—– सर्दियों में खानपान एवं सावधानी —–
घनश्याम बादल
दिसंबर चला गया है और जनवरी के साथ ही नया साल शुरू हो गया है। नया साल इस बार अच्छी खासी सर्दियां लेकर आया है। सर्दियों का मौसम अपने साथ ठंडक, आरामदायक माहौल और उत्सवों की खुशियाँ लेकर आता है लेकिन साथ ही साथ स्वास्थ्य के प्रति अतिरिक्त ध्यान देने की भी जरूरत रहती है। ठंड के मौसम में शरीर अधिक ऊर्जा की मांग करता है और बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में सही खानपान और सावधानी बरतना तो जरूरी हो ही जाता है। गोल्ड रूल अपनाएं,कोल्ड भगाएं..!
मौसम के अनुसार खानपान में बदलाव जो बहुत जरूरी होता है क्योंकि जैसे-जैसे मौसम बदलता है हमारे शरीर की तासीर भी बदलता है और जैसे गर्मी के मौसम में ठंडी प्रकृति की चीज खाना उत्तम रहता है तो बारिश में तली हुई चीज बेहतर होती है इसी तरह सर्दियों में भी गर्म करती की पौष्टिक चीजें अधिक लाभदायक रहती हैं। आईए देखते हैं सर्दियों में क्या खाना लाभदायक एवं सुरक्षित है।
सर्दियों में खानपान
खाइए पौष्टिक और गर्म भोजन
सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए ऐसा खाना खाएं, जो ऊर्जा और पोषण से भरपूर हो। सूखे मेवे बादाम, अखरोट, काजू, और किशमिश घी और मक्खन ऊर्जा के लिए अच्छी रहती है मगर इन्हें भी सीमित मात्रा में खाना चाहिए।
मौसमी सब्जियों में: गाजर, मटर, शलजम, पालक, सरसों का साग अच्छी खासी मात्रा में उपलब्ध होता है इनका उपयोग भी सेहत के लिए अच्छा है दालें और बीन्स प्रोटीन और फाइबर के अच्छे स्रोत हैं।
बहुत जरूरी हैं पेय पदार्थ
गर्म पेय पदार्थों में सर्दियों में शरीर को अंदरुनी एवं बाहरी तप देने के लिएअदरक और तुलसी वाली चाय ,हल्दी वाला दूध (गोल्डन मिल्क) और सूप में टमाटर, मिक्स वेज या चिकन सूप लेना अच्छा रहता है। तिल और गुड़ भी सर्दियों में गर्मी प्रदान करते हैं और शरीर को स्वस्थ रखते हैं। तिल-गुड़ के लड्डू या गजक खाना लाभदायक होता है।
फल और मेवे जरूर खाएं
विटामिन और मिनरल्स की पूर्ति के लिए संतरा, नींबू, अमरूद। आयरन और कैल्शियम हेतु दूध, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियाँ पर्याप्त मात्रा में खाते रहना चाहिए । अच्छा खान-पांच जहां शरीर के लिए जरूरी है वही शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी की मात्रा भी जानी चाहिए वैसे तो सर्दियों में शरीर में नमी की मात्रा प्राकृतिक रूप से ही काफी हो जाती है लेकिन फिर भी हाइड्रेशन बनाए रखना जरूरी है। अच्छा हो यदि ठंडे की बजाय गुनगुना पानी पिएं।
इसके अलावा यदि घर पर बने हुए गोंद,मेथी या केसर युक्त लड्डू खाए जाएं तो भी शरीर सर्दियों से लड़ने में समर्थ रहता है । उत्तर भारत के राज्यों में छुहानी पीना भी ठंड से लड़ने का एक अच्छा साधन माना गया है। साथ ही साथ इस मौसम में बाजरे उड़द की काली दाल या चने की दाल की खिचड़ी खाना भी पौष्टिक खाने में शामिल किया जाता है। फलों में चीकू और पहाड़ी बेरीज भी आपके शरीर को ठंड से लड़ने हेतु पर्याप्त शक्ति एवं ऊर्जा प्रदान करती हैं। और हां यदि रोज सुबह शाम च्यवनप्राश का सेवन करने तो कहने ही क्या। सर्दी में तली भुनी नी चीजें खाने का खास मन करता है पर ध्यान रहे यदि इनकी मात्रा का अतिरेक रहेगा तो फिर अपच कब्ज एवं एसिडिटी जैसी बीमारियां आपको परेशान करेंगे इसलिए पकोड़े, समोसे, चिप्स एवं दूसरे पैकेज फूड कम ही खाएं तो बेहतर है।
अब जहां सर्दी में खान-पान का अच्छा होना जरूरी है वहीं अपने शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्तियों का विकास भी करना जरूरी है यदि आप में इम्यूनिटी का स्तर अच्छा है तो फिर रोग आप पर हमला कम करेंगे लेकिन इसके अलावा भी कुछ और दूसरी सावधानियां भी जरूरी हैं।
खान पान पर ध्यान देने वाली बातें
सर्दियों में खाने के लिए बीन्स श्रेष्ठ फूड है। इसमें कई आवश्यक तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन ,पोटेशियम और जिंक पर्याप्त मात्रा में मिल जाता है।
ठंड में रसदार फलों का सेवन खूब करें। संतरा, नींबू, अंगूर आदि आपकी इम्नयुनिटी को बढ़ाने के लिए मददगार होते हैं।
सर्दियों में दाल का सेवन खूब करें यह शरीर मे प्रोटीन के साथ पोषक तत्वों की पूर्ति करता है।
सर्दियों में हरी पत्तेदार सब्जियां प्रचुर मात्रा में लें। ये आपके पेट को साफ रखता है तथा शरीर मे पोषक तत्वों को भी नियंत्रित करता है।
सर्दियों में ड्राइफ्रूट्स का सेवन आपको स्फूर्त और ऊर्जावान रखता है क्योंकि इसी मौसम में आप इसे हजम कर सकते हैं।
सर्दी में शकरकंद खाना अत्यंत लाभकारी होता है इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी,ए,पोटेशियम सोडियम आदि तत्व पाए जाते हैं।
एंटी वायरल प्रापर्टीज की वस्तुओं का अधिक सेवन करना चाहिए। मसलन लहसुन,अरदक,तुलसी आदि का सेवन अवश्य करना चाहिए। गर्म और ताजा भोजन करना चाहिए।
मौजूदा वक्त में ठंडी वस्तुओं जैसे आइसक्रीम, फ्रिज का पानी आदि के सेवन से बचना चाहिए। मसालेदार वस्तुओं व फास्ट फूड से भी परहेज करना चाहिए। खासतौर पर स्ट्रीट फूड से।
सर्दियों में सावधानियाँ
ठंड से बचाव हेतु पर्याप्त और आरामदायक ऊनी कपड़े पहनें और शरीर को पूरी तरह ढककर रखें।सिर,कान और हाथों को ठंड से बचाने के लिए टोपी और दस्ताने का इस्तेमाल करें।
करें त्वचा की देखभाल
सर्दियों में त्वचा की देखभाल भी जरूरी है । त्वचा सर्दियों में रूखी हो जाती है, इसलिए मॉइस्चराइजर का उपयोग करें। अधिक समय तक गर्म पानी से न नहाएं, यह त्वचा की नमी छीन लेता है।. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी है तो आंवला, अदरक और शहद का सेवन करें।सर्दी-खांसी से बचने के लिए गरम मसालों का उपयोग करें। बीमारियों से बचाव के लिए ठंडे पेय और बर्फ से परहेज करें। साथ ही वायरल संक्रमण से बचने के लिए भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें।
जरूरी हैं धूप एवं व्यायाम
व्यायाम और धूप का सेवन सर्दियों में आपके स्वस्थ रहने का सबसे बड़ा आधार है इसलिए आलस त्याग कर नियमित व्यायाम करें और धूप में बैठें। इससे शरीर को विटामिन डी मिलता है और हड्डियाँ मजबूत होती हैं। कुल मिलाकर सार यह है कि सर्दियाँ हमें स्वास्थ्य का ध्यान रखने और प्राकृतिक स्वादों का आनंद लेने का अवसर देती हैं। सही खानपान और थोड़ी सावधानी से आप इस मौसम का भरपूर आनंद उठा सकते हैं। ठंड से बचकर और पौष्टिक आहार का सेवन कर, आप सर्दियों को स्वस्थ और खुशहाल बना सकते हैं। और हां अपने साथ-साथ छोटे बच्चों का एवं उम्र दराज बुजुर्गों का खास ख्याल रखना बहुत जरूरी है क्योंकि इन दोनों ही वर्गों की इम्युनिटी कम होती है इसलिए अपने साथ-साथ नन्हे मुन्नों एवं परिवार के बड़ों का खास ख्याल रखें । उन्हें भी ठंड के प्रकोप से बचा कर रखें एवं उनके स्वास्थ्य को देखते हुए उचित खान-पान प्रदान करें। गोल्ड रूल अपनाएं,कोल्ड भगाएं..!