विनोद यादव
सुल्तानपुर। राज्य एंव केंद्र सरकार जहां भ्रष्टाचार मुक्त भारत का सपना बुनने में जुटी हैं वहीं सरकारी कुर्सी पर बैठे कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहें हैं ऐसे में एक मामला सुल्तानपुर जिले के कूरेभार ब्लॉक का प्रकाश में आया जहां राज्य वित्त एंव केंद्र वित्त मनरेगा में खुला भ्रष्टाचार करने के मामले में सचिव गौतम पटेल को माननीय उच्च न्यायालय की शरण लेना पड़ा मगर वहीं से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली खैर गोसाईगंज पुलिस की बात करें तो सचिव गौतम पटेल पर इतनी मेहरबान दिख रही हैं कि मुकदमा अपराध संख्या 595/2022 में धारा 409 में गबन के संम्बंध में मुकदमा पंजीकृत होने के बावजूद अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी जबकि न्यायालय सुल्तानपुर से भी इसके पूर्व जमानत खारिज हो गयीं हैं लेकिन सवाल यह हैं कि आखिर गौतम पटेल का संरक्षण सत्ता से प्राप्त हैं या पुलिस प्रशासन की मिलीभगत हैं जिसके ऊपर करीब दो वर्षों से मुकदमा लिखा गया हों और गबन के सभी आरोप सत्य पाये गये हो यदि उसकी गिरफ्तारी नहीं हो रहीं हैं तो पुलिस पर सवालिया प्रश्नचिन्ह खड़े होते हैं। प्रार्थी रवि प्रताप सिंह ने कहां प्रतिनिधि प्रधान सुरेश सिंह व उनके सहयोगी वहाब ,रमेश ,मोहनलाल सहित सचिव गौतम पटेल भ्रष्टाचार की इस कड़ी में सामिल रहें जिनके गिरफ्तारी की मांग हम पुलिस अधीक्षक से करते हैं।एंव हम भ्रष्टाचार मुक्त ग्रामपंचायत का सपना सजोकर यह न्याय की लडा़ई संवैधानिक तौर तरीके से लड़ रहें हैं माननीय न्यायालय पर हमें भरोसा हैं बनमई ग्रामपंचायत में जो भी भ्रष्टाचार हुए हैं और उस भ्रष्टाचार में जो भी अधिकारी एंव ग्राम प्रधान सामिल हैं एक दिन सभी सलाखों के पीछें जरूर खड़ें रहेंगें। गबन के मामलें में नहीं हो रही सचिव गौतम पटेल की गिरफ्तारी