अकबर हो या औरंगजेब,सबकी मानसिकता एक-योगी

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अकबर हो या औरंगजेब,सबकी मानसिकता एक-योगी
अकबर हो या औरंगजेब,सबकी मानसिकता एक-योगी

अकबर हो या औरंगजेब, सबकी मानसिकता एक। दादरी एनटीपीसी में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण कर मुख्यमंत्री ने जनसभा को किया संबोधित। हमारे राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और गुरू गोविंद सिंह हैं, अकबर और औरंगजेब नहीं। महाकुम्भ के बाद ब्रज भूमि में हो रहा रंगोत्सव राष्ट्रीय एकता का सबसे बड़ा प्रतीक। प्रधानमंत्री के विजन ने आस्था और आजीविका के नये स्रोत को खोला है। श्रीराम, श्रीकृष्ण, महादेव, मां गंगा और मां यमुना की कृपा के साथ ही अब यूपी पर बरस रहा मां लक्ष्मी का आशीर्वाद। मुख्यमंत्री ने गौतमबुद्ध नगर में ₹1,467 करोड़ की परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास। औद्योगिक नीतियों के तहत 14 इकाइयों को ₹617 करोड़ की प्रोत्साहन राशि का सीएम ने किया वितरण। मुख्यमंत्री ने दादरी में की राजकीय डिग्री कॉलेज, 100 बेड का अस्पताल, आईटीआई और स्टेडियम बनाने की घोषणा। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सीएम ने प्रदेश की महिलाओं को दीं शुभकामनाएं, कहा- महिलाएं स्वावलंबी होंगी, तभी आगे बढ़ेगा यूपी। अकबर हो या औरंगजेब,सबकी मानसिकता एक-योगी

गौतमबुद्ध नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दादरी में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने महाराणा प्रताप के स्वाभिमान, स्वधर्म और स्वदेश के प्रति अद्वितीय समर्पण को याद करते हुए उन्हें सच्चा राष्ट्रनायक करार दिया। एनटीपीसी परिसर में महाराणा प्रताप स्टेडियम में आयोजित इस भव्य समारोह में मुख्यमंत्री ने उनकी वीरता की गाथा को विस्तार से बयां किया। सीएम योगी ने यह भी कहा कि अकबर हो या औरंगजेब, हिन्दुओं के प्रति सबकी मानसिकता एक ही थी। उन्होंने कहा कि हमारे आदर्श और राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी और गुरू गोविंद सिंह जी महाराज हैं, ना कि अकबर या औरंगजेब। वहीं मुख्यमंत्री ने राणा सांगा की वीरता का भी जिक्र किया। मुख्यमंत्री योगी ने जनसभा स्थल से ही गौतमबुद्ध नगर के लिए ₹1,467 करोड़ की 97 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।

हल्दीघाटी की मिट्टी भी हमारे लिए तीर्थ

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में महाराणा प्रताप के जीवन और कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने स्वदेश और स्वधर्म के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। तनिक स्वार्थ के लिए सत्ता के सामने झुकने की बजाय, उन्होंने स्वाभिमान को चुना। चित्तौड़ के राजवंश में जन्मे और कुम्भलगढ़ में पैदा हुए महाराणा प्रताप ने मात्र 28 साल की उम्र में अकबर जैसे विशाल साम्राज्य से पहला युद्ध लड़ा। सीएम योगी ने हल्दीघाटी की प्रसिद्ध लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि 20 हजार सैनिकों के साथ लाखों की सेना का मुकाबला करने वाला योद्धा ही हमारा सच्चा नायक हो सकता है। हल्दीघाटी ने उन्हें राष्ट्रनायक का दर्जा दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने जीवनकाल में मेवाड़ के खोए हुए क्षेत्रों को वापस लेकर अकबर को घुटने टेकने पर मजबूर किया। उनके घोड़े चेतक की स्वामिभक्ति भी अद्भुत थी। आज भी हल्दीघाटी की मिट्टी को लोग तीर्थ के रूप में सम्मान देते हैं। यह भारत की महान परंपरा का प्रतीक है।

राष्ट्रनायकों से वर्तमान पीढ़ी को लेनी चाहिए प्रेरणा

मुख्यमंत्री ने कहा कि अकबर कभी नायक नहीं हो सकता। चाहे अकबर हो या औरंगजेब, इनकी हिंदुओं के प्रति मानसिकता एक जैसी थी। इन्होंने भारत की सनातन परंपरा को रौंदने के लिए तमाम षड्यंत्र रचे। इसके विपरीत, महाराणा प्रताप ने अपने बलिदान से सनातन संस्कृति की रक्षा की। योगी ने छत्रपति शिवाजी महाराज और गुरु गोविंद सिंह का भी उल्लेख किया और कहा कि ये राष्ट्रनायक हमारी प्रेरणा हैं। जो इनका सम्मान नहीं करते, वे विकृत मानसिकता के शिकार हैं और उन्हें उपचार की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान पीढ़ी को इन महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। महाराणा प्रताप का योगदान हमें सिखाता है कि स्वाभिमान और स्वधर्म से समझौता नहीं करना चाहिए। यही कारण है कि पूरा देश उन्हें याद करता है।

हमारी संस्कृति हमारी समृद्धि का आधार बन रही है

मुख्यमंत्री ने हाल ही में संपन्न हुए महाकुम्भ और ब्रजभूमि में चल रहे होली उत्सव का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चले महाकुम्भ में 66 करोड़ 30 लाख लोग आए, लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। यह हमारी संस्कृति और सुरक्षा का प्रमाण है। ब्रजभूमि के रंगोत्सव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि विदेशी आश्चर्यचकित हैं कि भारत में कोई भेदभाव नहीं, सब एक साथ रंगों में सराबोर हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की सराहना करते हुए कहा कि आस्था और आजीविका के नए स्रोत खुल रहे हैं। हमारी संस्कृति हमारी समृद्धि का आधार बन रही है। उन्होंने कहा कि श्रीराम, श्रीकृष्ण, महादेव, मां गंगा और मां यमुना की कृपा के साथ ही अब यूपी पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी बरस रहा है।

बहता पानी और रमता जोगी कभी अशुद्ध नहीं होता

उन्होंने कहा कि महाकुम्भ को लेकर विधर्मियों ने जितनी अफवाह फैलाने की कोशिश की, सनातन धर्मावलम्बियों ने उतने ही अधिक संख्या में प्रयागराज पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाई। गंगाजल को दूषित बताया गया, मगर शायद उन्हें पता नहीं कि बहता पानी और रमता जोगी कभी अशुद्ध नहीं होता। हर सनातनी त्रिवेणी के पवित्र जल को आस्था के रूप में देखता है। पूरी दुनिया के लोग प्रयागराज आए और उत्तर प्रदेश के बारे में अच्छे विचार लेकर लौटे। सीएम योगी ने कहा कि जिन्हें भारत के इतिहास और परंपरा की जानकारी नहीं, वो भारत की नदी संस्कृति को भी नहीं जान पाएंगे। ऐसे कूप मंडूप आज भी भारत में मौजूद हैं।

गौतमबुद्ध नगर विकास के नए युग में प्रवेश कर चुका है

योगी ने गौतमबुद्ध नगर के लिए कई घोषणाएं कीं, जिनमें राजकीय डिग्री कॉलेज, 100 बेड का चिकित्सालय, आईटीआई और स्टेडियम शामिल हैं। उन्होंने किसानों के लिए सर्किल रेट बढ़ाने और बाईपास निर्माण की बात पर भी सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को कहा कि यहां ऐसा आईटीआई बनना चाहिए, जहां एआई, ड्रोन टेक्नोलॉजी सहित सभी मॉर्डन टेक्नोलॉजी की जानकारी युवाओं को दी जाए। उन्होंने बताया कि जेवर में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट लगभग तैयार है, फिल्म सिटी बन रही है। गौतमबुद्ध नगर विकास के नए युग में प्रवेश कर चुका है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उन्होंने प्रदेश की महिलाओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि आज उत्तर प्रदेश की महिलाएं सुरक्षित हैं, प्रदेश की महिलाएं स्वावलंबी होंगी, तो उत्तर प्रदेश विकसित भारत का ग्रोथ इंजन बनेगा।

हजारों युवाओं को रोजगार देंगी परियोजनाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को दिन में गौतमबुद्ध नगर में किए गए अन्य कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए कहा कि वह सुबह से ही गौतमबुद्ध नगर में हैं। यहां डेटा सेंटर, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर, एआई सेंटर और शारदा ग्रुप के मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युग में डाटा के बिना कुछ नहीं हो सकता। पूरी दुनिया में लड़ाई ही डेटा की चल रही है। यहां स्थापित हो रही परियोजनाएं हजारों नौजवानों को रोजगार देंगी। उन्होंने सरकार की नई औद्योगिक नीति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पहले निवेशक पैसा देते थे, अब हम कहते हैं कि हमारे नौजवानों को नौकरी दो, हम आपको प्रोत्साहन देंगे।

₹1,467 करोड़ की 97 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

महाराणा प्रताप की प्रतिमा अनावरण के साथ ही मुख्यमंत्री ने गौतमबुद्ध नगर के विकास को गति देने वाली परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने ₹1,467 करोड़ की लागत वाली 97 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जिसमें सड़क, पुल, औद्योगिक क्षेत्रों का विकास और अन्य बुनियादी सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों के तहत 14 इकाइयों को ₹617 करोड़ की प्रोत्साहन राशि वितरित की गई। अकबर हो या औरंगजेब,सबकी मानसिकता एक-योगी