20 जून तक उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश की संभावना

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20 जून तक उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश की संभावना
20 जून तक उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश की संभावना

मुख्य सचिव ने सभी मण्डलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ प्रबंधन व 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों तथा अन्य विकास कार्यों व योजनाओं की समीक्षा की। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 20 जून तक पूर्वी उत्तर प्रदेश और 25 जून तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश की संभावना।माइक्रोमैपिंग के आधार पर ग्राम स्तर पर बाढ़ की पूर्व तैयारियां समय से करायी जाये सुनिश्चित।बाढ़ प्रबंधन और राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं।11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के भव्य एवं व्यवस्थित आयोजन हेतु आवश्यक तैयारियां करायी जाये सुनिश्चित।योग दिवस के अवसर पर आगामी 15 से 21 जून तक होगा योग सप्ताह का आयोजन।सभी जनपदों द्वारा मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों के लिए भूमि चिन्हांकन की कार्यवाही आगामी एक सप्ताह के भीतर करायी जाये पूर्ण। 20 जून तक उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश की संभावना


लखनऊ। 
मुख्य सचिव ने आज सभी मण्डलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ प्रबंधन व 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून, 2025) के आयोजन की तैयारियों तथा मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों के निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों एवं योजनाओं की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मनोज कुमार सिंह ने कहा कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 20 जून तक पूर्वी उत्तर प्रदेश और 25 जून तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश की संभावना है। बाढ़ प्रबंधन और राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय और समयबद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करने कराने के निर्देश दिये।
 उन्होंने कहा कि माइक्रोमैपिंग के आधार पर ग्राम स्तर पर बाढ़ की पूर्व तैयारियां सुनिश्चित करा ली जायें। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के 24×7 संचालन के लिए अधिकारियों और कार्मिकों की ड्यूटी समय से लगा दी जाये। 20 जून तक सभी बाढ़ चौकियों की स्थापना का कार्य पूरा हो जाये। 26 जून को तहसील स्तर पर आयोजित मॉक ड्रिल में सभी 44 संवेदनशील जनपद अनिवार्य रूप से भाग लिया जाये। उन्होंने रेस्क्यू बलों एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी के साथ पूर्व समन्वय स्थापित करने और उनके ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये।

    उन्होंने कहा कि संबंधित उपजिलाधिकारियों द्वारा बाढ़ संवेदनशील ग्रामों और तटबंधों का निरीक्षण व मरम्मत कार्य 20 जून तक पूरा कराना सुनिश्चित किया जाये।  उन्होंने कहा कि बाढ़ शरणालय स्थापित किये जाने हेतु स्थलों के चिन्हांकन की कार्यवाही समय से पूरी हो जानी चाहिये। पर्याप्त नावें और अन्य आवश्यक संसाधन पहले से चिह्नित कर लिये जायें। इसके अलावा जिन जनपदों द्वारा बाढ़ राहत किट, पका भोजन, अस्थायी शौचालय, सफाई आदि के लिए टेण्डर की कार्यवाही पूर्ण करायी गयी है, तत्काल पूर्ण करायी जाये। बाढ़ के दौरान राहत शिविरों में पके भोजन, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता शौचालय व पशुचारा आदि की समुचित होनी चाहिये और वितरित की जाने वाली राहत सामग्री की गुणवत्ता से कतई समझौता नहीं होना चाहिये।

    उन्होंने बारिश से पूर्व अमृत सरोवर के इनलेट व आउटलेट की सफाई, अतिक्रमण हटाने और कैचमेंट एरिया को बेहतर बनाने के निर्देश दिये, जिससे अमृत सरोवर आगामी बरसात में पूरी तरह भर जाए। इसके अलावा ‘कैच द रेन’ अभियान के तहत जल संरक्षण जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।सभी जिलाधिकारियों को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के भव्य एवं व्यवस्थित आयोजन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस वर्ष योग दिवस की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ है। योग दिवस के अवसर पर आगामी 15 से 21 जून तक योग सप्ताह का आयोजन किया जाना है। 15 जून को सभी जनपद मुख्यालय, तहसील, ब्लाक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर योग सप्ताह का उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा। इसके आयोजन की सभी तैयारियों समय से सुनिश्चित करायी जाये। योगाभ्यास के लिए जिले के सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को चयनित किया जाये। योगाभ्यास की सूचना प्रतिदिन फोटो सहित पोर्टल पर अपलोड करायी जाये। सभी प्रतियोगिताओं का आयोजन पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से किया जाए।  

प्रत्येक जनपद में 02-02 मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय का निर्माण कराया जाना है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को इन विद्यालयों के लिए भूमि चिन्हांकन की कार्यवाही एक सप्ताह के भीतर पूर्ण कराकर राज्य परियोजना कार्यालय को सूचित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सरकारी की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाये। भूमि चिन्हांकन के लिए निचले स्तर के अधिकारियों को क्रियाशील किया जाये। बैठक में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा बताया गया कि 150 मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय में से 43 विद्यालयों में कार्य प्रारंभ हो चुका है।

राहत आयुक्त भानु चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि प्रदेश के 44 जनपद, 118 तहसील, 2500 ग्राम और 5600 मजरे बाढ़ के प्रति संवेदनशील हैं। पहली बार 20 वर्षों के रिमोट सेंसिंग फ्लड इनन्डेशन मैप्स को केडेस्ट्रल मैप्स पर सुपरइम्पोज कर बाढ़ की माइक्रोमैपिंग की गई। बाढ़ बचाव हेतु रेस्क्यू फोर्सेस का तहसील स्तर पर प्री-डिप्लॉयमेंट किया गया, जिसमें पीएसी की 17 फ्लड कंपनियों की 48 टीमें, एसडीआरएफ की 15 टीमें और एनडीआरएफ की 11 टीमें 74 अति संवेदनशील तहसीलों में प्री-डिप्लॉय किया गया है। 10,000 से अधिक प्रशिक्षित आपदा मित्र खोज और बचाव कार्यों में सहयोग करेंगे। बाढ़ प्रबंधन हेतु 18 अति संवेदनशील जनपदों को 50-50 लाख, 12 संवेदनशील जनपदों को 25-25 लाख और 14 सामान्य संवेदनशील जनपदों को 10-10 लाख रुपये की धनराशि आवंटित की गई, कुल 13.40 करोड़ रुपये एडवांस में आवंटित की गई है।

प्रमुख सचिव आयुष रंजन कुमार ने बताया कि योग दिवस पर जनपद एवं राज्य स्तर पर प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कराया जा रहा है। इसमें निबंध, स्लोगन, योग चित्रकला व योगासन प्रतियोगिता शामिल है। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए आयुष विभाग द्वारा www.iyd2025.com पोर्टल तैयार किया गया है। जनपद स्तर पर योग दिवस पर आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को 21 जून, 2025 के मुख्य कार्यक्रम में प्रमाण पत्र व नकद पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 21 हजार, द्वितीय पुरस्कार 11 हजार, तृतीय पुरस्कार 5100 चतुर्थ पुरस्कार 2100 व पंचम पुरस्कार 1100 रुपये का प्रदान किया जायेगा।  बैठक में प्रमुख सचिन नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव, ग्राम्य विकास आयुक्त गौरी शंकर प्रियदर्शी, एमडी जल निगम (ग्रामीण) डॉ0 राजशेखर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे। 20 जून तक उत्तर प्रदेश में मानसून के प्रवेश की संभावना