विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

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विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश
विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश
राजू यादव
राजू यादव

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर मंगलवार को विधान भवन पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीर रणबांकुरों व उनके परिजनों को सम्मानित भी किया और उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमृत काल की इस पावन बेला पर देश की आजादी के 77वें पावन जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। सीएम ने भारत मां के शहीद हुए सपूतों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। यह आजादी के अमृतकाल का प्रथम आयोजन है। 12 मार्च 2021 से पीएम मोदी जी ने आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ गुजरात के साबरमती के तट पर नए संकल्प, नए उत्साह व उमंग के साथ इस आयोजन को करने का आह्वान किया था। 75 सप्ताह के साथ अनेक कार्यक्रमों के साथ जुड़ता हुआ यह आयोजन अमृत महोत्सव के समारोप की ओर है, वहीं आगामी 25 वर्ष की अमृत काल की नई कार्ययोजना के साथ भी हम सभी का आह्वान कर रहा है। 25 वर्ष के बाद जब देश आजादी का शताब्दी मना रहा होगा, तब हमें कैसा भारत चाहिए। उस भारत के सपने को साकार करने के लिए नए संकल्प के साथ हम सब इस पावन आयोजन के साथ जुड़े हुए हैं। विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की सोच बदली है। विगत छ: वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लगभग दो गुना करने में सफलता प्राप्त हुई है।प्रदेश के बारे में लोगों की सोच बदली है। इसी अवधि में राज्य में प्रति व्यक्ति आय को भी दोगुना करने का प्रयास किया गया है। राज्य में आधारभूत संरचना का व्यापक संजाल स्थापित किया गया है।भारत देश अब आजादी के अमृत काल में प्रवेश कर चुका है जो हमें हजारों वर्षों के स्वर्णिम युग में ले जाएगा। देश और दुनिया का भारत में असीम विश्वास और भरोसा बढ़ा है और उनको भारत से बड़ी अपेक्षा भी है। भारत के अमृत काल के कालखंड में हम जितना ज्यादा त्याग करेंगे आने वाले 1000 वर्ष का स्वर्णिम इतिहास उससे ही अंकुरित होने वाला है। हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी है जो भारत को बहुत आगे ले जाएगी।आज हमें यह शपथ लेना चाहिए कि वर्ष 2047 में हमारा तिरंगा एक विकसित राष्ट्र का राष्ट्रीय ध्वज होगा।

अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया तो भावी पीढ़ी सम्मानित करेगी


एक भारत श्रेष्ठ भारत का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यूपी व देश के अलग-अलग भागों से आए कलाकारों ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत के पीएम मोदी के संकल्प के साथ जो झांकी प्रस्तुत की, उसे व्यावहारिक धरातल पर उतारने के कार्यक्रम के साथ हमें जुड़ना होगा। पंच प्रण के संकल्प के साथ भारत मां के महान सपूतों ने खुद को बलिदान किया था। उन वीर परिवारों को सम्मानित किया गया। देश की सुरक्षा के लिए बलिदान देने वाले शहीदों के परिवारों के सम्मान का यह आयोजन देश समेत यूपी के 75 जनपदों, 58 हजार ग्राम पंचायतों, 762 नगर निकायों में हो रहा है। हर किसी के मन में इस बात की अनुभूति होनी चाहिए कि मैंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया तो मेरी भावी पीढ़ी मुझे सम्मानित करेगी।

हमने धरती को मां के रूप में सम्मान दिया


हम सब नए भारत का दर्शन कर रहे हैं। हमारे संस्कार सदैव से माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या से जोड़ते रहे हैं। हमने कभी भी धरती को जमीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि मां के रूप में सम्मान दिया है और धरती को मां के रूप में सम्मान देकर के उसके प्रति जो कुछ भी अभीष्ट व अच्छा है, वह कर गुजरने की तमन्ना के साथ हर भारतवासी कार्य करता है। य़ही कारण है कि हम हजारों वर्ष की विरासत पर गौरव की अनुभूति करते हैं। यही कारण है कि अनेकता में एकता के दर्शन भारत के अंदर होते हैं। रूप-रंग, भेष भूषा, खानपान सब अलग अलग होते हुए भी हमारे भाव एक जैसे हैं। हर भारतवासी पूरब, पश्चिम, उत्तर-दक्षिण कहीं का भी हो, किसी भी मत-मजहब का है। वह पहले भारत मां को सर्वोपरि मानता है। जाति-मत मजहब नहीं, भारत माता व अपना देश उसकी पहली प्राथमिकता होती है। तमिलनाडु में जन्मा जवान भारत की रक्षा के लिए अपने बलिदान पर गौरव की अनुभूति करता है। जब देश के अंदर कभी कोई उपद्रव हुआ हो तो भारत के किसी भी कोने के जवानों ने बलिदान देने में संकोच नहीं किया, लेकिन उपद्रव समाप्त करेंगे, इस भाव से वह जुड़ा।

विरासत की रक्षा करना हर भारतीय का दायित्व


मुख्यमंत्री ने कहा कि हजारों वर्ष पहले केरल में जन्मा एक संन्यासी आदिशंकर के रूप में भारत के चार कोनों में चार पीठों की स्थापना करता है। यह भारत की सांस्कृतिक एकता के दर्शन कराता है, जिसके बारे में प्रधानमंत्री जी ने कहा कि विरासत की रक्षा करना हर भारतीय का दायित्व है। हर भारतवासी गौरव की अनुभूति करेगा। पंच प्रणों के साथ जुड़ेगा। आज भारत के नए दर्शन के रूप में देश बढ़ रहा है। देश के आजादी के अमृत महोत्सव के प्रथम अमृत काल के प्रथम वर्ष में प्रवेश किया तो भारत पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनता है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। हर भारतवासी के लिए यह गौरव की अनुभूति करने का अवसर है। यूपी को भी जी-20 के 11 समिट चार महानगरों (लखनऊ, काशी, आगरा व गौतमबद्ध नगर) में आयोजित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। नया भारत उस दिशा में आगे बढ़ने के लिए हमें प्रेरित कर रहा है।

उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने के साथ ही औद्योगिक गलियाओं और विशेषतौर पर हाइवे के रख-रखाव व सुविधाओं में वृद्धि के लिए प्रयासरत योगी सरकार अब नवीकरणीय ऊर्जा के तौर पर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी पहल करने जा रही है। उत्तर प्रदेश में उच्च गुणवत्ता वाले के निर्माण और रख-रखाव के साथ ही इसे नवीकरणीय ऊर्जा से जोड़ते हुए एक खास इनोवेशन करने का प्रयास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को सौर ऊर्जा से लैस करने की अनूठी पहल को अंजाम देने की तैयारी कर कर रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के सबसे आधुनिक औऱ सुविधा संपन्न एक्सप्रेस-वे में शुमार है। ऐसे में इसे सौर ऊर्जा से चालित कर एक नई दिशा देने की विस्तृत कार्य योजना पर काम हो रहा है। उल्लेखनीय है कि 4 लेन वाले इस 296 किमी लंबे हाइवे में मेन कैरियज वे व सर्विस लेन के तौर पर दो हिस्से हैं।

भारत को महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए हम भी कर पा रहे प्रयास


पिछले 9 वर्ष में भारत की जो यात्रा प्रारंभ हुई है, वह सचमुच हर भारतवासी को विकसित भारत के संकल्प के साथ जोड़ रही है। भारत की 9 वर्षों की शानदार यात्रा, इंफ्रास्ट्रक्चर-आंतरिक व वाह्य सुरक्षा के मोर्चे पर हो, विरासत की गौरव पर अनुभूति करने वाला क्षेत्र हो। देश में गरीब कल्याणकारी कार्यक्रमों को बढ़ाने का कार्य हो, इस विकसित भारत के अनुरूप प्रगति को बढ़ाने के लिए जिस राज्य की सर्वाधिक भूमिका हो सकती है। हमें गौरव की अनुभूति करनी चाहिए, हम सभी उस राज्य उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और हम भी भारत को महाशक्ति को स्थापित करने के लिए प्रयास कर पा रहे हैं।विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

जहां भारत की आत्मा बसती है, हम उस उत्तर प्रदेश के वासी हैं


पिछले छह वर्ष के अंदर मोदी के नेतृत्व में यूपी ने जिस यात्रा को प्रारंभ किया है। वह प्रदेशवासियों के सामने है। हर प्रदेशवासी जानता है कि हमारे सामने पहचान का संकट नहीं है। यूपी का नागरिक जहां भी जाएगा, वह कहेगा कि भारत की आत्मा जहां बसती है, हम उस उत्तर प्रदेश के वासी हैं। इसके लिए परिश्रम करना पड़ता है। परिश्रम की नई पराकाष्ठा और ईमानदारी के साथ प्रक्रिया को जोड़ने का कार्यक्रम बढ़ाया जाता है। उसका परिणाम देखने को मिलता है। आज प्रदेश की कानून व्यवस्था व सुरक्षा के बेहतर वातावरण ने यूपी की बदली धारणा को बढ़ाया है। यूपी को सुरक्षा का बेहतर माहौल देने वाले वीरों, पुलिस के जवानों ने योगदान दिया। बहुत जवान शहीद हुए पर यूपी की सुरक्षा-कानून व्यवस्था के साथ किसी को खिलवाड़ की अनुमति नहीं देंगे, इस संकल्प के साथ उन जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

हर बड़ा निवेशक यूपी में निवेश के लिए उतावला


प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था का प्रदेश बनने के कारण यूपी आज निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में स्थापित हुआ। 10 से 12 फरवरी तक हुए जीआईएस में 36 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसका मतलब एक करोड़ नौजवानों को नौकरी व रोजगार की गारंटी है। इसके लिए सरकार ने अनेक कार्यक्रम बढ़ाए। दो करोड़ नौजवानों को टैबलेट व स्मार्टफोन वितरण की कार्रवाई चल रही है। प्रशिक्षण व स्किल डवलपमेंट के लिए निरंतर प्रयास चल रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया को ईमानदारी व पारदर्शिता के साथ यूपी के नौजवानों के लिए अनेक अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आज यूपी में भर्ती प्रक्रिया, कानून व्यवस्था पर कोई प्रश्न नहीं खड़ा कर सकता है। हर बड़ा निवेशक आज यूपी में निवेश करने के लिए उतावला है। जीआईएस उसका उदाहरण है और कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति का परिणाम है।विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

नई आभा के साथ बढ़ता दिख रहा है उत्तर प्रदेश

देश में उत्तर प्रदेश नई आभा के साथ आगे बढ़ रहा है। यहां के नागरिकों और नौजवानों को एक नई पहचान मिली है। प्रदेश में अब अपराध नहीं,आस्था और विकास का समन्वित केंद्र है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष अनुकम्पा प्रदेश पर है। मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर विकास की नई यात्रा पर है तो इसमें उत्तर प्रदेश भी नई सोच के साथ आगे बढ़ा है। देश की इस विकास यात्रा में प्रदेश कैसे पीछे रह जाता। उत्तर प्रदेश नई पहचान के साथ देश के विकास में सहभागी बना है। उत्तर प्रदेश में प्रमुख धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। काशी नई काशी के रूप में दुनिया को आकर्षित कर रही है। गत वर्ष 10 करोड़ श्रद्धालु वहां दर्शन करने आते हैं। देश-दुनिया में सर्वाधिक श्रद्धालु वाला क्षेत्र काशी बना है। ब्रज क्षेत्र में लगभग 6 से 7 श्रद्धालु पवित्र स्थलों का दर्शन करने आ रहे हैं। पर्यटन के नई डेस्टिनेशन के रूप में दुनिया के अंदर नई आभा के साथ यूपी आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। पर्यटन के अलग-अलग क्षेत्रों में जो कार्य हुआ है, वह सभी को अपनी ओर आकर्षित करता है। 2019 के प्रयागराज कुंभ से प्रारंभ हुई यात्रा काशी विश्वनाथ धाम, ब्रज क्षेत्र, अयोध्या-विंध्यवासिनी धाम, हैरिटेज, ईको टूरिज्म के क्षेत्र में बढ़ता हुआ रोजगार की अनेक संभावनाओं को बढ़ाने का कार्य कर रहा है।

विकास के नए पथ पर है उत्तर प्रदेश


उत्तर प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर स्टेट के रूप में जाना जा रहा है। पांच एक्सप्रेसवे के साथ वर्तमान में 13 एक्सप्रेसवे निर्माण में यूपी आगे बढ़ रहा है। यहां बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर उसे नई गति दे रहा है। यूपी इंटर स्टेट कनेक्टिविटी में सफल हुआ है। एयरकनेक्टिविटी को बेहतर कर रहा है। पीएम के संकल्प को बढ़ाने में यूपी ने बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है। आज परिणाम हमारे सामने है। 2017 में यूपी में 2 और आज 9 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। इस वर्ष के अंत तक 5 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट क्रियाशील होंगे। अयोध्या धाम और नोएडा के जेवर में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण यूपी में चल रहा है। नए घरेलू एयरपोर्ट के साथ यूपी कार्य कर रहा है। कहा जाता था कि यहां कोई जलमार्ग कार्य नहीं कर पाएगा, लेकिन भारत सरकार के साथ मिलकर देश का नंबर एक वाटरवे वाराणसी व हल्दिया के बीच में प्रारंभ हो चुका है। यूपी सरकार ने वाटरवे की संभावना को बढ़ाते हुए प्रदेश के अंदर ग्रीन लैंड वाटरवे अथॉरिटी की प्रक्रिया को बढ़ाया है। हर हर उस नदी के अंदर, नदी को चैनलाइज या ड्रेजिंग के माध्यम से जलमार्ग की सुविधा को विकसित करना होगा। हम तत्परता से कार्य करते हुए भारत सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य करेंगे।

उपेक्षा के कारण पटरी से उतर चुका था कृषि क्षेत्र


यूपी कृषि बाहुल्यता के लिए जाना जाता है। यूपी के अंदर कृषि सर्वाधिक रोजगार देने वाला सेक्टर था तो नंबर एक पर नंबर कृषि था, लेकिन उपेक्षा के कारण पटरी से उतर चुका था। लोग पलायन कर रहे थे। 9 वर्ष के अंदर स्वायल हेल्थ कार्ड, पीएम फसल बीमा योजना, पीएम कृषि सिंचाई योजना आदि को लागू करने का कार्य रहा हो या 2017 में सरकार गठन के बाद एमएसपी की लागत का डेढ़ गुना दाम देने का कार्य रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत यूपी में 2.61 करोड़ लाख किसान इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। 3 वर्ष के दौरान 2.61 करोड़ किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 59 हजार करोड़ से अधिक की राशि पीएम मोदी के द्वारा उपलब्ध कराई गई। यूपी किसानों की खुशहाली के लिए कार्य कर रहा है। पीएम कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से अब तक 23 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। सरकार लगातार कार्य कर रही है। ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति को तेजी से बढ़ाया गया है। आज समृद्धिशाली किसान बन सकता है, इस परिकल्पना को भी साकार किया गया है। आज किसानों के चेहरे की खुशहाली देखते ही बनती है। खेती से पलायन कर रहे किसानों को यूपी के अंदर फिर से खेतीबाड़ी से जोड़ने के कार्यक्रम को बढ़ाया है। प्रदेश सरकार ने तय किया है कि 14 लाख निजी ट्यूबवेल हैं। गत वर्ष हमारी सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए इन निजी नलकूपों को संचालित करने वाले किसानों को सरकार ने विद्युत बिल में 50 फीसदी छूट उपलब्ध कराई थी। जल्द ही सरकार किसानों को फ्री में निजी ट्यूबवेल के लिए विद्युत आपूर्ति की कार्रवाई को बढ़ाने की ओर से बढ़ रही है। विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

छह वर्ष में बेसिक स्कूलों में 60 लाख विद्यार्थी बढ़े हैं

छह वर्ष में बेसिक स्कूलों में 60 लाख विद्यार्थी बढ़े हैं। विगत विगत 6 वर्षों में 55 से 60 लाख अतिरिक्त बच्चे बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में आए हैं।विगत विगत 6 वर्षों में 55 से 60 लाख अतिरिक्त बच्चे बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में आए हैं। आज बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1 करोड़ 91 लाख को पार कर चुकी है। जब इस संख्या को देखता हूं तो सोचता हूं कि कई देशों की आबादी इतनी नहीं है। विगत 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश में समग्र विकास की भावना को साकार करते हुए क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का प्रयास किया गया है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने का कार्य प्रदेश में दिख रहा है। बेसिक शिक्षा में 1.91 करोड़ बच्चों को यूनिफॉर्म, बैग, शूज, स्वेटर, बैग, बुक्स उपलब्ध कराने के साथ छह वर्ष के अंदर लगभग 60 लाख विद्यार्थी बेसिक शिक्षा के स्कूलों में बढ़े हैं। ऑपरेशन कायाकल्प, स्मार्ट क्लास, पायलट व पेयजल की शुद्ध उपलब्धता के कार्यक्रम युद्ध स्तर पर बढ़ रहे हैं। श्रमिकों के बच्चों के लिए इसी सत्र से अटल आवास विद्यालय शुरू होने जा रहे हैं। श्रमिक का बेटा भी अत्याधुनिक शिक्षा उपलब्ध करेगा। 18 अटल आवासीय विद्यालय, पंजीकृत श्रमिक व कोविड कालखंड में जिन बच्चों ने अपने अभिभावकों को खोया है, मुख्यमंत्री बालसेवा योजना से जुड़े बच्चों को इससे जोड़ने जा रहे हैं। माध्यमिक, उच्च, तकनीकी हो या व्यावसायिक शिक्षा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने नई संभावनाओं को जन्म दिया है। यह अवसर है जब भारत दुनिया में फिर से एजूकेशन हब के रूप में खुद को स्थापित कर सकता है।विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

यूपी में एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज की परिकल्पना साकार हुई

यूपी में एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज की परिकल्पना साकार हुई।छह वर्ष के अंदर 98 फीसदी बीमारी को नियंत्रित करने व मौत के आंकड़ों को नियंत्रित करने में यूपी ने सफलता प्राप्त की है।उत्तर प्रदेश में बेहतर और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता में आने के बाद वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की नीति पर काम शुरू कर दिया था। एक जिला,एक मेडिकल कॉलेज योजना पर युद्धस्तर पर काम कर रही योगी सरकार हर गुजरते दिन के साथ अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ती जा रही है। इसी के तहत चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेश के जिला और मंडलीय चिकित्सालय को अपग्रेड किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश इंसेफेलाइटिस से कराहता था। जुलाई से नवंबर तक हजारों बच्चे काल कलवित होते थे। छह वर्ष के अंदर 98 फीसदी बीमारी को नियंत्रित करने व मौत के आंकड़ों को नियंत्रित करने में यूपी ने सफलता प्राप्त की है। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से बढ़ा है। एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज की परिकल्पना साकार हुई है। इस क्षेत्र में तेजी से कार्य हुआ है। वहीं हेल्थ व वेलनेस सेंटर के माध्यम से हेल्थ टूरिज्म को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते हुए आयुष्मान भारत योजना हो या मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना, 10 करोड़ लोगों को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर दिलाने का कार्य कर रही है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत 15 लाख बालिकाओं को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से जोड़ने व दो करोड़ बेटियों की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कराने में सफलता प्राप्त हुई है।विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

किसी भी देश व प्रदेश कि अर्थव्यवस्था की धड़कन वहाँ कि सड़कों पर निर्भर करती है क्योंकि वे देश की विकास गाथा को बढ़ाने के लिए धमनियों की तरह काम करती हैं। विगत कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने सड़कों और एक्सप्रेस-वे के विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है। केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ प्रतिष्ठानों से निवेश की मदद से राज्य में पिछले कुछ वर्षों में ढांचागत विकास हुआ है। राज्य में विकास को परिभाषित करने वाली राजनीतिक कहावत “डबल इंजन सरकार” के साथ, सड़कों और एक्सप्रेस वे ने निवेश के लिए अधिक ध्यान आकर्षित किया है, जिसने उत्तर प्रदेश के लिए एक अच्छी तस्वीर लिखी है।उत्तर प्रदेश, कुछ समय पहले तक, अपनी गड्ढों वाली सड़कों के लिए जाना जाता था। आज, राज्य 13 एक्सप्रेस-वे के साथ देश की एक्सप्रेस-वे राजधानी के रूप में उभरा है।

हमें नए भारत के साथ जुड़ना है

हम सब नए भारत का दर्शन कर रहे हैं। हमारे संस्कार सदैव से माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या से जोड़ते रहे हैं। हमने कभी भी धरती को जमीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि मां के रूप में सम्मान दिया है और धरती को मां के रूप में सम्मान देकर के उसके प्रति जो कुछ भी अभीष्ट व अच्छा है, वह कर गुजरने की तमन्ना के साथ हर भारतवासी कार्य करता है। य़ही कारण है कि हम हजारों वर्ष की विरासत पर गौरव की अनुभूति करते हैं। यही कारण है कि अनेकता में एकता के दर्शन भारत के अंदर होते हैं। रूप-रंग, भेष भूषा, खानपान सब अलग अलग होते हुए भी हमारे भाव एक जैसे हैं।हमें नए भारत के साथ जुड़ना है। पीएम मोदी ने 2027 तक भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प देशवासियों को दिया है। स्वाभाविक रूप से देश की आबादी का लगभग पांचवां भाग यूपी में निवास करता है। इतनी बड़ी आबादी जिस प्रदेश में निवास करती है, उस प्रदेश का भी कुछ दायित्व है। कृषि क्षेत्र में यूपी बखूबी कार्य कर रहा है। कृषि क्षेत्र में 11 फीसदी भाग यूपी के पास है। किसानों के परिश्रम के फलस्वरूप यूपी देश के अंदर 20 फीसदी खाद्यान्न उत्पादन में सफल हुआ है। इसे बढा़ने की संभावना पर यूपी में निरंतर कार्य हो रहा है। विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश


भारत के अंदर यूपी सबसे युवा प्रदेश है तो 56 फीसदी जनसंख्या हमारे पास ऐसी है, जो कामकाजी है। इसके परिश्रम व पुरुषार्थ पर हमें गौरव की अनुभूति करनी होगी। इसे आगे बढ़ाना होगा। उस दृष्टि से यूपी ने तय किया है कि आगामी 5 वर्ष में व्यापक कार्य योजना लेकर चलेंगे। भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी के रूप में स्थापित करना है तो यूपी को भी 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के रूप में स्थापित करना होगा। छह वर्ष में हमने पांच वर्ष में यूपी की जीडीपी व प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में सफलता पाई और यह तब किया, जब कोरोना महामारी चुनौती दे रही थी। अब अगला पांच वर्ष में यूपी की अर्थव्यवस्था को चार गुना करने में लक्ष्य प्राप्त करेंगे।विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

विकसित भारत का मार्ग यूपी से होकर जाता है


आजादी के अमृत महोत्सव का रास्ता पंच प्रण से जाता है। यह संकल्प शपथ के रूप में हमने ग्रहण किया है। हर ग्राम पंचायत, नगर निकाय, समारोह पूर्वक लोग संकल्प ले रहे हैं। कोरोना महामारी हमारे संकल्प के आगे पराजित हुआ। दुनिया के कई क्षेत्र अभी भी कोरोना के आगे पस्त हैं, पर हम आगे बढ़ रहे हैं। कारण है संकल्पशक्ति जब स्वार्थ से उठकर आगे बढ़ती है तो वास्तविक रूप में परिणाम के रूप में दिखता है। हमें भी संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा। आने वाला 25 वर्ष का कालखंड नई ऊर्जा व उत्साह के साथ जुड़ने का आह्वान कर रहा है। नए भारत के दर्शन के लिए विकसित भारत का मार्ग सबसे बड़ी आबादी वाले यूपी से होकर जाता है। पंच प्रण विकसित भारत, विरासत का सम्मान, गुलामी के दंश से मुक्ति, एकता व एकीकरण हम सबका संकल्प होना चाहिए। इसकी अंर्तनिहित आत्मा है कि हर नागरिक अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए आगे बढ़ेगा तो कोई कारण नहीं कि 2027 में यूपी वन ट्रिलियन डॉलर व देश 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी के साथ तीसरी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित होगा।विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश

आन-बान-शान के साथ लहराता दिख रहा तिरंगा


मुख्यमंत्री ने कहा कि तिरंगा आज आन-बान-शान के साथ लहराता दिखाई दे रहा है। तिरंगा वीर शहीदों के साथ कृतज्ञता ज्ञापित करने का अवसर दे रहा है। नए संकल्पों के साथ नए भारत के निर्माण के लिए पीएम मोदी के संकल्पों के साथ जुड़ने का आह्वान कर रहा है। आजादी के अमृत काल का यह प्रथम वर्ष आगामी 25 वर्ष की कार्ययोजना के साथ जोड़ता है। 2047 में जब भारत आजादी का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा तो हर व्यक्ति गौरव की अनुभूति कर पाए। तब हम अपनी पीढ़ी से कह पाएंगे कि हमारा संकल्प था। इसकी कार्ययोजना हमने मिलकर बनाई थी। अब इसे आप देख रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में भारत को स्थापित करने के लिए जुड़ेगा। विकसित भारत का मार्ग होगा उत्तर प्रदेश