अजय सिंह
विशिष्ट खुफिया जानकारी से पता चला था कि एक व्यक्ति, जो कछुए के अवैध व्यापार में संलिप्त है, ने अपने घर में नवजात कछुओं की एक खेप प्राप्त की है और काले बाजार में इस बेचने का प्रयास कर रहा है। ये नवजात कछुए, कछुओं की दो प्रजातियों- इंडियन रूफ टर्टल तथा इंडियन टेंट टर्टल के है। ये दोनों प्रजातियां, वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 के तहत संरक्षित प्रजातियां हैं।
खुफिया जानकारी के आधार पर डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय), लखनऊ के अधिकारियों ने कछुओं को बचाने और अपराधियों को पकड़ने के लिए एक जटिल योजना तैयार की। डीआरआई, लखनऊ के अधिकारी स्थल पर पहुंचे और 01.08.2023 की सुबह, उत्तर प्रदेश के उन्नाव स्थित एक आवासीय परिसर में तलाशी ली तथा 330 नवजात कछुओं को बचाया एवं एक व्यक्ति को पकड़ लिया। वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत प्रारंभिक जब्ती के बाद, आगे की जांच के लिए मामला वन विभाग, उन्नाव, यूपी को सौंप दिया गया है।
पर्यावरण को बचाने के अपने प्रयास में, लखनऊ डीआरआई ने इंडियन रूफ टर्टल तथा इंडियन टेंट टर्टल के 330 नवजात कछुओं को बचाया है। ये दोनों वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 के तहत संरक्षित प्रजातियां हैं। अवैध व्यापार और इनके प्राकृतिक निवास स्थलों का क्षरण, इन प्रजातियों के लिए प्रमुख खतरे हैं।