तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ही खान मंत्री प्रमोद जैन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुहर लगाई। जिन कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने मुर्दाबाद का नारा लगाया उन्हीं के घर पहुंचे सीएम गहलोत। मुख्यमंत्री ने अपने ही मंत्री पर भ्रष्टाचार की लगाई मुहर
एस पी मित्तल
राजस्थान। 14 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने घोर विरोधी कांग्रेस विधायक भरत सिंह के कोटा स्थित निवास स्थान पर पहुंचे और 15 मिनट तक बंद कमरे में बात चीत की। मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल भी रहे। भरत सिंह कांग्रेस के वही विधायक है जिन्होंने खान मंत्री प्रमोद जैन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। भरत सिंह का कहना रहा कि प्रमोद जैन ने भ्रष्टाचार के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि भ्रष्टाचार के पर्याप्त सबूत दिए जाने के बाद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोई कार्यवाही नहीं की। सीएम गहलोत के 13 सितंबर के कोटा दौरे को देखते हुए भरत सिंह ने घोषणा की थी कि वे अपना सिर मुंडवाएंगे और गृहमंत्री के तौर पर अशोक गहलोत का पुतला जलाएंगे। भरत सिंह ने अपने ऐलान के मुताबिक विरोध प्रदर्शन किया भी। लेकिन विरोध के बावजूद मुख्यमंत्री गहलोत ने भरत सिंह से संवाद बनाए रखा। यही वजह रही कि 13 सितंबर की रात को भरत सिंह ने कोटा के सर्किट हाउस मेंमुख्यमंत्री गहलोत से मुलाकात की और 14 सितंबर की सुबह मुख्यमंत्री गहलोत कोटा में भरत सिंह से मिलने के लिए उनके निवास स्थान पर आए।
मुख्यमंत्री गहलोत ने भरत सिंह के निवास पर जाकर प्रमोद जैन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुहर लगा दी है। अब देखना होगा कि भरत सिंह ने जो आरोप लगाए हैं उन पर सीएम गहलोत क्या एक्शन लेते हैं। अलबत्ता गहलोत ने इस बात का प्रदर्शन कर दिया है कि भरत सिंह के मन में मुख्यमंत्री के प्रति कोई नाराजगी नहीं है। जहां तक खान मंत्री प्रमोद जैन का सवाल है तो उनकी प्रतिक्रिया आना शेष है।मुख्यमंत्री के भरत सिंह के घर पर जाने के कदम से प्रमोद जैन किस नजरिए से देखते हैं यह आने वाले दिनों में पता चलेगा। जानकार सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत का प्रयास है कि कांग्रेस का कोई भी विधायक उनसे नाराज न रहे। यही वजह है कि गहलोत अब उन विधायकों के घरों पर जा रहे हैं जिन्होंने मंत्रियों के प्रति नाराजगी व्यक्त की है। 14 सितंबर को गहलोत ने भरत सिंह के प्रति ज्यादा ही स्नेह दिखाया। घर पर मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री, भरत सिंह को अपने कार में बैठाकर कोटा बूंदी के बीच एक गांव में ले गए, वहां सीएम ने भरत सिंह के साथ कोटा के एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित भूमि को देखा। सीएम के इस स्नेह से भरत सिंह के तेवर भी नरम पड़ गए हैं। लेकिन कांग्रेस की राजनीति में सीएम का भरत सिंह के घर जाना महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने ही मंत्री पर भ्रष्टाचार की लगाई मुहर