भाजपा सरकार में महिलाएं एवं बच्चियां सर्वाधिक अपमानित एवं असुरक्षित हैं। महिला सशक्तीकरण केवल नारा रह गया है। महिला सुरक्षा को लेकर भाजपा सरकार के सारे दावे झूठे है। तर्क और ठोस तथ्यों के आधार पर वह अपनी एक भी उपलब्धि गिना नहीं सकती है। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय किए गए कामों को झुठलाने का कोई भी प्रयास सफल नहीं होने वाला है।समाजवादी सरकार में 18 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को लैपटॉप का वितरण किया गया था ताकि उनके शैक्षिक स्तर का उन्नयन हो सके। ये लैपटॉप निःशुल्क बांटे गए थे। भाजपा के घोषणा-पत्र में लैपटॉप के साथ वाईफाई सुविधा देने के जो सपने दिखाए गए थे वे सपने ही रहे, हकीकत में कुछ भी नहीं मिला। भाजपा सरकार ने लैपटॉप बांटने का तो वादा किया था लेकिन लैपटॉप नहीं बांट सके। अपनी नाकामी छिपाने के लिए कुछ टैबलेट बांटे जो कि चल नहीं रहे हैं, जबकि समाजवादी सरकार में बांटे गए लैपटॉप आज भी चल रहे हैं। भाजपा सरकार के दावे झूठे-अखिलेश यादव
शैक्षिक स्तर पर छात्राओं को बढ़ावा देने और उनको आर्थिक मदद देने में समाजवादी सरकार का रिकार्ड आज भी भाजपा सरकार के लिए चुनौती है। 25 से 40 वर्ष तक के आयु वर्ग के हाईस्कूल और इन्टर पास बेरोजगार छात्र-छात्राओं को 1000 रू0 मासिक बेरोजगारी भत्ता दिया गया था। कन्या विद्याधन योजना के तहत इंटर पास छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए साइकिल और 20 हजार रूपये दिये गये थे। बेटियों की शादी की लिए भी आर्थिक मदद दी गई थी। समाजवादी सरकार में 1.90 करोड़ रू0 के बजट से कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें, यूनीफार्म की व्यवस्था के साथ इन्टर तक की बेटियों को मुफ्त शिक्षा की भी व्यवस्था की गई थी। मातृ शिशु जननी सुरक्षा योजना में महिलाओं और शिशुओं के लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गई। गरीब परिवारों की बेटियों की शादी और उनके समुचित विकास की योजनाएं लागू की गई थी। समाजवादी सरकार में 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन दी गई।
108 एम्बूलेंस सेवा सड़क दुर्घटना में घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर लोगों की जान बचाने के लिए शुरू की गई थी। महिला सुरक्षा के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन सेवा शुरू की गई। तत्काल पुलिस रिस्पांस सिस्टम यूपी डायल 100 शुरू की गई थी ताकि लोगों को तत्काल पुलिस की सुरक्षा मिल सके। यूपी डायल 100 सेवा को 112 बनाकर भाजपा ने इस अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था को भी भ्रष्टाचारी बना दिया। दिखावे के लिए भाजपा सरकार ने जो रोमियों स्क्वाड बनाने का शोर मचाया था उसका कहीं अतापता नहीं रह गया है। अपराधी स्वच्छंद है और खाकी के ही कपड़े फाड़ रहे है। इन सभी जनहित की योजनाओं को भाजपा सरकार ने बर्बाद कर दिया है।
भाजपा सरकार ने गत वर्ष 2023 में यूपी डायल 100 की महिलाओं का उत्पीड़न करते हुए उन्हें सेवा से हटाने का कुचक्र रचा था। ठीक दीप पर्व के दिन इन बहन-बेटियों को घरों से बाहर बारिश और ठंड में धरना स्थल इकोगार्डेन जबरन भेज दिया। तब समाजवादी पार्टी परिवार ने उनके साथ दीपावली मनाई थी। भाजपा सरकार की क्रूरता का इससे ज्यादा और क्या प्रदर्शन हो सकता था। जबकि समाजवादी पार्टी की सरकार ने एसिड पीड़ित बहन-बेटियों को नया जीवन प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए आगरा और लखनऊ में शिरोज कैफे खुलवाया। समाजवादी सरकार का संवेदनशीलता और मानवीयता का यह परिचय है। समाजवादी सरकार में बेटियों को ही लखनऊ मेट्रो में ड्राईवर की जिम्मेदारी दी गई।
महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा के लिए भाजपा सरकार के पास कोई योजना नहीं है। एनसीआरबी के आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश में महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा अपराध की घटनाएं उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में हो रही हैं। भाजपा सरकार महिला अपराध रोकने में विफल है। बलात्कार और हत्या, लूट के मामले बढ़ते जा रहे हैं। भाजपा सरकार में महिलाएं थानों में भी सुरक्षित नहीं है। कई महिला पुलिस कर्मी भी दुष्कर्म की शिकार हो चुकी है।
भाजपा सरकार जनता को भ्रमित करने के लिए झूठे वादे करती है। षडयंत्र और साजिश करती है। किसी को न्याय नहीं मिल रहा है। हाथरस में बेटी को न्याय नहीं मिला। भाजपा सरकार ने परिजनों को उसकी लाश तक नहीं दी और जबर्दस्ती जलवा दिया। बीएचयू में एक छात्रा के साथ भाजपा आईटी सेल के पदाधिकारियों ने सामूहिक रेप किया। अपराधियों की फोटो मुख्यमंत्री जी के साथ भी हैं। भाजपा सरकार उस घटना को दबाती रही और अपराधियों को बचाने के लिए पूरा प्रयास किया। कई भाजपा नेताओं, विधायकों पर महिलाओं और बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार के मामलों में एफआईआर दर्ज है। बीएचयू के रेपिस्ट भाजपाई खुले आम छुट्टा घूम रहे हैं।
प्रयागराज में सोरो थाना क्षेत्र में एक नवयुवती का अपहरण कर बलात्कार के बाद मार कर फेंक दिया गया। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। खुद राजधानी लखनऊ में ऐसे जघन्य काण्डों में पीड़िताओं की मदद के बजाय उन्हें ही धमकाया जा रहा है। धमकाने में पुलिस की मिली भगत की शिकायतें है। अपराधी तत्वों से डरी लड़कियों ने स्कूल जाना और घर से बाहर निकलना ही छोड़ दिया है। न्याय न मिलने से हताश और निराश महिलाएं-बेटियों ने मुख्यमंत्री के आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया है। क्योंकि पुलिस प्रशासन आरोपियों को ही शह दे रहा है। भाजपा सरकार में महिलाओं और बच्चियों की जिंदगी हर पल असुरक्षित है। भाजपा राज में बेटियों और महिलाओं के साथ जिस तरह से अन्याय, अत्याचार हुआ है उसकी दूसरी मिसाल कहीं नहीं दिखाई देती है। मुख्यमंत्री जी गुमराह करने की चाहे जितनी कोशिश करें सच्चाई तो यह है कि भाजपा राज में ही बिटिया सबसे ज्यादा घबराई हुई है। भाज