा ओबीसी) के डीके शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री, एमबी पाटिल (लिंगायत) – जी. परमेश्वर(एससी), ज़मीर अहमद(मुस्लिम),के जी जॉर्ज (क्रिश्चियन),के एच मुनियप्पा (एससी), रामालिंगा रेड्डी (ओबीसी) – सतीश झारकिहोली (एसटी),प्रियंक खरगे(एससी) को कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गयी है।
लौटन राम निषाद ने कहा कि काँग्रेस सामाजिक न्याय के मुद्दे पर काफी आगे बढ़कर डीएमके अलावा अन्य दलों को काफी पिछे छोड़ दिया है। काँग्रेस ने एआईसीसी का राष्ट्रीय अध्यक्ष दलित समुदाय के मल्लिकार्जुन खड़गे,यूपीसीसी का प्रदेश अध्यक्ष दलित समुदाय के बृजलाल खाबड़ी,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि राज्यों का प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी का बनाया है। राजस्थान में अतिपिछड़ी जाति (सैनी) के अशोक गहलोत एवं छत्तीसगढ़ में पिछड़ी जाति (कुर्मी) के भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाकर सामाजिक न्याय की विचारधारा को मजबूत करने का काम करते हुए काँग्रेस को ब्राह्मण वर्चस्व वाली पार्टी होने के आरोप को खारिज कर दिया है। सामाजिक न्याय ने जीता कर्नाटक