लोकसभा चुनाव में भाजपा का अहंकार टूटा

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लोकसभा चुनाव में भाजपा का अहंकार टूटा
लोकसभा चुनाव में भाजपा का अहंकार टूटा

निष्पक्ष दस्तक

2024 के लोकसभा चुनाव ने भारत की राजनीति को बदलने का काम किया है। अयोध्या जनपद के लोकसभा क्षेत्र फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद की जीत से जनता ने नफरत की राजनीति को खत्म कर दिया है। हमें ऐतिहासिक जीत मिली है। पर इस जीत से हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ी है। हमें अभी से 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाना है।अखिलेश यादव आज समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ के डॉ0 राममनोहर लोहिया सभागार में बड़ी संख्या में आये हुए पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं, विधायको तथा नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्यों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिलने से समाजवादी पार्टी की ताकत बढ़ी है और नेताओं, कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। आगे विधानसभा चुनाव में जीत का लक्ष्य पाने के लिए जहां हम सबको अपनी भाषा ठीक रखनी है वहीं सभी का सम्मान करना भी सीखना होगा। हमें जनता से जुड़े रहना है। जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है। लोकसभा चुनाव में भाजपा का अहंकार टूटा

लोकतंत्र में जनता के सामने कोई नहीं टिक सकता है। चुनाव में जनता ने भाजपा का अहंकार तोड़ा है। भाजपा नेताओं को अब नींद नहीं आती है। एनडीए नकारात्मक-निगेटिव गठबंधन साबित हुआ जबकि पीडीए प्रगतिशील प्रोगेसिव गठबंधन रहा। समाजवादी पार्टी पीडीए-इंडिया गठबंधन ने संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ी। समाजवादी विचारधारा का संघर्ष बराबर जारी रहेगा।समाजवादी पार्टी की जीत की बधाई देने आये सैकड़ों लोगों ने अखिलेश यादव से भेंट कर उन्हें जीत की हार्दिक बधाई दी। यशभारती सम्मानित पं0 हरिप्रसाद मिश्रा ने भी अखिलेश यादव को स्वास्तिवाचन के साथ रक्षा सूत्र बांधा और उनके शतायु तथा यशस्वी होने की कामना की।

पिछले 10 सालों से निरंकुश बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संघीय सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी को इस बार जनता ने बहुमत देने से इनकार कर दिया है। 543 सीटों वाली संसद में बहुमत के लिए ज़रूरी 272 से भाजपा दूर खड़ी है। उसे सिर्फ़ 240 सीटें मिली हैं.भारत की जनता ने साफ़ कहा है कि उसे प्रधानमंत्री के रूप में कोई सम्राट नहीं चाहिए। मोदी ने पिछले 10 सालों में ख़ुद को एक हिंदू सम्राट के रूप में ही पेश किया है। जनता को तरह तरह से समझाने की कोशिश की गई कि मोदी वास्तव में मुग़लों के अत्याचार का बदला ले रहे हैं और पहली बार भारत में हिंदुओं का राज क़ायम हो रहा है।पिछले 10 सालों से भारत का बड़ा मीडिया भाजपा के प्रचार तंत्र में बदल गया था। इस चुनाव के दौरान भी मीडिया ने लगातार सरकार और भाजपा के प्रचार विभाग की तरह विपक्ष के ख़िलाफ़ अभियान चलाया।

बदायूं लोकसभा पर सस्पेंस क्यों..?
शिवपाल सिंह यादव

शिवपाल सिंह यादव ने लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव में चुनौतियां तो थी क्योंकि भाजपा बहुत अहंकार में थी। अहंकार के साथ भाजपा विपक्ष को खत्म करना चाहती थी। उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस के लोगों के खिलाफ झूठी रिपोर्ट तैयार कर उन्हें जेल भेजना चाहती थी, लेकिन अब भाजपा का अहंकार टूटा है। भाजपा 400 पार का नारा देकर संविधान को बदलना चाहती थी। यूपी की जनता ने भाजपा का अहंकार तोड़ दिया है। उन्होंने ने कहा कि आज नेता जी होते तो बहुत खुश होते। नेता जी का आशीर्वाद हमेशा हम पर रहा है। हम उनके आदर्शों पर ही चल रहे है। नेता जी के नीतियों और आदर्शों पर चलकर ही हम लोगों ने भाजपा को हराकर पीछे छोड़ा है। इसी से ही समाजवादी पार्टी आगे निकली है।

    आज की बैठक में प्रमुख रूप से गुरु जी उदय प्रताप सिंह राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव, पूर्व विधानसभाध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी सहित ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, सनातन पाण्डेय, शाहिद मंजूर, जासमीर अंसारी,  शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, कैसरजहां पूर्व सांसद, सुधाकर सिंह, सईदा खातून, किरनपाल कश्यप, जयप्रकाश अंचल, लाल बिहारी यादव,  पवन पाण्डेय, संतोष पाण्डेय, पूजा शुक्ला, डॉ0 आर.के. वर्मा, लालजी यादव, चन्द्रशेखर चौधरी मणीन्द्र मिश्रा, हरेन्द्र ताऊ, लक्ष्मी धनगर, अशोक यादव, साधु यादव, शिवशंकर यादव, नागेन्द्र यादव, विजय सिंह, राम प्रताप सिंह, सुरेन्द्र सिंह नायक आदि प्रमुख नेता शामिल रहे। इस अवसर पर अमृतराज पाल, इन्द्रपाल यादव, नन्हके यादव, अक्षय यादव, कुलदीप यादव, सुशील यादव, कान्हा यादव आदि ने स्मृति चिन्ह देकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी का अभिनंदन किया। लोकसभा चुनाव में भाजपा का अहंकार टूटा