जनपद झांसी में 05 फर्जी नियुक्त अध्यापकों पर एफआईआर दर्ज कर भेजा गया जेल। फर्जी नियुक्ति पत्र के सहारे किया था कार्यभार ग्रहण। 03 प्रधानाध्यापिकाओं ने बिना सत्यापन के कराया कार्यभार ग्रहण।
अजय सिंह
जनपद झांसी में पंचदेव पुत्र रामचरन मौर्य निवासी ग्राम लालमऊ, पोस्ट मेहनाजपुर, तहसील लालगंज, जनपद आजमगढ़ की कूटरचित एवं फर्जी नियुक्ति पत्र की राजकीय हाईस्कूल खडौरा, झांसी में कार्यभार ग्रहण आख्या निदेशालय को प्राप्त होने के फलस्वरूप नियुक्ति पत्र जॉच में पूर्णतः फर्जी पाये जाने पर शिक्षा निदेशालय द्वारा तथाकथित सहायक अध्यापक के विरूद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किए गए। अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) के0 के0 गुप्ता ने बताया कि जनपद झांसी में फर्जी नियुक्ति पत्र के सहारे राजकीय माध्यमिक विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने का तथ्य विभाग के संज्ञान में आने पर 05 फर्जी नियुक्त तथाकथित अध्यापकों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराकर गिरफ्तारी की कार्यवाही की गयी है।
सूच्य है कि लोक सेवा आयोग से राजकीय माध्यमिक विद्यालयों हेतु चयनित सहायक अध्यापकों एवं प्रवक्ताओं के पदस्थापन/नियुक्ति पत्र निर्गत किये जाने हेतु माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा एनआईसी के सहयोग से वेबसाइट विकसित की गयी है। उक्त वेबसाइट में समस्त जिला विद्यालय निरीक्षकों का लॉगिन उपलब्ध रहता है। प्रत्येक जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक के लॉगिन में उनके जनपद में पदस्थापित अभ्यर्थियों की विस्तृत सूचना उपलब्ध रहती है। नवनियुक्त अभ्यर्थियों द्वारा कार्यभार ग्रहण किये जाने हेतु सम्बन्धित जनपद/विद्यालय में नियुक्ति पत्र प्रस्तुत करने पर उसका मिलान जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उनके लॉगिन पर उपलब्ध सूचना से किया जाता है। उसके बाद ही सम्बन्धित अभ्यर्थियों को कार्यभार ग्रहण कराया जाता है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक, झांसी द्वारा फर्जी अध्यापक के कार्यभार ग्रहण कराये जाने की सूचना प्राप्त होने पर प्रधानाध्यापिका राजकीय हाईस्कूल, खडौरा, झांसी को तत्काल प्रकरण से सम्बन्धित पत्र लेकर उपस्थित होने के निर्देश दिये गये।
प्रधानाध्यापिका राजकीय हाईस्कूल, खडौरा, झांसी द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक, झांसी को अवगत कराया गया कि उनके विद्यालय में पंचदेव के अतिरिक्त अन्य 02 स0अ0 रणविजय विश्वकर्मा पुत्र लालचन्द्र विश्वकर्मा एवं नरेन्द्र कुमार मौर्य पुत्र राम आधार मौर्य ने भी विद्यालय में उसी तिथि में कार्यभार ग्रहण किया है तथा यह भी अवगत कराया गया कि जनपद के 02 अन्य विद्यालय राजकीय हाईस्कूल वीरा जनपद-झांसी एवं राजकीय हाईस्कूल बम्हौरी सुहागी, झांसी में भी 01-01 अध्यापिकाएं माह जुलाई, 2022 में नियुक्त हुयी हैं। उक्त सभी अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र एक समान तथा पंचदेव की भांति फर्जी एवं कूटरचित प्रतीत होने पर जिला विद्यालय निरीक्षक, झांसी द्वारा 18 अगस्त 2022 को सम्बन्धित के विरूद्ध थाना कोतवाली मऊरानीपुर, झांसी तथा कोतवाली गरौठा, झांसी में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर वैधानिक कार्यवाही किये जाने हेतु सम्बन्धित प्रधानाध्यापिकाओं को निर्देशित किया गया।
जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में पूनम, प्रधानाध्यापिका, राजकीय हाईस्कूल, बम्हौरी सुहागी झांसी द्वारा थाना कोतवाली मऊरानीपुर में मैनावती पुत्री रामजीत प्रसाद निवासी मधनापार, बिलरिया गंज जनपद आजमगढ़ के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या-0356, 19 अगस्त, 2022 को दर्ज करायी गयी। ऊषा पठवार प्रधानाध्यापिका, राजकीय हाईस्कूल वीरा झॉंसी द्वारा थाना कोतवाली मऊरानीपुर में अम्रता कुशवाहा पत्नी विजयशील कुशवाहा ग्राम लक्षिरामपुर पोस्ट हीरापट्टी तहसील सदर जनपद-आजमगढ के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या- 0355, 19 अगस्त, 2022 को दर्ज करायी गयी।
प्रीति सागर प्रभारी प्रधानाध्यापिका, राजकीय हाईस्कूल खडौरा झांसी द्वारा थाना कोतवाली गरौठा में पंचदेव पुत्र रामचरन मौर्य निवासी ग्राम नगलामऊ पोस्ट मेहनाजपुर तहसील लालगंज, जनपद आजमगढ़, रणविजय विश्वकर्मा पुत्र लालचन्द्र विश्वकर्मा, ग्राम महुआपार पोस्ट मेहनाजपुर तहसील लालगंज, जनपद आजमगढ़ एवं नरेन्द्र कुमार मौर्य पुत्र राम अधार मौर्य निवासी ग्राम वीरभद्रपुर पोस्ट शेरपुर तहसील सदर जनपद आजमगढ़ के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या- 0125, 19 अगस्त, 2022 को दर्ज करायी गयी।
फर्जी अध्यापकों को कार्यभार ग्रहण कराने में प्रथम दृष्टया दोषी 03 प्रधानाध्यापिकाओं के विरूद्ध माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही की संस्तुति की गयी है। सम्बन्धित प्रधानाध्यापिकाओं का यह दायित्व था कि किसी भी नवनियुक्त अध्यापक को कार्यभार ग्रहण कराने से पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से सत्यापन करा लें किन्तु उनके द्वारा सीधे कार्यभार ग्रहण कराकर कार्यभार ग्रहण आख्या प्रेषित की गयी, जिससे फर्जी अध्यापक कार्यभार ग्रहण करने में सफल हो सके। उक्त मामले में अन्य दोषियों की भी तलाश की जा रही है। संज्ञान में आने पर उनके विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही की जाएगी।