कल तक जो दंगा कराते थे वो आज भाईचारे की बात कर रहे हैं-बृजेश पाठक

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नए पैकेट में पुराना वाला ही धोखा लाए हैं सपा वाले।2012 से 2017 तक जनता को सपा ने केवल ठगा है।गुंडे, माफियाओं और आतंकवादियों की पालनहार रही है सपा।सपा ने न लोगों को नौकरी दी, बल्कि प्रतिभावान छात्रों को छला।गांव के लोग गले लगा कर कहते हैं वोट बीजेपी को देंगे।सपा को दहाई की संख्या पार करने में भी आएगी मुश्किल।2012 से पहले सपा ने लोगों से फॉर्म भरवाए पर न उनको घर दिया, न भत्ता।

हिमांशु दुबे

लखनऊ। यूपी में दंगा कराने वाले भाईचारे की बात कर रहे हैं। सपा के उम्मीदवार और पीछे से उनके साथ खड़े गुंडे लोगों को डराने धमकाने का काम कर रहे हैं। अखिलेश जी! ये कौन सा भाईचारा है? यूपी को तुष्टिकरण की आग में झोंकने वाले आज भाईचारा सिखा रहे हैं। जो खुद के घर में भाईचारा न निभा और बना पाया हो वह भाईचारा की बात करे तो हास्यास्पद है। दरअसल इनका भाईचारा गुंडों, माफियाओं, दंगाइयों, बलात्कारियों से ही है। जिनके संरक्षण के लिए ये सत्ता में वापसी का मंसूबा पाले हैं। जनता इन दंगाइयों और बलवाइयों की वापसी नहीं होने देगी। यह बातें कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कही।


उन्होंने कहा कि जिस समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकाल में गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं की अवहेलना की वो आज फिर लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है। सपा अध्यक्ष दंगाइयों को साथ लेकर भाईचारे की बात कर रहे हैं उनको जनता 10 मार्च को पूरे तौर पर नकार देगी। सपा को दहाई की संख्या पार करने में मुश्किल आएगी। अखिलेश यादव पर हमला करते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि यूपी की जनता अच्छी तरह से जानती है कि सपा को गरीबों से दिक्कत है। जब ये सत्ता में थे तो गरीबी की जगह गरीबों को हटाने की बात करते थे। उन्होंने कहा दसवीं के छात्रों को टैबलेट देने के वादे से मुकरी इस सपा का लैपटॉप घोटाला कोई नहीं भूलेगा। छात्रों संग सपा ने छल किया है।

लाल पोटली है सपा का छलावा-

ब्रजेश पाठक ने कहा कि ये लाल टोपी व लाल पोटली यूपी की जनता को छलने वाली है। साल 2017 तक सपा ने जनता को लूटा और छला है। इन्होंने युवाओं के संग धोखा किया है। साल 2017 से पहले यूपी में सपा ने नौकरियों में धांधली की। उन्होंने अपने लोगों को सरकारी नौकरियों में भरा जिनकी वजह से प्रतिभावान छात्रों को दर-दर की ठोकरे खानी पड़ी। सबको याद है जब ये सत्ता में नहीं थे इन्होंने मकान व बेरोजगारी भत्ता देने के लिए फॉर्म भरवाए थे। इन्होंने न घर दिया था, न भत्ता दिया था। सत्ता में आए थे तो इन्होंने लोगों के घर लुटवाए थे, जमीनें कब्जा करवाई थी। रोजगार तो गुंडों, माफियाओं, भूमाफियाओं को दिया था। नौजवानों के हक पर डाका डालने का काम किया था। नौकरियां लुटवाई थी। इस बार फिर से ये लोग नए पैकेट में पुराना धोखा ही लाए हैं। जनता का भरोसा खो देने वाले झूठे वादों से बहलाने की फिराक में हैं। जनता सब जानती है। उसने हिसाब लगा लिया है, सपा की साइकिल चलने वाली नहीं है।

गांव के लोग गले लगा कर कहते हैं वोट देंगे बीजेपी को-

उन्होंने कहा कि आज जब मैं ग्रामीण क्षेत्रों में जाता हूं तो वहां के लोग एक ही बात कहते हैं कि योगी-मोदी जी ने हमसे जो भी वादे किए उनको पूरा किया और कोरोना महामारी के दौरान निःशुल्क राशन के साथ आयुष्मान योजना में पांच लाख तक का निःशुल्क इलाज देखकर हम सभी की मदद की है। हम इसी पारदर्शी सरकार को वोट देंगे। 25 करोड़ आबादी का संकल्प है। जो राष्ट्रवादी पार्टी के साथ राष्ट्र के हित के लिए कंधे से कंधा मिलाकर आज खड़े हैं।