अनब्रेकेबल डॉक्यूमेंट्री दिल्ली चुनाव में बन सकती है गेम चेंजर..?

28
अनब्रेकेबल डॉक्यूमेंट्री दिल्ली चुनाव में बन सकती है गेम चेंजर..?
अनब्रेकेबल डॉक्यूमेंट्री दिल्ली चुनाव में बन सकती है गेम चेंजर..?

क्या अनब्रेकेबल डॉक्यूमेंट्री दिल्ली चुनाव में आप के लिए बन सकती है गेम चेंजर..?”यह फिल्म मेरे लिए बेहद भावुक है। यह हमारे पिछले दो साल के संघर्ष की कहानी है। देश में किसी और पार्टी ने ऐसी साजिशों और पूरे सिस्टम के हमलों का सामना नहीं किया होगा। लेकिन मुश्किल वक्त ही दिखाता है कि हम असल में कौन हैं।” अनब्रेकेबल डॉक्यूमेंट्री दिल्ली चुनाव में बन सकती है गेम चेंजर..?

अजय कुमार

लखनऊ। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी  के नेता अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने प्रसिद्ध यूट्यूबर ध्रुव राठी का धन्यवाद किया। इस ट्वीट में केजरीवाल ने ध्रुव राठी की डॉक्यूमेंट्री “अनब्रेकेबल” का लिंक शेयर किया, जो आम आदमी पार्टी के संघर्ष को प्रमुखता से दिखाती है। इस डॉक्यूमेंट्री में केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं और यह दर्शाया गया है कि कैसे सत्ता का दुरुपयोग कर आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को निशाना बनाया गया। इसके अलावा, यह भी दिखाया गया कि कैसे सरकार समर्थित फिल्में और अन्य प्रचार सामग्री को बढ़ावा दिया गया, जबकि विरोधी आवाजों को दबाने की पूरी कोशिश की गई। इस डॉक्यूमेंट्री में एक तरह से सत्ता के खिलाफ खड़े होने का संदेश दिया गया और यह दिखाया गया कि कैसे आम आदमी पार्टी के नेता और उनके परिवारों ने पिछले दो वर्षों में भारी संघर्षों का सामना किया।

अरविंद केजरीवाल ने अपने पोस्ट में लिखा, “यह फिल्म मेरे लिए बेहद भावुक है। यह हमारे पिछले दो साल के संघर्ष की कहानी है। देश में किसी और पार्टी ने ऐसी साजिशों और पूरे सिस्टम के हमलों का सामना नहीं किया होगा। लेकिन मुश्किल वक्त ही दिखाता है कि हम असल में कौन हैं।” उन्होंने ध्रुव राठी को धन्यवाद देते हुए कहा कि जब पूरी सरकार और राजनीतिक व्यवस्था पार्टी के खिलाफ थी, तब ध्रुव ने इस डॉक्यूमेंट्री को सामने लाने की हिम्मत दिखाई। केजरीवाल ने यह भी कहा कि इस फिल्म ने पहली बार आम आदमी पार्टी का पक्ष दुनिया के सामने रखा है। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे इस फिल्म को देखें और इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।

ध्रुव राठी, जो लंबे समय से केंद्र सरकार और बीजेपी की आलोचना करते रहे हैं, ने अपनी यूट्यूब चैनल पर “अनब्रेकेबल” डॉक्यूमेंट्री को रिलीज किया। यह डॉक्यूमेंट्री आम आदमी पार्टी के पिछले दो वर्षों के संघर्ष पर केंद्रित है, खासकर उस वक्त पर जब पार्टी के कई प्रमुख नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। इन नेताओं में अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे। यह वही समय था जब आम आदमी पार्टी को केंद्र सरकार और बीजेपी द्वारा विभिन्न राजनीतिक हमलों का सामना करना पड़ा था। हालांकि, अब ये नेता जमानत पर बाहर हैं और दिल्ली चुनावों में अपनी पार्टी का प्रचार कर रहे हैं। ध्रुव राठी ने इस डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से लोगों को यह बताने की कोशिश की कि यह एक दस्तावेज है, जो आम आदमी पार्टी के संघर्ष को सही तरीके से प्रस्तुत करता है।

“अनब्रेकेबल” फिल्म का मुख्य उद्देश्य यह था कि वह उन राजनीतिक हमलों और साजिशों को उजागर करे, जिनका सामना आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को करना पड़ा। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे पार्टी के नेताओं के खिलाफ गलत आरोप लगाए गए और उन्हें जेल भेजने के लिए एक संगठित अभियान चलाया गया। इसके साथ ही यह भी दिखाया गया कि फिल्म की स्क्रीनिंग को कैसे रोका गया, क्योंकि सत्ता इसे जनता तक पहुंचने से रोकना चाहती थी। इस फिल्म में केंद्र सरकार की उन गतिविधियों को भी उजागर किया गया, जो पार्टी और उसके नेताओं को निशाना बनाने के लिए की गई थीं।

अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर इस बारे में अपनी बात रखते हुए लिखा, “जब पूरा सिस्टम इस फिल्म को रोकने की कोशिश कर रहा था, तब ध्रुव राठी ने इसे दुनिया के सामने लाने की हिम्मत दिखाई। यह फिल्म हमारे संघर्ष और हमारे पक्ष को सही तरीके से पेश करती है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह फिल्म उस समय की सच्चाई को सामने लाती है, जब सत्ता ने पार्टी के नेताओं को झूठे आरोपों में फंसाया और उन्हें दबाने की कोशिश की। केजरीवाल ने यह भी पूछा कि आखिर क्यों बीजेपी इस फिल्म से इतनी डरी हुई है और इसे क्यों रोकना चाहती है।

दिल्ली पुलिस ने फिल्म की स्क्रीनिंग को रोकते हुए कहा कि यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन था। उनका तर्क था कि राजनीतिक दलों के लिए इस तरह की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुमति लेना आवश्यक था। पुलिस का कहना था कि यह डॉक्यूमेंट्री चुनावी प्रचार के रूप में मानी जा सकती थी, और इसलिए इसे बिना अनुमति के दिखाना सही नहीं था। इस पर केजरीवाल ने आलोचना की और सवाल उठाया कि अगर फिल्म केवल सच को सामने ला रही है, तो इससे बीजेपी क्यों डर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह फिल्म पार्टी के संघर्ष की कहानी है, जो पूरी तरह से सही और कानूनी है।

ध्रुव राठी ने अपनी डॉक्यूमेंट्री को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने इसे बनाने का निर्णय इसलिए लिया, क्योंकि उन्हें लगता था कि आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को जिन साजिशों और झूठे आरोपों का सामना करना पड़ा, उन पर खुलकर बात की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस फिल्म के माध्यम से वह अपने दर्शकों को यह समझाना चाहते थे कि कैसे सत्ता में बैठे लोग लोकतांत्रिक संस्थाओं और प्रक्रियाओं का दुरुपयोग करते हैं। ध्रुव राठी ने यह भी कहा कि इस फिल्म के माध्यम से वह लोगों को यह बताना चाहते थे कि कभी भी किसी के खिलाफ खड़े होने से डरना नहीं चाहिए, भले ही सामने कितना भी बड़ा दबाव क्यों न हो।

अरविंद केजरीवाल ने भी इस डॉक्यूमेंट्री के प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी और लोगों से आग्रह किया कि वे इसे देखें और इसके संदेश को साझा करें। उनका मानना था कि यह फिल्म न केवल उनकी पार्टी की यात्रा का एक अहम हिस्सा है, बल्कि यह उन लोगों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बन सकती है, जो अपनी आवाज उठाने से डरते हैं। केजरीवाल ने यह भी कहा कि यह फिल्म एक मजबूत संदेश देती है कि आम आदमी पार्टी कभी भी नहीं टूटेगी और उनका संघर्ष जारी रहेगा।

अब सवाल यह उठता है कि क्या इस डॉक्यूमेंट्री का दिल्ली चुनाव पर असर पड़ेगा? यह फिल्म निश्चित रूप से आम आदमी पार्टी के प्रचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकती है, क्योंकि इसमें पार्टी के संघर्ष को प्रमुखता से दिखाया गया है। हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि इसका चुनाव परिणामों पर कितना असर पड़ेगा, क्योंकि चुनावों में फिल्में और डॉक्यूमेंट्री हमेशा निर्णायक भूमिका नहीं निभातीं। फिर भी, यह कहना गलत नहीं होगा कि “अनब्रेकेबल” ने अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के समर्थकों के लिए एक नई शक्ति और प्रेरणा का स्रोत प्रदान किया है।

इस डॉक्यूमेंट्री में कुछ ऐसी बातें हैं जो पहले से ही सार्वजनिक रूप से कही जा चुकी हैं, लेकिन फिल्म में उन्हें पेशेवर तरीके से एक साथ प्रस्तुत किया गया है। इसमें पार्टी के नेताओं और उनके परिवारों के अनुभवों को भी शामिल किया गया है, जो उन कठिन दिनों में उन्होंने झेले थे। इसके साथ ही, यह फिल्म लोगों को यह समझने में मदद कर सकती है कि राजनीति में जब किसी को निशाना बनाया जाता है, तो उसे सिर्फ एक राजनीतिक खेल के तौर पर नहीं देखना चाहिए, बल्कि यह लोकतंत्र और मानवाधिकारों पर हमला हो सकता है।

“अनब्रेकेबल” फिल्म ने निश्चित रूप से एक नई बहस को जन्म दिया है और यह उन सभी लोगों के लिए एक मजबूत संदेश हो सकती है, जो सत्ता के खिलाफ खड़े होते हैं और सच की खोज करते हैं। फिल्म की रिलीज ने यह दिखा दिया है कि सत्ता के खिलाफ आवाज उठाना हमेशा आसान नहीं होता, लेकिन जब सच्चाई के लिए खड़ा हुआ जाता है, तो वह हमेशा जीतता है। इस फिल्म के जरिए अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने यह साबित करने की कोशिश की है कि वे कभी भी टूटने वाले नहीं हैं और उनका संघर्ष जारी रहेगा, चाहे कोई भी कोशिश क्यों न की जाए। अनब्रेकेबल डॉक्यूमेंट्री दिल्ली चुनाव में बन सकती है गेम चेंजर..?