

भाजपा सरकार ने शिक्षा विभाग को बर्बाद कर दिया है। सरकार शिक्षकों का शोषण कर रही है। जब शिक्षा और शिक्षकों की बात आती है तो सरकार गूंगी और बहरी हो जाती है। भाजपा सरकार साजिश के तहत स्कूलों को बंद कर रही है। स्कूल जितने कम होंगे नौकरियां उतनी कम देनी पड़ेगी। यह सरकार नौजवान, शिक्षक और रोजगार विरोधी है। उन्होंने कहा कि स्कूल जितने कम होंगे ग्रोथ रेट उतनी कम हो जायेगी। लखनऊ में डीएलएड, बीटीसी, माध्यमिक शिक्षा और शिक्षामित्र संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक को सम्बोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी खुद शिक्षक थे। उन्होंने हमेशा शिक्षकों के दर्द को समझा है। एक शिक्षक बेटा होने के नाते शिक्षकों के साथ मेरा पारिवारिक सम्बंध है। शिक्षकों का दर्द मेरा दर्द है, हम सभी समाजवादी लोग शिक्षकों और छात्र, नौजवानों के साथ हैं। समाजवादी सरकार आने पर शिक्षकों की सभी समस्याओं और नौकरी रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे छात्र नौजवानों की समस्याओं का समाधान करेंगे। भाजपा सरकार ने शिक्षा विभाग को बर्बाद कर दिया-अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि हम लोग हमेशा शिक्षकों का सम्मान करते रहे है। शिक्षक समुदाय के लोग जब भी कभी मिलते हैं, हम समाजवादी लोग उन्हें प्रणाम करने के साथ उनको सम्मान देते हैं। भाजपा सरकार में शिक्षक अपमानित किये जा रहे हैं। सरकार शिक्षकों का शोषण कर रही है। उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। शिक्षकों से तमाम तरह के काम लिये जाते है। अगर शिक्षक व्यवस्था को सुधारना है तो शिक्षकों से सिर्फ शिक्षण का कार्य कराना होगा। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर शिक्षकों से वसूली हो रही है। पिछले दिनों एक शिक्षक से मुलाकात हुई तो उन्होंने बताया कि ट्रांसफर का रेट तय है। शिक्षक कभी स्कूल देर से नहीं आना चाहता है लेकिन कभी ट्रैफिक जाम, रेलवे फाटक बंद, कभी अन्य वजहों से देर हो जाती है। कई बार जल्दी के चक्कर में शिक्षकों से दुर्घटनाएं भी हो जाती है। सरकार शिक्षकों पर मनमानी और मनमर्जी से डिजीटल अटेंडेंस थोपना चाहती थी, लेकिन शिक्षकों की एकजुटता से सरकार को अपनी मनमर्जी का निर्णय वापस लेना पड़ा था। भाजपा सरकार को समझ में आ गया कि जनता के दबाव के सामने उसकी मनमर्जी नहीं चलेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी शिक्षकों के साथ ही उन तमाम छात्र, नौजवानों के साथ है जो अपनी मांगों को लेकर लगातार आवाज उठा रहे है और डटे हुए है। उन्होंने शिक्षामित्रों और 69 हजार अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि इन लोगों ने बहुत संघर्ष किया है।स्कूल मर्जर भाजपा सरकार की सोची समझी रणनीति है। यह गांव में रहने वाले गरीबों को शिक्षा से दूर करने का षड्यंत्र है। गरीबों को शिक्षित न होने देने के लिए भाजपा की चाल है। प्रदेश में शिक्षकों के दो लाख पद खाली है। भाजपा सरकार ने उन पदों पर भर्ती नहीं किया। अगर स्कूलों के मर्जर हो जाएंगे तो शिक्षकों के पदों की संख्या घट जाएगी और भर्ती नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हर अच्छा समाज चाहता है कि बेटियां पढ़े, आगे बढ़े।
समाजवादी सरकार में नेता जी ने कन्या विद्याधन योजना शुरू किया था। बड़े पैमाने पर जो बेटियां पढ़ाई छोड़ चुकी थी दोबारा पढ़ने लगी थीं। लैपटॉप योजना से पढ़ाई छोड़ने वाली बच्चियों ने दोबारा पढ़ाई शुरू की। समाजवादी सरकार में कन्या विद्याधन, लैपटॉप समेत अन्य योजनाएं लाकर शिक्षा को बढ़ावा दिया गया। भाजपा सरकार ने सब बर्बाद कर दिया है। न इंफ्रास्ट्रक्चर हैं और न संसाधन है। भाजपा गरीबों को धोखा दे रही है। इस अवसर पर माता प्रसाद पाण्डेय नेता विरोधी दल विधानसभा उ0प्र0, देवेश शाक्य एमपी, लाल बिहारी यादव नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद, राजेन्द्र चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री, श्याम लाल पाल प्रदेश अध्यक्ष, राम अचल राजभर विधायक, वीरेन्द्र यादव विधायक, कमलाकांत राजभर विधायक, प्रो0 बी. पाण्डेय राष्ट्रीय अध्यक्ष शिक्षक सभा तथा डॉ. एसपी सिंह पटेल प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी शिक्षक सभा मौजूद रहे। भाजपा सरकार ने शिक्षा विभाग को बर्बाद कर दिया-अखिलेश यादव