प्रदेश भर के मेधावी छात्र-छात्राओं को राजधानी लखनऊ में और जनपद स्तर पर सम्मानित किया जा रहा है। विद्यार्थियों की प्रतिभा की अभिनंदन का समारोह है, जो हम सभी को प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री ने अमर उजाला द्वारा आयोजित ‘मेधावी छात्र सम्मान समारोह’ को सम्बोधित किया। शिक्षा के प्रति अटूट निष्ठा विद्यार्थियों को महानता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ाती। अमर उजाला परिवार मीडिया के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के साथ ही अन्य सामाजिक सरोकारों का भी निर्वहन कर रहा है। आजादी के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति, शिक्षा के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा रिफॉर्म है। किसी के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव व्यक्ति, जाति, मत-मजहब, क्षेत्र, भाषा के आधार पर ना हो यही वास्तविक रामराज्य है। जीवन में परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता ईमानदारी के साथ कार्य करने में हमें किसी प्रकार का कोई संकोच नहीं करना चाहिए। शिक्षा के प्रति अटूट निष्ठा विद्यार्थियों को महानता-मुख्यमंत्री
लखनऊ। शिक्षा के प्रति अटूट निष्ठा विद्यार्थियों को महानता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ाती है। विद्यार्थियों की मेहनत एवं पुरुषार्थ के कारण उन्हें अच्छे वैज्ञानिक, प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सक, इंजीनियर, समाजसेवी, प्रगतिशील किसान, शिक्षक एवं जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के रूप में देखने को मिलेंगे। प्रतिभा का अभिनंदन हर स्तर पर होना चाहिए। आज का समारोह विद्यार्थियों की प्रतिभा की अभिनंदन का समारोह है। जो हम सभी को प्रेरित करता है।शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों की भक्ति उनको लक्ष्य तक पहुंचा देगी। यह एक सीढ़ी है, अंतिम लक्ष्य तथा मंजिल नहीं। हर सीढ़ी पर इस मोमेंटम को बनाए रखना है, इसके लिए परिश्रम के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है। आपको निरंतर प्रयास करते रहना है। अहंकार आने पर पर कुछ भी नहीं बचेगा। भक्ति में रावण ने कैलाश पर्वत उठा दिया था, जब अहंकार आया तब वह अंगद का पैर भी नहीं उठा पाया था। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों ने जहां पर अध्ययन किया है एवं उनके अभिभावक व गुरुजन, सभी अभिनंदन के पात्र हैं।
मुख्यमंत्री यहां अमर उजाला द्वारा आयोजित ‘मेधावी छात्र सम्मान समारोह’ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज विश्व रक्तदाता दिवस है, साथ ही प्रदेश भर के मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में और जनपद स्तर पर सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने अमर उजाला परिवार को धन्यवाद देते हुए कहा कि अमर उजाला परिवार मीडिया के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के साथ ही अन्य सामाजिक सरोकारों का भी निर्वहन कर रहा है। यह समारोह इसका उदाहरण है। उन्होंने अमर उजाला परिवार को मीडिया के क्षेत्र में 75 वर्ष की शानदार यात्रा पूर्ण करने के लिए शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जन भावनाओं के विश्वास पर खरा उतरने वाला ही आगे बढ़ पाता है। अमर उजाला परिवार 6 राज्य एवं 2 केंद्र शासित प्रदेशों में प्रिंट मीडिया का प्रतिनिधित्व कर रहा है। अमर उजाला परिवार द्वारा अतुल माहेश्वरी प्रतियोगिता का आयोजन कर छात्रों को स्कॉलरशिप उपलब्ध करायी जाती है। दिव्यांग छात्रों के लिए भी श्री डोरी लाल अग्रवाल जी के नाम पर छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। इन आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों की आवश्यकताओं की पूर्ति कर सर्वांगीण विकास में यह मीडिया ग्रुप योगदान कर रहा है।आज प्रातःकालीन सत्र में भी प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश भर के मेधावी छात्रों को सम्मानित करने का अवसर प्राप्त हुआ। आज प्रातः कालीन सत्र में मेरिट में आने वाले 10 विद्यार्थियों को उन्होंने लखनऊ सम्मानित किया। साथ ही, जनपद स्तर पर भी जनपद स्तरीय टॉप टेन विद्यार्थियों को भी सम्मानित करने का कार्य किया गया है। आज प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में प्रत्येक जनपद में आयोजित समारोह में प्रतिभाओं को आगे बढ़ने एवं प्रोत्साहन का अवसर मिला है। इस प्रकार का प्रोत्साहन समाज की जिम्मेदारी है।
आज शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे परिवर्तन हो रहे हैं। दुनिया तेजी से बदल रही है। इस बदलती हुई दुनिया में देश सबसे तेजी के साथ बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। 15 अगस्त, 2022 को देश के आजादी का अमृत महोत्सव का कार्यक्रम संपन्न हुआ। मुख्य महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मार्गदर्शन पूरे देशवासियों को मिला। आजादी के अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय समारोह में देश के प्रत्येक नागरिकों की भूमिका रही। हर घर तिरंगा कार्यक्रम में लोगों ने अपने घर पर तिरंगा फहराया। यह भारत की आन बान शान का प्रतीक है। घर-घर तिरंगा के माध्यम से सभी ने राष्ट्रीयता के भाव को देश-दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के रूप में हम सभी अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे।
यह हमारे लिए एक उपलब्धि है कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। आज भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है। आज देश में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में बहुत तेजी के साथ परिवर्तन हो रहा है। अगर यही स्पीड रही तो देश आगामी 3 से 4 वर्षों में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजादी के अमृत वर्ष में प्रत्येक भारतवासी के लिए यह गौरवपूर्ण है कि दुनिया के 20 सबसे बड़े साधन संपन्न देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत कर रहा है। जी-20 के देशों में दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी निवास करती है। इन देशों का दुनिया के 80 फीसदी संसाधनों, 85 प्रतिशत जी0डी0पी0 एवं 90 फीसदी पेटेंट पर अधिकार है। आजादी के अमृत वर्ष में दुनिया में सर्वसमावेशी विकास का मॉडल कैसा होना चाहिए, इसके बारे में दुनिया के सभी देश प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में चिंतन एवं कार्य योजना तैयार कर रहे हैं।जब कोई चुनौती आती है तो वह परीक्षा की घड़ी होती है। जब भी कोई संकट सामने आए तो उसे भागने के बजाय अपनी बुद्धि एवं विवेक से उसका सामना करना चाहिए। उससे सफलतापूर्वक बाहर निकलने का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। शॉर्टकट का रास्ता अपनाने की आवश्यकता नहीं है जीवन शार्ट कट का मार्ग कभी सफलता की मंजिल तक नहीं पहुंचा सकता। चुनौतियों से जूझते हुए ईमानदारी से एवं अपने पुरुषार्थ से सफलता की मंजिल को चूमना ही वास्तविक सफलता है।
देश ने कोरोना कालखंड में ऐसा करके दिखाया है जब दुनिया कोरोना वायरस में पूरी तरह से पस्त हो चुकी थी। उस दौरान देश ने अपने नागरिकों को निशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की। निःशुल्क वैक्सीन टेस्ट अनुसंधान के लिए अपने वैज्ञानिकों को लगाया गया। साथ ही दूसरी तरफ शिक्षा के क्षेत्र में भी देश सबसे बड़े रिफॉर्म की ओर आगे बढ़ रहा था। आजादी के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति, शिक्षा के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा रिफॉर्म है। शिक्षा के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग होने के साथ ही जीवन को कैसे आसान कर सकते हैं, ईज आफ लिविंग के लक्ष्य को कैसे प्राप्त किया जा सकता है, इसे हम को तय करना है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी हमारे द्वारा नियंत्रित होनी चाहिए हम टेक्नोलॉजी से नियंत्रित ना हो। प्रदेश सरकार द्वारा अलग-अलग स्तर पर अलग-अलग कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा हेतु अलग-अलग कार्यक्रम बनाए गए हैं। आज प्रदेश में बेसिक शिक्षा क्षेत्र में परिवर्तन हुआ है। नकल विहीन परीक्षा संपन्न हुई है। विगत 6 वर्षों में मेरिट में जिन छात्रों ने स्थान बनाया है, उन्होंने अपने परिश्रम से स्थान प्राप्त किया है। नकल विहीन परीक्षा आज यूपी की हकीकत है।
प्रदेश के 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट एवं स्मार्टफोन देने की कार्यवाही प्रदेश सरकार के द्वारा एक बड़ा कदम है जिससे हर छात्र तकनीकी दृष्टि से सक्षम हो सके। विद्यार्थियों को अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था उपलब्ध करायी जा रही है। शिक्षकों को ऑनलाइन एजुकेशन साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। वर्चुअल क्लासेस की व्यवस्था की जा रही है। साइंस, मैथ्स और इंग्लिश के शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति की जा रही है, जिससे स्कूल की शिक्षा में किसी प्रकार का गैप ना हो। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों यथा स्टार्टअप योजना, स्टैंडअप योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, एक जनपद-एक उत्पाद योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से पात्रता की श्रेणी में आने वाले लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। जर्जर हो चुके पुराने माध्यमिक इंटर कॉलेजों का पुनरुद्धार का कार्य किया जा रहा है। नवनिर्माण के साथ उसे जोड़ने के कार्य हो रहे हैं। नये इंटर कॉलेज एवं संस्थाएं खोली जा रही हैं। गरीब कामगार एवं श्रमिकों के बच्चों के लिए 18 अटल आवासीय विद्यालय खोले जा रहे हैं। अटल आवासीय विद्यालय सभी अत्याधुनिक सुविधाओं, छात्रावास एवं स्टेडियम से युक्त हैं। यह विद्यालय 12 से 15 एकड़ क्षेत्रफल में खोला जा रहा है। इसके माध्यम से शिक्षा का एक नया मॉडल प्रस्तुत करने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार हर तबके के हितों के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। किसी के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव व्यक्ति, जाति, मत-मजहब, क्षेत्र, भाषा के आधार पर ना हो यही वास्तविक रामराज्य है। रामराज्य को लाने के लिए सरकार विभिन्न कार्यक्रमों को जमीनी धरातल पर उतार कर प्रभावी ढंग से लागू करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन, संगठन या कोई विभाग अपनी बात को कहता है वह कुछ ही लोगों तक सीमित रहता है, वही बात मीडिया के माध्यम से लाखों-करोड़ों लोगों तक पहुंचती है। आज का यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश में मीडिया द्वारा पहुंचाने का कार्य हो रहा है। छात्र-छात्राओं में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा आगे बढ़ सके, उसके लिए हमें अपने आप को तैयार करना होगा। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपील की कि जीवन में परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता ईमानदारी के साथ कार्य करने में हमें किसी प्रकार का कोई संकोच नहीं करना चाहिए। अपनी विरासत के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव होना चाहिए। हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। यह हमारा प्राथमिक लक्ष्य होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अगर शिक्षा जगत को कोई गलत मार्ग पर ले जाने का कार्य कर रहा है, उसे किसी प्रकार से कुंठित करना चाहता है, प्रगति में बाधक बनना चाहता है उसके परिमार्जन के लिए अवश्य मंचो पर आवाज उठानी चाहिए। आज हमारे सामने चैलेंज है कि जो लोग इस सभी के बावजूद भी नकल के अनैतिक एवं अवैध धंधे के साथ जुड़े हुए हैं शिक्षा क्षेत्र को अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए भ्रष्टाचार का गढ़ बनाना चाहते हैं ऐसे तत्वों से निपटने के लिए मीडिया को भी अपनी लेखनी चलाने में संकोच नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह हमारी पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यह राष्ट्र के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं हम किसी व्यक्ति किसी संस्था को इस प्रकार की छूट ना दें, जिससे राष्ट्र का अहित न हो।
इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गुलाब देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का व्यक्तित्व निर्भीक एवं त्वरित निर्णय लेने वाला है। उनके मार्गदर्शन में राज्य में दिन-प्रतिदिन माध्यमिक शिक्षा विभाग में परिवर्तन हुआ है। आज नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न की जा रही है। आज माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा विगत 100 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए हाईस्कूल एवं इण्टर की परीक्षा का परिणाम मात्र 15 दिनों में दिया गया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री को एक रुद्राक्ष का पौधा एवं कॉफी टेबल बुक देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने 06 मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल, उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार,विशेष सचिव शिक्षा रुपेश कुमार, सूचना निदेशक शिशिर एवं अमर उजाला के सम्पादक विजय त्रिपाठी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। शिक्षा के प्रति अटूट निष्ठा विद्यार्थियों को महानता-मुख्यमंत्री