प्रदेश के दर्जनों जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ और भारी बरसात से प्रभावित हैं। जनजीवन तबाह है, बाढ़ से किसानों की खेती, घर आदि बर्बाद हो गये। कई लोगों की जानें चली गयीं लेकिन सरकार पूरी तरह से लापरवाह बनी हुई है।अखिलेश यादव ने कहा है कि जनता बेहाल है। सरकार और अधिकारी अपने ही कामों में मस्त है। सरकार को जनता की परेशानियों से कोई मतलब नहीं है। प्रदेश के सीतापुर, अयोध्या, बहराइच, गोण्डा, बाराबंकी जिले में नदियां उफान पर है। सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में है। गांवो, घरों में पानी घुस गया है। सरकार पूरी तरह अकर्ण्यमय बनी हुई है। आम जनता एक तरफ बाढ़ के पानी से संकट में है तो दूसरी तरफ जंगली जानवरो से दहसत में है। जनता बेहाल सरकार और अधिकारी मस्त
तराई इलाकों में भेड़िया और अन्य जंगली जानवर आम जनता, ग्रामीणों की जान ले रहे हैं। बहराईच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, पीलीभीत में जंगली जानवर दर्जनों ग्रामीणों, बच्चों पर हमलाकर मार चुके हैं। समाजवादी पार्टी पिछले एक साल से ज्यादा समय से इस मुद्दे को उठा रही है लेकिन सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की। लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। सरकार के मंत्रियों की फौज और प्रशासन तंत्र जनता की परेशानियों को दूर करने के बजाय सत्ता का दुरूपयोग करने में लगी है। पीड़ित लोगों को कोई मदद नहीं मिल रही है। पिछले दिनों प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिस से कई लोगों की मौत हो गयी, लेकिन सरकार पीड़ितों के पास तक नहीं पहुंची और न ही उनकी कोई मदद की। किसानों को मुआवजा देने, बीमारों के इलाज और पशुओं के चारे की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जनता बेहाल सरकार और अधिकारी मस्त