नहीं रुक रहा पंचायतों में भ्रस्टाचार। शिकायतों के बाद भी नहीं शुरू हुईं जांच।
अब्दुल जब्बार
भेलसर(अयोध्या)। सरकार की लाख कोशिशों के बाबजूद ग्राम पंचायतों में तैनात सचिव और प्रधानों की जोड़ी सरकारी धन की बंदरबाँट में लगे हुए हैं।
रुदौली ब्लॉक की जखौली ग्राम पंचायत का है जहाँ के निवासी दिनेश कुमार नें बीते तहसील दिवस में शपथ पत्र के साथ ग्राम पंचायत में बरती गयी अनियमितताओं और वहां हुए भ्रस्टाचार की शिकायत की हैं।शिकायतकर्ता नें इसी के साथ उच्च अधिकारियो को रजिस्टर्ड प्रार्थना पत्र देकर पंचायत में हुए अनियमित भुगतान की जांच कराये जाने की मांग की हैं।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि पिछले 18 माह में एक ही चहेते ब्यक्ति के नाम पर कई प्रोजेक्ट का पैसा 22 किस्तों में कुल रुपया 246643=0(दो लाख छियालिस हजार छः सौ तेतालिस)निकाला गया है इण्डिया मार्क 2 हैण्डपम्पो की बिना सभी रीबोर कराये कुल रुपया 257410=0(दो लाख सत्तावन हजार चार सौ दस)निकाला गया है। नलों की मरम्मत के नाम पर कुल रुपया 311870=0(तीन लाख ग्यारह हजार आठ सौ सत्तर)निकल लिया गया है जबकि ग्राम पंचायत में नल बिगड़े पड़े है।ग्राम पंचायत की साज सज्जा के नाम पर 18200=0 रुपया निकाला गया है जबकी पंचायत घर में पेंट का एक ब्रश भी नहीं लगा है।पंचायतों का पैसा हड़प करने के लिए तमाम तरह के कागजो पर फर्जी ट्रेडर्स बनाकर भुगतान का ट्रेंड चल पड़ा है।
सत्यम ट्रेडर्स के नाम पर अनेकों प्रकार के भुगतान किया गया है।जखौली ग्राम ग्राम पंचायत में भी हैंडपम्प रीबोर के नाम पर 57200=0,सफाई कर्मी किट खरीद के नाम पर 46868=0,हैण्डपम्प मरम्मत के नाम पर 56950=0,पुनः रीबोर के नाम पर 57410=0,फर्नीचर खरीद के नाम पर 77000=0 और स्कूल रंगाई पुताई के नाम पर 13750 =0 रुपया और इसी फर्म के नाम से 18250=0 रुपया निकाल लिया गया है जिससे पंचायत में बरती गयी अनियमितताओं की ओर इसारा करती है इसी के साथ मनरेगा द्वारा अपात्रों का पशुशेड निर्माण और सड़को को बिना पटाये भुगतान लेने का आरोप लगाया है।