मुख्यमंत्री ने जनपद मीरजापुर में माँ विन्ध्यवासिनी देवी का दर्शन-पूजन किया। निर्माणाधीन विन्ध्य कॉरिडोर के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन विन्ध्य कॉरिडोर की प्रगति एवं नवरात्रि मेले की तैयारियों की समीक्षा की। निर्माणाधीन विन्ध्य कॉरिडोर के कार्यों को अगले 06 माह में पूर्ण किया जाए। काली खोह, अष्टभुजा मन्दिर निर्माण तथा त्रिकोण मार्ग के चौड़ीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य के लिए कार्ययोजना बनायी जाए। मीरजापुर नगर सहित पूरे विन्ध्याचल क्षेत्र में स्वच्छता के दृष्टिगत सैनिटाइजेशन कराते हुए सभी मार्गों व गलियों में साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। जनसामान्य/श्रद्धालुओं को शौचालय एवं पेयजल आदि बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए। मार्गों पर बेहतर प्रकाश, बैरिकेडिंग तथा पार्किंग की व्यवस्था करायी जाए। नवरात्रि मेले में स्वास्थ्य सुविधाओं, चिकित्सा शिविर, दवाओं एवं एम्बुलेंस की पर्याप्त उपलब्धता के निर्देश। आगामी त्योहारों के दृष्टिगत प्रत्येक स्तर पर सुरक्षा, साफ-सफाई एवं अन्य सभी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था समय से सुनिश्चित कर ली जाए। विन्ध्य कॉरिडोर में प्रयुक्त होने वाले पत्थरों को तराशने हेतु यहीं पर कार्यशाला स्थापित की जाए। जल जीवन मिशन के कार्यों को तय समय मेें पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद मीरजापुर में माँ विन्ध्यवासिनी देवी का दर्शन-पूजन किया। मुख्यमंत्री जी ने निर्माणाधीन विन्ध्य कॉरिडोर के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया तथा विन्ध्य कॉरिडोर के मॉडल/मानचित्र का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने आयुक्त कार्यालय सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन विन्ध्य कॉरिडोर की प्रगति एवं नवरात्रि मेले की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि विन्ध्य कॉरिडोर के कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ तय समय में कार्ययोजना बनाकर आगे बढ़ाए जाएं।निर्माणाधीन विन्ध्य कॉरिडोर के कार्यों को अगले 06 माह में पूर्ण किया जाए। कार्यों की गुणवत्ता में किसी स्तर पर समझौता न किया जाए। जिलाधिकारी कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा करें।
मुख्यमंत्री ने नगर की स्वच्छता एवं साफ-सफाई के बारे में निर्देश दिये कि मीरजापुर नगर सहित पूरे विन्ध्याचल क्षेत्र में स्वच्छता के दृष्टिगत सैनिटाइजेशन कराते हुए सभी मार्गों व गलियों में साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। साथ ही, अन्य बुनियादी सुविधाएं जैसे-शौचालय एवं पेयजल आदि की सुविधा जनसामान्य/श्रद्धालुओं को उपलब्ध करायी जाए। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए। उन्होंने भीड़ नियंत्रण के सम्बन्ध में बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। मन्दिर परिसर व भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाए। घाटों पर पी0ए0सी0 की फ्लड यूनिट, गोताखोरों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मार्गों पर बेहतर प्रकाश, पार्किंग तथा बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाए। पार्किंग स्थल पर सभी बुनियादी सुविधाएं लोगों को उपलब्ध करायी जाएं।
माँ विन्ध्यवासिनी देवी मन्दिर एवं विन्ध्य कॉरिडोर निर्माण के साथ-साथ काली खोह, अष्टभुजा मन्दिर निर्माण तथा त्रिकोण मार्ग के चौड़ीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य के लिए कार्ययोजना बनायी जाए। यात्रियों/श्रद्धालुओं को अच्छी धर्मशालाओं एवं होटलों की सुविधा उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने नवरात्रि मेले में स्वास्थ्य सुविधाओं, चिकित्सा शिविर, दवाओं एवं एम्बुलेंस की पर्याप्त उपलब्धता के निर्देश दिए। विद्युत विभाग पर्याप्त विद्युत आपूर्ति तथा अतिरिक्त ट्रांसफार्मरों की व्यवस्था के साथ अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करे। उन्होंने मेले में बिकने वाली खाद्य सामग्रियों की जांच करने तथा शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। आगामी त्योहारों के दृष्टिगत प्रत्येक स्तर पर सुरक्षा, साफ-सफाई एवं अन्य सभी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था समय से सुनिश्चित कर ली जाए। त्योहारों में पूरी सतर्कता बरती जाए। किसी प्रकार की कोई दिक्कत या परेशानी आती है, तो शासन को तत्काल अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जाए कि विन्ध्य कॉरिडोर में प्रयुक्त होने वाले पत्थरों को तराशने हेतु यहीं पर कार्यशाला स्थापित की जाए, ताकि स्थानीय लोग प्रशिक्षित होकर आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि कार्यों को तय समय मेें पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।
विन्ध्य कारीडोर के कार्य एवं प्रगति सहित पहुंच मार्गों का सौन्दर्यीकरण, परकोटा एवं परिक्रमा पथ, फसाड ट्रीटमेंट आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। मन्दिर के पहंुच मार्गों के सौन्दर्यीकरण के बारे में जिलाधिकारी ने बताया कि पुराने वी0आई0पी0 मार्ग पर 400 मीटर के सापेक्ष 245 मीटर तथा न्यू0वी0आई0पी0 मार्ग 140 मीटर के सापेक्ष 121 मीटर कार्य पूर्ण करा लिया गया है। नाली एवं फुटपाथ के कार्य पुरानी वी0आई0पी0 मार्ग पर प्रगति पर हैं तथा न्यू0वी0आई0पी0 मार्ग पर नाली का कार्य पूर्ण करा लिया गया हैं। पक्का घाट कोतवाली मार्ग की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी गयी। जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्य द्वार तथा पक्का घाट पर कॉलम का कार्य पूर्ण करा लिया गया है। अब तक 40.18 करोड़ रुपये स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष 11 करोड़ रुपये अवमुक्त किया गया है, जिसमें 05 करोड़ रुपये व्यय किये जा चुके हैं। परकोटा एवं परिक्रमा पथ के बारे में बताया गया कि कुल 130 पिलर बनाये जाने हैं, जिसमें 30 पूर्ण, 35 छत स्तर तक पूर्ण, 24 पर फुटिंग कार्य तथा 41 अनारम्भ हैं। कार्य की गति बढ़ाने हेतु बताया गया कि दो शिफ्टो में कार्य कराया जायेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि नवरात्रि मेला के दृष्टिगत सभी तैयारियां लगभग पूर्ण करा ली गयी हैं। आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न होेने पाये, इसके लिये सभी बुनियादी सुविधाएं एवं सुरक्षा हेतु पूरा प्रबन्ध किया गया है। इस अवसर पर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।