ब्यूरो निष्पक्ष दस्तक
सहजन (ड्रमस्टिक) एक भारतीय सुपरफ़ूड है। इसमें कई तरह के विटामिन और तत्व पाए जाते हैं। सहजन के कई फ़ायदे हैं। सहजन को अंग्रेजी में ड्रमस्टिक भी कहते हैं, सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सहजन की पत्तियों और फल से लेकर फूल,छाल और जड़ों तक बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके नियमित सेवन से शरीर को एनर्जेटिक बनाए रखने के साथ-साथ जवां रखने में भी फायदा मिलता है। दरअसल, सहजन में पोटेशियम,जस्ता,मैग्नीशियम,आयरन,तांबा,फास्फोरस और जस्ता जैसे कई न्यूट्रिशन और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं। औषधीय गुणों की खान है सहजन
सहजन कई औषधीय गुणों से भरपूर है। इसे ड्रमस्टिक और मोरिंगा के नाम से भी जाना जाता है। सहजन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, यह खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है लेकिन ये कई बीमारियों के इलाज के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। कब्ज से राहत दिलाता है। रोजाना सुबह नाश्ते से एक घंटा या आधा घंटा पहले सहजन की पत्तियों का रस पीना कब्ज से राहत पाने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है क्योंकि इन पत्तियों में रेचक प्रभाव होता है। इसलिए, मल को ढीला करता है और मल त्याग को बढ़ाता है। सहजन के पत्तों का इस्तेमाल हाई ब्लड प्रेशर में किया जाता है । इसका लो ब्लड प्रेशर में अधिक सेवन आपकी परेशानी को और बढ़ा सकता है । गर्भवती या मासिक धर्म के दौरान सहजन का सेवन करने से बचना चाहिए। गर्भवती होने पर सहजन खाने से गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
सहजन को लोग सब्जियां बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसे खाने के कई फायदे हैं। जैसे कि पहले तो ये शुगर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। दूसरा ये उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें पेट से जुड़ी समस्याएं रहती है। साथ ही इसका विटामिन और मिनरल्स शरीर को कई बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं। बच्चे अक्सर सहजन खाना पसंद नहीं करते। जबकि ये सब्जी उनकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है।
सहजन गुणों की खान है। ये एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटीडिप्रेसेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। साथ ही इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम,आयरन, कॉपर,फास्फोरस और जिंक जैसे कई तत्व हैं जो कि शरीर के लिए कारगर तरीके से काम कर सकते हैं। लेकिन, डायबिटीज के मरीजों के ये बहुत ही असरदार है। क्योंकि मोरिंगा में क्वेरसेटिन (Quercetin)होता है जो कि एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है जो कि ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही इसमें क्लोरोजेनिक एसिड भी होता है जो इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाने और ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
बच्चों के लिए सहजन का सूप-
बच्चों को आप सहजन का सूप बना सकते हैं, जो कि इतना टेस्टी होता है कि बच्चे उसे बड़ी खुशी से खा लेते हैं। जी हां, इस सूप को बनाने के लिए ना ज्यादा मेहनत लगती है ना समय और बच्चे इसे खा कर खुश भी हो जाते हैं। तो, आइए हम आपको बताते हैं सहजन से सूप बनाने की रेसिपी और फिर जानेंगे फायदे।
सहजन का सूप बनाने की विधि औषधीय गुणों की खान है सहजन
सहजन का सूप बनाने के लिए पहले सहजन को काट लें और फिर इसे एक बर्तन में उबाल लें। अब जब सहजन नरम लगने लगे तो इसे निकाल लें और एक मिक्सर में पीस लें।अब इस पल्प को चमचे से निकाल कर एक दूसरे बर्तन में रख लें। अब एक पैन में हल्का सा घी डालें। गर्म होने पर इसमें ऊपर से हींग के साथ जीरा डालें। इसके फूटने का इंतजार करें और कटा हुआ प्याज और लहसुन डालें। एक मिनट के लिए भूनें और अब सहजन के पल्प को डाल लें। अब इसमें काला नमक, नमक, काली मिर्च और जीरा पाउडर डालें। 5 मिनट कर पकाएं और गैस बंद कर दें। अब धनिया को बारीक-बारीक काट कर ऊपर से डाल लें। अब रंग-बिरंगी कटोरी में इसे निकालें, ऊपर से थोड़ा बटर डालें और अपने बच्चों को सर्व करें। आप चाहें तो इसमें टमाटर, ब्रोकली, गाजर और शिमला मिर्च जैसी दूसरी सब्जियों को भी काट कर डाल सकते हैं।
बच्चों के लिए सहजन के सूप के फायदे
दिमाग तेज करता है- बच्चों को उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उचित पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है और सहजन का सूप ये कर सकता है। इसके विटामिन और खनिज मस्तिष्क के विकास को बढ़ावा देते हैं और ब्रेन बूस्टर की तरह काम करते हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर है ये सूप – सहजन का सूप असल में इम्यूनिटी बूस्टर है। दरअसल, सहजन प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होने के साथ एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर है। ये चयापचय गतिविधियों को विनियमित करके और बच्चों में बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। साथ ही ये एंटीबॉडी का निर्माण करने में भी मदद करता है।
एनर्जी बूस्टर है – सहजन का ये सूप बच्चों के लिए एनर्जी बूस्टर की तरह काम करती है। क्योंकि इसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स इतने ज्यादा होते हैं कि आपके बच्चों को इसे पीते ही एनर्जी महसूस होगी। साथ ही एक अच्छी बात ये भी है कि इस सूप में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है, इसलिए आपका बच्चा जितना चाहे इसे पी सकता है।
कब्ज दूर करता है – इस सूप को पीने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये कब्ज दूर करता है। जी हां, बच्चों में अक्सर कब्ज की समस्या हो जाती है ऐसे में ये सूप पीना बहुत ही फायदेमंद है। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो कि मेटाबोलिज्म को तेज करती है और पाचन स्वास्थ्य में सुधार करती है। इस तरह ये बॉवेल मूवमेंट को सही करके कब्ज की समस्या को दूर करती है।
साथ ही सहजन का कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है। इस तरह ये स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है और बच्चों को अंदर से स्वस्थ रखता है।
सहजन का सूप पीने से क्या फायदा मिलेगा…?
आयुर्वेद में इसे अमृत के समान बताया गया है। इसका पीछे कारण यह है कि इसमें प्रोटीन, विटामिन और फाइबर पाया जाता है।
- नियमति रूप से सहजन का सूप पीने से सेक्सुअल हेल्थ बेहतर होती है। महिला और पुरुष दोनों को समान फायदा मिलता है।
- इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कई तरह के संक्रमण से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है तो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है।
- सहजन का सूप पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। फाइबर्स कब्ज की समस्या से निजात दिलाता है।
- सहजन का सूप पीने से खून की सफाई होती है। खून साफ से चेहरे पर भी निखार आता है।
- पुरुषों की शक्ति में इजाफा करने के लिए सहजन के फूलों के रस का भी सेवन किया जा सकता है। इसके सेवन से थकान और कमज़ोरी दूर होती है। आंतरिक शक्ति का विकास होगा।
- सहजन के फूलों की चाय पीने से महिलाओं में यूरीन इंफेक्शन की समस्या दूर हो सकती है।
- इसके फूलों को सुखाकर इसका काढ़ा बनाकर पीने से कम दूध बनने वाली प्रसूताओं दिया जाए तो असर सकारात्मक दिखेगा।
- सहजन के फूलों के सेवन से बालों का झड़ना रुकता है। बालों का विकास होता है और रूखापन समाप्त होकर इनकी चमक बढ़ती है। औषधीय गुणों की खान है सहजन