भारतीय आदर्श योग संस्थान ने अपना द्वितीय स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया। “भारतीय आदर्श योग संस्थान” के द्वितीय स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्य सचिव द्वारा 51 योग साधक,साधिकाओं को महर्षि पतंजलि सम्मान से सम्मानित किया गया। योग हमारे जीवन में संतुलन लाता है-मुख्य सचिव
योग हमारे जीवन में संतुलन लाता है। योग भारत के ऋषिंयो संतो द्वारा मानव समाज के लिए दिया गया अनमोल उपहार है। योग यू.एन.ओ.का पहला ऐसा प्रस्ताव था जिसके विश्व के सभी देश प्रस्तावक बने। -मुख्य सचि
बाल्यकाल से संस्कार के रूप में बच्चों में अनिवार्य योग की शिक्षा दी जाए तो 20 साल बाद का भारत निश्चित रूप से सम्पूर्ण स्वस्थ भारत होगा।बाल्यकाल से योग अपनाने वाले निश्चित रूप से शतायु हो सकते हैं। -राजकुमार, राज (सचिव)
लखनऊ। “भारतीय आदर्श योग संस्थान का द्वितीय स्थापना दिवस संमारोह संगीत नाटक अकादमी,गोमती नगर में धूमधाम से मनाया गया। द्वितीय स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा मौजूद रहे। मुख्य सचिव ने संस्थान को शुभकामनाएं एवं बधाई दी तथा कहा कि योग हमारे जीवन में संतुलन लाता है। योग भारत के ऋषिंयो संतो द्वारा मानव समाज के लिए दिया गया अनमोल उपहार है। उन्होंने कहा योग यू.एन.ओ.का पहला ऐसा प्रस्ताव था जिसके विश्व के सभी देश प्रस्तावक बने।
भारतीय आदर्श योग संस्थान के दो वर्ष पूर्ण होने पर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने संस्थान के अनंत यात्रा की ओर अग्रसर होने की ईश्वर से प्रार्थना की। दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि मेरी 10 वर्ष की उम्र से ही योग करने में अभिरुचि रही है। मैं प्रतिदिन कम से कम 40 मिनट योग करता हूं। हमारे सभी देवता भी योग अवस्था में रहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की योग के प्रति अभिरुचि से 173 देश ने अपनी अभिरुचि योग में दिखाई है। मुख्य सचिव ने कहा कि योग हमारे जीवन में संतुलन लाता है। योग केवल आसान ही नहीं है योग नियम, आसन,प्राणायाम,प्रत्याहार,ध्यान और साधनाहै। आज योग प्रशिक्षक बनायें जा रहे है। दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि योग किसी योग्य प्रशिक्षक के अंतर्गत ही करना चाहिए।श्री मिश्र ने कहा कि योग से संकल्प शक्ति आती है। भगवान महावीर भगवान बुद्ध यही नहीं हमारे सभी ईश्वर योग साधना में लीन रहे हैं। भगवान कृष्ण को योगेश्वर कहा जाता है जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में शिव और श्री कृष्णा प्रभु श्री राम मार्गदर्शक हैं।
भारतीय आदर्श योग संस्थान के बारे में प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि सच्चाई के संकल्प के साथ अगर कोई यात्रा की जाती है तो वह निरंतर प्रगति की पथ पर आगे बढ़ती है। मैं आशा करता हूं श्री कृष्णदत्त मिश्रा से कि वह अपनी विकसित सोच के साथ समाज के सभी वर्गों में योग साधना को आगे बढ़ाएंगे। मुख्य सचिव द्वारा योग साधको को महर्षि पतंजलि सम्मान से सम्मानित किया गया। तथा इस अवसर पर भजन सम्राट किशोर चतुर्वेदी एवं स्वाति रिजवी एवं मगन मिश्रा के भजनों का भी योगाभ्यासिओं ने आनंद लिया।
योगाचार्य कृष्ण दत्त मिश्रा ने कहा नियमित योग के माध्यम से असाध्य रोगों से ग्रस्त रोगियों को भी रोगमुक्त किया जा सकता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। प्रत्येक नागरिक को योग के माध्यम से स्वस्थ रखना “भारतीय आदर्श योग संस्थान” का उद्देश्य -योगाचार्य कृष्ण दत्त मिश्रा
योगाचार्य कृष्ण दत्त मिश्रा ने कहा कि योग अनिवार्य रूप से अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित एक आध्यात्मिक अनुशासन है, जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य लाने पर केंद्रित है। यह स्वस्थ जीवन जीने की एक कला और विज्ञान है।योग के अभ्यास से व्यक्तिगत चेतना का सार्वभौमिक चेतना के साथ मिलन होता है,जो मन और शरीर, मनुष्य और प्रकृति के बीच पूर्ण सामंजस्य का संकेत देता है। योग का उद्देश्य आत्म-साक्षात्कार है।जीवन के सभी क्षेत्रों में स्वतंत्रता के साथ रहना, स्वास्थ्य और सद्भाव योग अभ्यास का मुख्य उद्देश्य होता है।योग किसी विशेष धर्म, विश्वास प्रणाली या समुदाय का पालन नहीं करता है; इसे हमेशा आंतरिक कल्याण के लिए एक तकनीक के रूप में देखा गया है। जो कोई भी शामिल होकर योग का अभ्यास करता है, वह इसके लाभ प्राप्त कर सकता है।योग व्यक्ति के शरीर,मन,भावना और ऊर्जा के स्तर पर काम करता है। इसने योग के चार व्यापक वर्गीकरणों को जन्म दिया है: कर्म योग, जहां हम शरीर का उपयोग करते हैं; भक्ति योग, जहां हम भावनाओं का उपयोग करते हैं; ज्ञान योग, जहां हम मन और बुद्धि का उपयोग करते हैं; और क्रिया योग, जहां हम ऊर्जा का उपयोग करते हैं।आज दुनिया भर में लाखों-करोड़ों लोग योग के अभ्यास से लाभान्वित हुए हैं। जिसे प्राचीन काल से आज तक महान प्रतिष्ठित योग गुरुओं द्वारा संरक्षित और प्रचारित किया गया है। योग का अभ्यास फल-फूल रहा है, और हर दिन और अधिक जीवंत होता जा रहा है।
पैसे एवं पावर का आनंद तभी है,जब स्वास्थ्य उत्तम हो-संजय गुप्ता
“भारतीय आदर्श योग संस्थान” के संरक्षक एवं “उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल” के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा उत्तम स्वास्थ्य जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। यदि व्यक्ति स्वस्थ है तभी कमाए हुए धन एवं प्राप्त पद की शक्ति का आनंद ले सकता है और योग के माध्यम से शरीर एवं मन को स्वस्थ रखा जा सकता है।”भारतीय आदर्श योग संस्थान” के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगाचार्य कृष्ण दत्त मिश्रा ने कहा संस्थान का उद्देश्य योग के माध्यम से सभी नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है। उन्होंने कहा वात,कफ एवं पित्त को सही रखने से बीमारियां छूमंतर हो जाएंगी। योग हमारे जीवन में संतुलन लाता है-मुख्य सचिव
इस अवसर पर डॉ.अंजु भारती,शोभा श्रीवास्तव,शारदा श्रीवास्तव,ललिता पांडे,मधु पांडेय,कल्पना भदरा,रुचि सक्सैना,कुमारी सिमरन सिंह द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। बालिका गायत्री द्विवेदी द्वारा शिव तांडव की प्रस्तुति की गई। गणेश वंदना की प्रस्तुति अनुपम श्रीवास्तव के नृत्य निर्देशक में भी हुई गणेश प्रस्तुत करने वाले बच्चों में श्रुतिकुशवाहा,निहारिका अग्रवाल संचालिका अयोध्या सिंह मीमांसा पीहू द्विवेदी अनामिका बाजपेई रहे। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाज सेवी मुरलीधर आहूजा भी मौजूद रहे।