

इंसान की तीन बेसिक जरूरतें हैं- रोटी, कपड़ा और मकान। जैसे ही ये मिल जाएं, लोगों को सीधे प्यार की तलब होती है। हर किसी की चाह होती है कि कोई उसे टूटकर प्यार करे। टूटकर और रूठकर प्यार करती है जो वह है पत्नी। हर कोई चाहता है कि उसके रिश्ते का पेड़ हमेशा हरा-भरा रहे। शादी एक ऐसा बंधन है, जिसमें लड़का-लड़की एक दूसरे के साथ अग्नि को साक्षी मान कर सात जन्म तक साथ निभाने का वचन देते हैं। जब स्त्री और पुरुष शादी के बंधन में बंधते हैं, तो उन्हें इस रिश्ते से कई सारी उम्मीदें होती हैं। शादी लव हो या अरेंज, शुरुआत में हर किसी को यह समझने में थोड़ा वक्त लग जाता है कि यह बंधन कैसा होना चाहिए। कई लोग सोचते हैं कि पति-पत्नी रिलेशनशिप में विश्वास और प्यार ही काफी है।शादी के बंधन में दो व्यक्ति ही नही बंधते, बल्कि उनके परिवारों के भी रिश्ते एक दूसरे के साथ बंध जाते हैं। उनकी आदतें, उनका स्वभाव, उनकी खुशी ,उनका दुःख दर्द सब एक दूसरे के साथ बंध जाता हैं। दोनों के लिए एक नए जीवन की शुरुआत होती है। शादी के बाद पति और पत्नी दोनों की ही जिम्मेदारी हो जाती है कि एक दूसरे की खुशी का ध्यान दें। अब उन्हें अकेले के लिए न सोचते हुए दोनों के लिए सोचना होता है। अगर पति की आदतों में पत्नी अपनी खुशी और पत्नी की आदतों में पति अपनी खुशी खोज ले तो लाइफ में कोई टेंशन नहीं होती। शादी ब्याह का बंधन पूरा एक विश्वास के धागे पर टिका होता है। पति-पत्नी दोनों को चाहिए कि वो अपने पार्टनर के साथ हमेशा विश्वास बनाए रखें। पति-पत्नी का रिश्ता दुनिया में सबसे पवित्र माना गया है। प्यार और विश्वास ही दो लोगों को एक-दूसरे से बांधे रखता है। यह सच भी है, लेकिन इसके अलावा भी पति-पत्नी के रिश्ते में कई अन्य चीजें जरूरी हैं। पति पत्नी का रिश्ता…
वैवाहिक जीवन क्या है….?
जब कोई महिला व पुरुष दोनों ही कानूनी व धार्मिक रूप से एक साथ रहने का वादा करने के बाद शादी के बंधन में बंधते हैं, तो उसे वैवाहिक जीवन का नाम दिया गया है। बता दें कि हिंदू धर्म में विवाह को सोलह संस्कारों में से एक माना गया है, जिसमें दो व्यक्ति जीवनभर साथ रहने का वादा करते हैं। हालांकि, विवाह के बंधन में बंधने के लिए लड़का और लड़की का बालिग होना भी जरूरी है। प्रेम, त्याग, एक दूसरे की परवाह, विश्वास और एक दूसरे का जीवन भर साथ निभाने जैसी जिम्मेदारियां वैवाहिक जीवन का हिस्सा होती हैं। शोध की मानें तो वैवाहिक जीवन में अगर प्यार,आपसी समझदारी,एक दूसरे के प्रति परवाह,एक दूसरे और एक दूसरे के परिवार के प्रति मान-सम्मान,थोड़े-बहुत सुलह-समझौते,विश्वास हो,तो वैवाहिक जीवन सुखी हो सकता है। हालांकि,ध्यान रहे ये पति-पत्नी दोनों की तरफ से होना जरूरी है।
पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होने के साथ नाजुक भी होता है। ऐसे में जीवनभर इस रिश्ते को निभाना आसान नहीं होता। जानें पति-पत्नी का सम्बन्ध कैसा होना चाहिए…..

रिश्ते में पारदर्शिता
पति-पत्नी के बीच का रिश्ता तब बिगड़ने लगता है, जब वो एक दूसरे से अपने मन की बात शेयर नहीं करते हैं। कई बार महिलाएं अपने मन की बात पति के सामने रखने से झिझकती हैं, तो कुछ मामलों में पति भी अपनी भावनाएं व्यक्त करने में कतराते हैं। इससे रिश्ते में एक अलगाव सा आ जाता है, जो कुछ समय बाद दोनों को अधूरेपन का एहसास दिलाने लगता है। यह अधूरापन अच्छे रिश्ते का संकेत नहीं है। इसलिए, पति-पत्नी के बीच कभी कुछ छुपा नहीं होना चाहिए। हर चीज को लेकर दोनों में पारदर्शिता होनी चाहिए।
विश्वास से भरा
हर रिश्ते में विश्वास होना बेहद आवश्यक है। विश्वास और भरोसा पति-पत्नी के रिश्ते की नींव को मजबूत बनाता है। दोनों के बीच जितना विश्वास होगा उतना ये रिश्ता गहरा और सशक्त होता है। विवाह के बाद हर कपल के नए जीवन की शुरुआत होती है। शक रिश्ते की इस डोर को कमजोर बना सकता है। ऐसे में दोनों को एक दूसरे पर विश्वास बनाकर रखना चाहिए।
भावनाओं की कद्र
जब पति और पत्नी दोनों एक दूसरे की भावनाओं का ख्याल रखते हैं, तो उनका रिश्ता खुद-ब-खुद संवरने लगता है। हालांकि, कई लोग इस बात पर उतना ध्यान नहीं देते हैं। अगर रिश्तों में भावनाओं की कद्र ना हो, तो पति-पत्नी के बीच दरार आने की संभावना बढ़ सकती है। हर इंसान की पसंद, सोच, लाइफस्टाइल अलग होता है, जिस वजह से कई चीजों को लेकर पति-पत्नी के विचार अलग हो सकते हैं। ऐसे में एक दूसरे की भावनाओं को समझते हुए चलेंगे, तो दोनों में प्यार बना रहेगा और रिश्ता भी गहरा होगा।
एक दूसरे के लिए सम्मान
पति-पत्नी के रिश्ते में एक दूसरे के प्रति सम्मान बहुत अहमियत रखता है। इसके साथ ही अगर ये एक दूजे के रिश्तेदारों, सगे संबंधियों का सम्मान करेंगे, तो इनमें एक दूसरे के प्रति सम्मान के साथ प्यार भी बढ़ता है। कई बार देखा जाता है कि पति खुद पत्नी से सम्मान की इच्छा रखते हैं, लेकिन खुद पत्नी को सम्मान नहीं देते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। इस रिश्ते में दोनों बराबर सम्मान के हकदार होते हैं। पति-पत्नी का रिश्ता तभी चल सकता है, जब दोनों के बीच में लगाव, सम्मान व एक दूजे के प्रति समर्पण होता है।
मनाने की कला
पति-पत्नी में छोटी मोटी लड़ाई होना आम बात है, लेकिन कई बार इस नोकझोंक में दोनों में से कोई एक नाराज हो जाता है। ऐसे समय में दूसरा पार्टनर भी गुस्से में रहेगा, तो इससे रिश्ते में दूरियां आ सकती हैं। इसलिए सामने वाले को समझदारी से पेश आना होगा। पार्टनर के साथ बैठकर विवाद सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए।
गृहस्थी को अपनी कुछ ऐसे बचा लिया,कभी आँखें दिखा दी,कभी सर झुका लिया।
आपसी नाराजगी को कभी लंबा चलने ही न दिया,कभी वो हँस पड़े, कभी मैं मुस्कुरा दिया।
रूठ कर बैठे रहने से भला, घर कब चलते हैं,कभी उन्होंने गुदगुदा दिया, कभी मैंने मना लिया।
क्वालिटी टाइम
आज के समय में हर कोई अपने काम में इतना व्यस्त है कि वो अपने लिए भी समय नहीं निकाल पाता है। यह रिश्तों में दूरियों का कारण बन सकता है। ऐसे में अपने-अपने बिजी शेड्यूल से समय निकालकर पति-पत्नी कहीं घूमने का प्लान कर सकते हैं। कुछ वक्त के लिए तनाव से दूर होकर एक दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बिताने से रिश्ते में नयापन बना रहेगा।
झूठ से परहेज
झूठ दीमक के समान होता है, जो किसी भी रिश्ते की नींव को कमजोर कर देता है। जिस रिश्ते में झूठ ने अपना डेरा बना लिया वो रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चलता है। एक झूठ को छिपाने के लिए पार्टनर को कई झूठ बोलने पड़ते हैं। इसलिए पति-पत्नी के रिश्ते में झूठ की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
तारीफ करने में कंजूसी न करें
एक दूसरे के साथ सात जन्मों तक रहने की कसमें खा सकते हैं, तो फिर तारीफ करने में कंजूसी क्यों। कुछ लोग अपने पार्टनर की अच्छी बातों की खुलकर प्रशंसा नहीं कर पाते हैं। उन्हें यह समझना होगा कि रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में शब्दों का बहुत महत्व होता है। अगर ऐसा करना उनकी आदत में नहीं है, तो उन्हें अपने रिश्ते को बनाए रखने के लिए इस पर काम करना चाहिए। इसके लिए पार्टनर द्वारा किए गए अच्छे कामों के लिए उन्हें कॉम्पलिमेंट दें। अपने पार्टनर को बताएं कि आपकी जिंदगी में उनके आने से कितना कुछ बदल गया है। उनकी सुंदरता के साथ उनकी आंतरिक सुंदरता की भी तारीफ करें।
मिलकर घर का काम करना
पति-पत्नी दोनों को एक दूसरे के प्रति हेल्पिंग नेचर रखना चाहिए। माना कि पत्नी घर का कामकाज संभालती हैं, तो पति दफ्तर जाते हैं। इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि पति घर के कामों में हाथ नहीं बंटा सकते। वहीं, कई घरों में तो पति-पत्नी दोनों ही काम पर जाते हैं। ऐसे में घर के कामों को दोनों को मिलकर करना चाहिए। इससे किसी एक पर काम का दबाव नहीं पड़ेगा और दोनों को एक दूसरे के साथ समय ज्यादा बिताने का भी मौका मिलता है।

छोटी-छोटी चीजों में खुशी ढूंढना
जीवन में सुख-दुःख का आना जाना लगा रहता है, लेकिन कई बार कुछ लोग परेशानियों के चलते हर समय दुखी रहने लगते हैं। इसका असर उनकी नीजी जिंदगी पर भी पड़ने लगता है। ऐसी स्थितियों में चुपचाप रहने की बजाय अपने दुख को पार्टनर संग शेयर करना चाहिए। इससे आपकी परेशानियों में आपका साथ देने के लिए आपका पार्नर आपके पास होगा। एक अच्छा रिश्ता वही होता है जिसमें पार्टनर बिना किसी हिचकिचाहट के अपनी परेशानी को शेयर कर सके।
विवादों को बढ़ावा न देना
कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो लड़ाई के दौरान पुरानी बातों को बीच में ले आते हैं। इससे सामने वाले को गहरी ठेस पहुंच सकती है। पुरानी बातों को बीच में लाना गलत है। अच्छे कपल्स का काम यह होता है कि वो आपसी मतभेदों या नोकझोंक की वजह पुरानी बातों को नहीं बनने देते हैं। ऐसी बातें जिन्हें याद करने से आपसी कलह बढ़ता हो, उन्हें भुला देने में ही समझदारी होती है।
माफी मांगने व माफ करने में पीछे न रहें
कई बार कपल्स के बीच अनबन हो जाती है और माफी मांगते समय उनका इगो सामने आता है। इससे अच्छे से अच्छे रिश्ते में दूरियां बढ़ने लगती हैं। रिश्ते को अच्छा बनाए रखने के लिए माफी मांगने में पीछे न रहें। अपनी गलतियों को स्वीकार करें व माफी मांगकर झगड़े को खत्म कर देना चाहिए। वहीं, सामने वाले की गलती है तो उसे माफ कर देना चाहिए।
आपसी समझ बरकरार रखें
रिश्ते को बनाए रखने के लिए दोनों पार्टनर्स के बीच संयम होना बहुत जरूरी होता है। कई बार आस-पास कुछ ऐसी परिस्थितियां होती हैं, जिसके चलते पति-पत्नी के बीच अनबन हो सकती है। ऐसे समय में संयम और प्यार से पेश आना चाहिए। गुस्सा नहीं समझदारी दिखाएं। सामने वाले की परेशानी को समझें। पलट कर जवाब न दें, इससे विवाद बढ़ सकता है।
अहमियत दें
अक्सर रिश्ते में खटास आने लगती है, जब सामने वाले की किसी बात को अहमियत नहीं दी जाती है। इस पुरुष प्रधान समाज में कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि घर के अधिकतर निर्णय पुरुष ही लेते हैं पर ऐसा नहीं होना चाहिए। जीवन के हर फैसले में पति-पत्नी दोनों का बराबर अधिकार होता है। इसलिए, अपने हर फैसले में पार्टनर को शामिल करें। उनकी राय को भी तवज्जो दें। एक अच्छा रिश्ता वही होता है, जिसमें पति-पत्नी दोनों एक दूजे को अहमियत दें।
परवाह करें
पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक दूजे की परवाह करना भी जरूरी है। इसके लिए एक दूसरे की पसंद, ना पसंद का ध्यान रखना चाहिए। इससे सामने वाले को इस बाद का अहसास होगा कि आप उनकी कितनी परवाह करते हैं। साथ ही आपका रिश्ता ओर मजबूत व गहरा होता जाएगा।
अहंकार को रखें घर के बाहर
किसी भी रिश्ते में अहंकार यानी इगो के आने से उसका विनाश होना तय होता है। ऐसे में पति-पत्नी के इस नाजुक रिश्ते में अहंकार को कोसों दूर रखना चाहिए। इससे अच्छे भले रिश्ते में भी दरार आ सकती है।
हर मुश्किल घड़ी में दें साथ
जीवन में उतार-चढाव लगे रहते हैं। किसी का समय कभी एक जैसा नहीं रहता है। कभी कोई शारीरिक रूप से, तो कोई आर्थिक रूप से परेशान हो सकता है। कभी किसी को मानसिक परेशानी हो सकती है। एक अच्छा और मजबूत रिश्ता वही होता है जिसमें एक पार्टनर दूसरे पार्टनर के बुरे वक्त में उनका साथ न छोड़े बल्कि उनकी हिम्मत बने।
रोमांस है जरूरी
अक्सर देखा जाता है कि शादी के शुरुआती कुछ समय तक पति-पत्नी के बीच बहुत रोमांस होता है, लेकिन समय के साथ यह फीका पड़ने लगता है। एक खूबसूरत रिश्ता प्यार के साथ रोमांस से भरपूर होना चाहिए। रोमांस पति-पत्नी के बीच इमोशनल बॉन्डिंग लाने के साथ-साथ रिश्ते को मजबूत बनाता है।
सामने वाले की बात को तवज्जो दें
खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए पति-पत्नी को एक दूसरे की बात को ध्यान से सुनना चाहिए। कई बार जब सामने वाले की बात को ध्यान से नहीं सुना जाता, तो यह रिश्ते में दूरी का कारण बनने लगता है। इसलिए हमेशा अपने पार्टनर की बात को तवज्जो देनी चाहिए। इससे रिश्ते में किसी तरह की गलतफहमी की गुंजाइश नहीं रहती है।
अच्छे दोस्त बनें
पति-पत्नी के रिश्ते में प्यार, विश्वास, सम्मान व रोमांस के साथ दोस्त की तरह अच्छी अंडरस्टैंडिंग होना भी जरूरी है। दोस्ती का रिश्ता बेहद खास होता है। पति-पत्नी के बीच अगर दोस्ती का रिश्ता होता है, तो दोनों को एक दूसरे को ओर अच्छे से जान पाएंगे। दोनों की अंडरस्टैंडिंग अच्छी होगी और इससे रिश्ते में भी मजबूती आती है। अगर पति-पत्नी के बीच दोस्ती का रिश्ता होता है, तो उनका जीवन ओर भी ज्यादा खुशहाल हो सकता है। पति-पत्नी का रिश्ता कच्चे धागे की तरह होता है, लेकिन इसमें प्यार गहरा हो तो इस रिश्ते की डोर को कोई नहीं तोड़ सकता। हर पति-पत्नी खुशहाली के साथ अपना वैवाहिक जीवन व्यतीत करना चाहता है, लेकिन पति-पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए, इस बात से कई लोग अंजान होते हैं। एक दूसरे के प्रति समर्पण का भाव अपना कर दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाया जा सकता है। पति पत्नी का रिश्ता…